Sirmour: केंद्रीय हाटी समिति ने लिखा सीएम सुक्‍खू को पत्र, चूड़धार जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए उठाई ये माँग... ddnewsportal.com

Sirmour: केंद्रीय हाटी समिति ने लिखा सीएम सुक्‍खू को पत्र, चूड़धार जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए उठाई ये माँग... ddnewsportal.com

Sirmour: केंद्रीय हाटी समिति ने लिखा सीएम सुक्‍खू को पत्र, चूड़धार जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए उठाई ये माँग...

केंद्रीय हाटी समिति ने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को पत्र लिखकर श्रद्धालुओं की आस्था को पहुंच रहे ठेस का मामला उठाया है। तथा इस बारे जल्द कोई सकारात्मक निर्णय करने की मांग उठाई है। समिति के केंद्रीय अध्यक्ष डाॅ अमीचंद कमल और महासचिव कुंदन सिंह शास्त्री ने सीए को लिखे पत्र में कहा है कि "निवेदन है कि चूड़धार में शिरगुल देवता तथा जोंसार बावर में हनोल स्थित महासू देवता, इन दोनों देवताओं के प्रति सिरमौर, शिमला और सोलन जिला के लोगों की भांति हमारे

पड़ोसी जोंसार बावर (उत्तराखंड) के लोगों में भी एक समान आस्था, श्रद्धा और मान्यता है। देव गाथाओं में दोनों देवताओं का आपस में ऐतिहासिक सम्बन्ध भी वर्णित है। अब क्योंकि चूड़धार जाने वाले बाहरी राज्यों के श्रद्धालुओं से सरकार की अधिसूचना के मुताबिक प्रवेश शुल्क लिया जा रहा है जिसमें हमारा पड़ोसी क्षेत्र जोंसार बावर भी आता है। जोंसार बावर के अनेक गांवों में शिरगुल देवता को कुलदेवता के रूप में पूजा जाता है और वहां के श्रद्धालुओं से भी बाहरी राज्य के नाते शुल्क लिया जा रहा है जबकि हनोल स्थित महासू देवता मन्दिर में श्रद्धालुओं से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता।

इसलिए जोंसार बावर के लोगों से अपने कुल देवता के मंदिर चूड़धार जाने पर प्रवेश शुल्क लेना कतई उचित नहीं है। जोंसार बावर के संयुक्त परिवारों में तो 10-15 सदस्य प्रति परिवार भी एक साथ चूड़धार जाने की परम्परा है। अतः हमारी हाटी समिति समूचे गिरिपार क्षेत्र के हाटी समुदाय की ओर से आपसे विशेष आग्रह करते हैं कि जोंसार बावर (उत्तराखंड) सहित सभी राज्यों से चूड़धार जाने वाले सभी श्रद्धालुओं से किसी भी प्रकार की प्रवेश शुल्क वसूली को तत्काल प्रभाव से समाप्त की जाये ताकि किसी की आस्था को ठेस ना पहुंचे और आलोचनाओं पर भी विराम लगे।