HP Weather Update: ऑरेंज अलर्ट के बीच हिमाचल में बरपा कहर, चार जगह फटा बादल, जानिए कब तक रहेगी बारिश जारी... ddnewsportal.com

HP Weather Update: ऑरेंज अलर्ट के बीच हिमाचल में बरपा कहर, चार जगह फटा बादल, जानिए कब तक रहेगी बारिश जारी...
हिमाचल प्रदेश में जारी मॉनसून का ऑरेंज अलर्ट के बीच बुधवार को मौसम ने खूब कहर मचाया। राज्य के कुल्लू जिले में चार जगह सैंज के जीवानाला, गड़सा के शिलागढ़, मनाली के स्नो गैलरी और बंजार के होरनगाड़ और धर्मशाला के खनियारा की मनूणी खड्ड में बादल फटने से आई बाढ़ ने भारी तबाही मची। कुल्लू में आठ गाड़ियां, 10 पुलिया और एक बिजली प्रोजेक्ट बह गया। सैंज के रैला बिहाल में बादल फटने से तीन लोग बह गए हैं। उधर, धर्मशाला के समीप खनियारा में मनूणी खड्ड में आई बाढ़ में निर्माणाधीन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के 8 से अधिक मजदूरों की बहने की सूचना है। अभी तक दो लोगों के शव बरामद कर लिए हैं।
एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपेरशन में जुटी है। सैंज घाटी के शैंशर, शांघड़ और सुचैहन पंचायत क्षेत्रों में 150 से अधिक पर्यटक वाहनों के साथ 2,000 से अधिक पर्यटक फंस गए हैं। सिउंड के पास मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण उन्हें क्षेत्र से बाहर निकलने का रास्ता नहीं है। लाहौल में भी 25 पर्यटक फंसे हैं।
प्रदेश में भारी बारिश से कुल्लू, मंडी और कांगड़ा में जनजीवन अस्त व्यस्त है। प्रदेश में औट-बजार-सैंज एनएच-305 समेत 171 सड़कें और 550 बिजली ट्रांसफार्मर ठप चल रहे हैं। बुधवार को गगल हवाई अड्डा पर चार विमान उतरे, लेकिन दिल्ली और शिमला के लिए दो उड़ानें रद्द हो गईं। शिमला और कुल्लू से कोई उड़ान नहीं हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने हिमाचल के कई स्थानों पर गुरुवार को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया। 2 जुलाई तक अधिकांश क्षेत्रों के लिए मौसम ऐसा ही बना रहेगा। मौसम विभाग ने पांच जिलों चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमाैर के कुछ क्षेत्रों में वीरवार को बाढ़ आने की चेतावनी जारी की है। 26 और 27 जून को बारिश की तीव्रता अधिक रहने की संभावना है। 28 जून से 2 जुलाई तक हल्की बारिश के आसार हैं।
प्रशासन ने पर्यटकों और आम जनता से विशेष अपील की है कि वे ऊंचाई वाले स्थानों का रुख न करें और नदी-नालों से दूर रहें। भूस्खलन और अचानक बाढ़ की आशंका के मद्देनजर यह चेतावनी बेहद महत्वपूर्ण है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। आपातकालीन स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें और जारी की जा रही चेतावनियों पर ध्यान दें।