CM-Ex CM News: पूर्ण राज्यत्व दिवस पर आमने-सामने हुए सीएम सुक्खू और एक्स सीएम जयराम, पढ़ें क्या कहा... ddnewsportal.com
CM-Ex CM News: पूर्ण राज्यत्व दिवस पर आमने-सामने हुए सीएम सुक्खू और एक्स सीएम जयराम, कर्ज को लेकर एक-दूसरे पर किए बयानो से कड़े प्रहार
हिमाचल प्रदेश के 55वें पूर्ण राज्यत्व दिवस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के बीच तीखी बयानबाजी हुई है। दोनों ने कर्ज को लेकर एक दूसरे को घेरने का खूब प्रयास किया। सीएम सुक्खू ने जहां राज्यस्तरीय समारोह में बैजनाथ में पूर्व की सरकार को कर्ज मामले पर घेरा तो वहीं शिमला में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी सुक्खू सरकार पर कर्ज को लेकर तीखे प्रहार किए। पहले सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने क्या कहा, वो पढ़िये।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हालांकि मौजूदा सरकार को सत्ता में आए हुए दो वर्ष ही हुए हैं, लेकिन स्थिति ऐसी है कि पिछले कर्जों के मूलधन और ब्याज को चुकाने के लिए कर्ज लिया जा रहा है। पिछले दो वित्तीय वर्षों में सरकार ने 30,080 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है, जिसमें से 18,854 करोड़ रुपए, जो कुल का लगभग 63 प्रतिशत है, पिछली सरकार द्वारा लिए गए कर्ज के मूलधन और ब्याज को चुकाने में इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने चरवाहों के लिए चरागाह भूमि के विकास और वन अधिकार अधिनियम के तहत उनके अधिकारों के संरक्षण की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि सरकार पारंपरिक मार्गों में विकासात्मक परिवर्तनों से उत्पन्न होने वाली समस्याओं का समाधान करेगी, पर्यावरण अनुकूल भेड़ और बकरी पालन को बढ़ावा देगी और ऊन संघ और ऊन बोर्ड को मजबूत करेगी। बैजनाथ में आयोजित 55वें पूर्ण राज्यत्व दिवस समारोह में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में 2021-22 में राज्य को 10,249 करोड़ रुपए का राजस्व घाटा अनुदान मिला, जो 2023-24 में घटकर 6,258 करोड़ रुपए रह गया तथा अगले वित्त वर्ष में और घटकर 3,257 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है।
सीएम ने कहा कि वित्तीय बाधाओं के बावजूद सरकार ने ऋण पर निर्भरता के बजाय संसाधन सृजन पर जोर दिया है। वर्तमान सरकार ने आबकारी, पर्यटन, ऊर्जा और खनन नीतियों में सुधारों के माध्यम से 2200 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व कमाया है, जो राज्य के इतिहास में पहली बार हुआ है।
■जयराम ठाकुर क्या बोले...
उधर, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस सरकारने विकास के नाम पर 2 वर्ष में 30 हजार करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज लिया है। इसके बावजूद प्रदेश में विकास की गति पर विराम लगा है तथा आम आदमी करों के बोझ तले दबाया जा रहा है। जयराम ठाकुर ने शिमला में जारी बयान में कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने 5 लाख रुपए फ्री ईलाज दिया, जबकि कांग्रेस सरकार में इंजैक्शन के अभाव में मरीज की जान जा रही है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है, जब मुख्यमंत्री को विपक्ष को कोसने की बजाए अपने 2 वर्ष की उपलब्धियों को गिनवाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि विधानसभा चुनाव के समय दी गई अपनी एक भी गारंटी पूरी की है? उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने पूर्ण राजत्व दिवस के अवसर पर मंच को भी अपने झूठ बोलने का स्थान बना दिया है। उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन का आज यह है कि मैडीकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र अपनी इंटर्नशिप के स्टाइपेंड, डॉक्टर एनपीए, युवा बेरोजगार रोजगार तथा कर्मचारी-पैंशनर वित्तीय अदायगियों को तरस रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पर्व भाजपा सरकार ने वृद्धावस्था पैंशन की आयु सीमा को 80 वर्ष से घटाकर 60 वर्ष किया। इसी तरह विधवा और दिव्यांगजनों की पैंशन राशि 700 रुपए से बढ़कर 1,150 रुपए प्रतिमाह की तथा 70 फीसदी से अधिक दिव्यांगजनों की पैंशन 1,250 रुपए से बढ़ाकर 1,750 रुपए की। उन्होंने कहा कि भाजपा ने प्रदेश के लोगों को 125 यूनिट फ्री बिजली इसलिए दी, ताकि वह कम बिजली खर्च करने को प्रेरित हुए। इससे प्रदेश सरकार बचने वाली बिजली को महंगे दामों पर बेच सकती थी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अब सरकार ने लोगों पर पानी के बिल का बोझ डाल दिया है।