हिमाचल में शिक्षा का अब ये नया पैटर्न होगा लागू ddnewsportal.com
हिमाचल में शिक्षा का नया पैटर्न होगा लागू
शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने दी जानकारी, नई योजना पर जारी है कार्य।
हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा है कि स्कूलों में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत 5, 3, 3, 4 का पैटर्न लागू करने की योजना है, जिस पर अभी कार्य जारी है। प्रदेश में नई शिक्षा नीति के कई प्रावधानों को लागू कर दिया गया है।
दरअसल, प्रदेश सरकार नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में अब जमा दो की जगह 5, 3, 3, 4 का पैटर्न लागू करने जा रही है। इसको लेकर शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश सरकार को प्रपोजल भेज दिया गया है। इसमें प्राइमरी, मिडल व उच्च शिक्षा के पैटर्न में बदलाव किया गया है। इसके तहत सभी सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाएं शुरू करने की योजना है। हालांकि प्रदेश में 4 हजार से ज्यादा स्कूलों में अभी प्री-प्राइमरी कक्षाएं चल रही हैं। ऐसे में इस नई नीति के तहत प्रदेश के सभी स्कूलों में प्री-प्राइमरी शिक्षा शुरू की जा रही है। जहां पहले बच्चे को पहली कक्षा में दाखिला दिया जाता था, वहीं अब 3 साल के प्री-प्राइमरी शिक्षा के बाद बच्चे को पहली कक्षा में दाखिला मिलेगा। प्राइमरी सैक्शन में 5 कक्षाएं पढ़ाई जाएंगी, जिसमें प्री-प्राइमरी, प्राइमरी, केजी, पहली और दूसरी कक्षा शामिल रहेगी। इसके बाद तीसरी, चौथी और पांचवी कक्षा, 3 साल के मिडल स्टेज में 6 से 8 तक की कक्षा चलेगी। चौथी स्टेज कक्षा 9 से 12वीं तक 4 साल की होगी। पहली से
5वीं कक्षा के बच्चों को मातृभाषा के रूप में स्थानीय बोलचाल की भाषा को इस्तेमाल किए जाने पर बल दिया जाएगा। इसके अलावा पूर्व की तरह बच्चों को अन्य सभी विषय पढ़ाए जाएंगे।
इस बार नई शिक्षा नीति के तहत अन्य राज्यों सहित हिमाचल में 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए सैमेस्टर प्रणाली शुरू कर दी गई है। ऐसे में राज्य में उक्त कक्षाओं के 2 बार पेपर लिए जाएंगे। हालांकि राज्य में नवम्बर माह में टर्म-1 की परीक्षा ले ली गई है और टर्म-2 की परीक्षा मार्च में ली जाएगी। दोनों टर्म के परिणाम के आधार पर उक्त कक्षा के विद्यार्थियों का रिजल्ट तैयार होगा। इसके अलावा इस बार पहली से आठवीं कक्षा के असैसमैंट में भी बदलाव कर दिया गया है। नई नीति के तहत अंडर ग्रैजुएट कक्षाओं के पाठ्यक्रमों में भी संशोधन किया जा रहा है।