सिद्धपीठ हनोल से शिलाई पंहुची महासू देवता की पालकी- ddnewsportal.com
सिद्धपीठ हनोल से शिलाई पंहुची महासू देवता की पालकी
पश्मी गांव से शाही स्नान के लिए सिद्धपीठ पैदल पालकी लेकर निकले थे श्रदालू, अब 52 गांव की खत की परिक्रमा पर निकलेंगे देवता
कार्तिक तोमर-शिलाई
शाही स्नान के लिए गांव पशमी के महासू देवता की पालकी सिद्ध पीठ हनोल से रविवार को शिलाई पहुंची। इससे पहले दो दिनों की पदयात्रा के बाद चालदा माहसू देव पालकी डेढ़ सौ श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ हनोल पहुंचने पर सिद्घ पीठ हनोल मंदिर समिति व कार सेवकों ने परंपरागत ढंग से ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया। शिलाई से पैदल देव श्रद्धालुओं का रास्ते मे बिभिन्न गांव गुम्मा, फेडिज, अटाल, अन्नू, तियुनी, महिंदर्थ सहित दर्जनो गांव
में देव पालकी का भव्य स्वागत किया गया। शुक्रवार देर शाम हनोल मंदिर पहुंची देव पालकी का देव मिलन हुआ। पूरी रात्रि जागरण संपन्न होने पर प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में देव पालकी का शाही स्नान किया गया। पूरी रात जागरण करने के बाद देव जत्थे में शामिल सभी श्रद्धालुओं ने सिद्ध पीठ हनोल के दर्शन कर देवता से मनौती मांगी तथा प्रसाद ग्रहण किया। शाही स्नान के बाद पशमी गांव का यह जत्था पैदल ही अपने गांव के लिए रवाना हुआ। चलदा माहसू देवता पश्मी मंदिर समिति के देव वजीर दिनेश कुमार चौहान, देव पुजारी आत्माराम शर्मा, देव भंडारी रघुवीर सिंह चौहान, बीडीसी सदस्य प्रकाश चौहान, बारू राम चौहान, सुदेश ठाकुर सहित अन्य देव करिंदो का
कहना है कि पश्मि गांव चालदा समिति ने इस बार नई देव पालकी का निर्माण किया है। जिसे शाही स्नान के लिए सिद्ध पीठ हनोल ले जाया गया। देवता के अपने गृह पिंडी में प्रवेश करने के बाद भ्रमण के लिए अपने बावन गांव की खत में निकलेंगे। करीब एक सप्ताह के भ्रमण के बाद महासू देवता पशमी गांव पहुंचेंगे, जहाँ विधिवत देवपूजा अर्चना की जाएगी। बाद में एक विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।