सिर पर कफन बांधकर निकलते है डरते नही ddnewsportal.com

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फाइल फोटो: मुकेश अग्निहोत्री, नेता प्रतिपक्ष हिमाचल प्रदेश।

सिर पर कफन बांधकर निकलते है डरते नही

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने फिर चलाये तीखे शब्द बाण, मुख्यमंत्री को दी ये सलाह...

हिमाचल प्रदेश में नेताओं के एक दूसरे पर तीखे शब्दबाण चलाने का सिलसिला जारी है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के बीच बयान बाजी का सिलसिला अभी थमा नही है। हालांकि मुख्यमंत्री के बचाव में भाजपा के मंत्री और नेता मैदान मे कूद चुके है लेकिन मुकेश अग्निहोत्री रोके नही रूक रहे है। अब नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि वह जयराम ठाकुर व भाजपा नेताओं की धमकियों से न तो रुकने वाले हैं और न ही झुकने वाले। जारी बयान में उन्होंने कहा कि हिमाचल हित के लिए वह सिर पर कफन बांधकर निकले हैं। न तो वह मुख्यमंत्री के बंधुआ मजदूर हैं और न ही किसी से डरते हैं। जयराम ने अपनी भाषा पर संयम नहीं रखा और मुकेश अग्निहोत्री के रूप में गलत नंबर डायल किया है। उन्होंने कहा कि यदि मेरे परिवार पर सीएम प्रहार करेंगे तो मैं दो कदम आगे जाकर प्रहार कर सकता हूं। हिमाचल के हितों और मुद्दों पर बात होनी चाहिए लेकिन सरकार इसमें पूरी तरह से फेल हुई है। प्रदेश के हितों को बेचने का काम जयराम सरकार ने किया है। नेता विपक्ष ने कहा कि वह जनता की आवाज उठाते रहे हैं और आगे भी उठाते रहेंगे। सीएम अपने मंत्रियों से कहलवा रहे हैं

कि नेता प्रतिपक्ष का पद जयराम ठाकुर की कृपा से मिला है। उन्होंने कहा कि हमने कोई सुविधा नहीं ली है। कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं और सरकार से कई बार नेता प्रतिपक्ष पद की अधिसूचना को रद्द करने की बात कह चुके हैं। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा सरकार लगातार फेल हुई है। इस सरकार की कुछ महीने बाद विदाई तय है। कांग्रेस पार्टी सत्ता में आएगी और जनता का राज स्थापित करेगी। कर्मचारी, बेरोजगार, मजदूर व महिला वर्ग के लिए काम किया जाएगा। कांग्रेस पार्टी ने घोषणा पत्र बनाने का काम शुरू कर दिया है। जनता के सहयोग से बेहतरीन घोषणा पत्र बनाया जाएगा। जो भी वायदे किए जाएंगे, उन्हें पूरा भी किया जाएगा। नेता विपक्ष ने कहा कि एक तरफ सरकार लोक सेवा आयोग के सदस्यों को पैंशन की बात कर रही है लेकिन कर्मचारियों के लिए ओल्ड पैंशन स्कीम को बहाल नहीं किया जा रहा है। आखिर यह दोहरी नीति क्यों? कांग्रेस सत्ता में आते ही कर्मचारियों को राहत देगी और आऊटसोर्स कर्मचारियों के लिए नीति बनाई जाएगी।