व्यक्तित्व में निखार लाकर समाज के लिए बनें मिसाल- कर्नल चौहान ddnewsportal.com
व्यक्तित्व में निखार लाकर समाज के लिए बनें मिसाल
कफोटा में चल रहे एनएसएस शिविर में तीसरे दिन पंहुची इन हस्तियों ने प्रेरित किये स्वयंसेवी...
नागरिक उपमंडल कफोटा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कफोटा में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय आवासीय शिविर के तीसरे दिन स्रोत व्यक्ति के रूप में भारतीय सेना में कार्यरत कर्नल जगत चौहान व जिला NSS समन्वयक रामभज शर्मा ने विशेष रूप से वॉलिंटियर्स का मार्गदर्शन किया। इस अवसर पर कर्नल जगत चौहान ने वॉलिंटियर्स को प्रेरित करते हुए कहा कि आप अपने व्यक्तित्व में निखार लाएं तथा समाज के लिए एक मिसाल बने। उन्होंने कहा कि वर्तमान में युवा पीढ़ी नशे की ओर अग्रसर हो रही है जिसका भुगतान परिवार व समाज को करना पड़ता है। जिस प्रकार जंगल में बेकार कांटेदार पौधे को दरकिनार किया जाता है। उसी प्रकार समाज भी नकारात्मक सोच रखने वाले व्यक्ति को अलग-थलग कर देता है। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में जाए अपने कार्य को उत्कृष्ट बनाएं अपने चरित्र को उज्जवल बनाएं। समाज में भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा पर है।
उसे भी आप अपने ज्ञान वर्धन करके दूर करने में अपनी भूमिका निभा सकते हैं। आपको अच्छा चरित्र बनाना है, इसके लिए आप को अच्छी शिक्षा ग्रहण करना अति आवश्यक है। उन्होंने वॉलिंटियर को कहा कि आप निर्भय होकर सामाजिक बुराइयों से भी लड़े और इनके खिलाफ आवाज उठाएं। आप अपने आचरण से ही दूसरों के लिए उदाहरण बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत चरित्र निर्माण के साथ-साथ आप अच्छे समाज निर्माण में भी भूमिका निभा सकते हैं। सत्र के बाद उन्होंने छात्रों के कई प्रश्नों का उत्तर साधारण शब्दों में दिया।
वहीं NSS जिला समन्वयक रामभज शर्मा ने वॉलिंटियर्स को NSS के माध्यम से कैसे अपने व्यक्तित्व को सुधारना है, उस पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एनएसएस के माध्यम से आप यूथ लीडरशिप कैंप में भी भाग ले सकते हैं तथा 26 जनवरी के प्री-परेड में भी आप उसका हिस्सा बन सकते हैं। इस अवसर पर उन्होंने NSS के लक्ष्य एवं उद्देश्य पर विस्तार से चर्चा की तथा NSS की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। परियोजना कार्य में जिला समन्वयक के साथ स्वयंसेवकों ने बाजार में एक जागरूकता रैली निकाली तथा एक छोटी पगडंडी का भी सेवकों ने निर्माण किया। इसके अतिरिक्त पाठशाला के नजदीक पाब गांव में पारंपरिक जल स्रोत को भी साफ किया गया तथा छात्रों को जल संरक्षण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी।