दीन-दुखियों की सेवा मे गुजार दिया अपना पूरा जीवन- तिवारी- ddnewsportal.com

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समाजसेवा की मिसाल थे स्वर्गीय कंवर हरि सिंह

हिमोत्कर्ष सिरमौर अध्यक्ष आरपी तिवारी बोले; दीन-दुखियों की सेवा मे गुजार दिया अपना पूरा जीवन

हिमोत्कर्ष के संस्थापक अध्यक्ष की पून्य तिथि पर सिरमौर ईकाई ने पौधारोपण कर किया याद, मानपुर देवड़ा में रोपे 82 पौधे।

कंवर हरि सिंह एक ऐसी शख्सियत थी जिन्होंने दीन-दुखियों की सेवा मे अपना पूरा जीवन गुजार दिया। सामाजिक सेवा क्या होती है ये हमे उनके जीवन से प्रैरणा लेकर सीखना चाहिए। यह बात हिमोत्कर्ष के जिला सिरमौर इकाई के अध्यक्ष आर पी तिवारी ने उनकी पून्य तिथि पर पांवटा साहिब के मानपुर देवड़ा मे पौधारोपण कार्यक्रम के दौरान कही। दरअसल पांवटा साहिब में समाजसेवी संस्था हिमोत्कर्ष के संस्थापक अध्यक्ष स्वर्गीय कंवर हरि सिंह की पुण्यतिथि पर उनकी याद में पौधारोपण किया गया। इस मौके पर हिमोत्कर्ष की जिला इकाई, क्लीन पांवटा ग्रीन पांवटा के स्वंयसेवी के साथ पांवटा साहिब के पत्रकारों ने शिरकत की। पौधारोपण का शुभारंभ हिमोत्कर्ष जिला सिरमौर के वरिष्टतम सदस्य 82 वर्षीय एम एस भटनागर छात्रवृति प्रकल्प के प्रभारी ने पौधा रोप कर शुभारंभ किया। इस मौके पर

हिमोत्कर्ष  के जिला अध्यक्ष आरपी तिवारी ने बताया कि पौधारोपण कर कंवर हरि सिंह को उनकी पून्य तिथि पर याद किया गया। उन्होंने कंवर हरि सिंह के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वर्गीय ठाकुर रघुवीर सिंह व स्वर्गीय कृष्णा देवी के घर 1939 में जन्में कंवर हरि सिंह ने पठानकोट के एसएमएसडीआर कालेज से 1960 में स्नातक उपाधि प्राप्त की। हिमाचल सरकार में अनूसूचित जाति एवं जनजाति विकास निगम के महाप्रबंधक पद से 1998 में सेवानिवृत होने से पहले कंवर हरि सिंह ने केंद्र व प्रदेश सरकार में विभिन्न पदों पर कार्य किया। 
भारत सरकार के लैंड कस्टम विभाग में कस्टम अधिकारी के रूप में कैरियर की शुरूआत करने के बाद हिमाचल सरकार में एक्सटेंशन आफिसर इंडस्ट्रीज,जिला प्रबंधक व डीआरडीए के पीओ पद पर भी कार्यरत रहे। कंवर हरि सिंह लगभग अढाई दशक तक प्रदेश में अढाई लाख कर्मचारियों के मजबूत हिमाचल अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के अग्रणी नेता रहे। अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रदेश सैक्रटरी जनरल के रूप में उनकी पहचान एक जुझारू नेता की रही,जोकि कर्मचारी हितों के लिए लगातार संघर्षरत रहे। उनके नेतृत्व में प्रदेश में कर्मचारी महासंघ ने दो बड़े आंदोलन लड़े, जिसमें कर्मचारियों के लिए चिरस्थाई नीति निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ। वहीं वह राज्य राजपत्रित अधिकारी संघ के भी प्रधान रहे। समाज सेवा के क्षेत्र में कंवर हरि सिंह बचपन से ही जुटे रहे है। 1974 में उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर हिमोत्कर्ष साहित्य, संस्कृति एवं जनकल्याण परिषद पंजीकृत संस्था की स्थापना की। जोकि अब प्रदेश की अग्रणी स्वयंसेवी संस्था का रूप धारण कर चुकी है। वर्तमान समय में इस संस्था की प्रदेश में 12 शाखाएं शिक्षा, स्वास्थय, गरीबों के उत्थान, महिला सशक्तिकरण तथा समाज सेवा के विभिन्न प्रकल्पों को अंजाम दे रही है।
ऊना जिला में कंवर हरि सिंह के नेतृत्व में हिमोत्कर्ष परिषद ने शिक्षा क्षेत्र में अहम योगदान देते हुए ग्रामीण व दूरस्थ क्षेत्रों की गरीब व जरूरतमंद लड़कियों को उच्चतर शिक्षा प्रदान करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र कोटला खुर्द में लाला जगतनारायण हिमोत्कर्ष कन्या महाविद्यालय की स्थापना की है। इसके अलावा डंगोली गांव में एक सीनीयर सकैंडरी स्कूल शुरू किया। जबकि प्रवासी मजदूरों के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए मलाहत गांव में

हिमोत्कर्ष बाल विद्या निकेतन की स्थापना की। कंवर हरिसिंह नैशनल सोसाईटी फोर प्रवेंशन आफ ब्लाईंडनेस हिमाचल शाखा के भी फाऊंडर जनरल सैंक्रेटरी है। उन्होंने प्रदेश में शत प्रतिशत स्कूली बच्चों की नेत्र जांच के कार्य को मुकम्मल करके हिमाचल प्रदेश को देश का पहला कैटेरेक्ट फ्री स्टेट बनाने में भी महत्वपूर्णी भूमिका अदा की। कंवर हरि सिंह रोटरी अंर्तराष्ट्रीय जिला 3070 के वरिष्ठ रोटेरियन भी है। उन्हें गाडफ्रे बे्रवरी अवार्ड के अलावा रोटरी का उच्चतर पुरस्कार सर्विस एवाव सैल्फ से भी नवाजा जा चुका है। जबकि रोटरी रत्न अवार्ड व नेत्र सेवा में राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है। ऊना रोटरी क्लब के प्रधान के रूप में 1986 में ऊना जिला के ईसपुर गांव में विश्व की सबसे पहली रोटरी विलेज कोर की स्थापना कर रोटरी मूवमेंट को गांव की तरफ मोडऩे की शुरूआत उन्होंने की थी। वह पालमपुर रोटरी आई फाऊंडेशन के सहयोग से धुस्साड़ा गांव में स्थापित रोटरी आई अस्पताल के स्थानीय प्रबंधन समिति के चेयरमेन है। 
ऊना में कुष्ठ आश्रम की स्थापना कर उसमें कुष्ठ रोग पीडि़तों के 22 परिवारों का पुर्नवास करके सामान्य जीवन व्यतीत करने के काबिल बनाने में अहम भूमिका अदा की। वहीं आंखों के जांच व आपरेशन शिविरों के आयोजन के लिए गांव-गांव में स्थानीय संस्थाओं को प्रेरित कर अभियान चलाया। मंदबुद्वि बच्चों के लिए स्थापित प्रेमाश्रम को भी वह लगातार सहयोग दे रहे है। सेवा निवृति के उपरांत एक निर्भिक पत्रकार व स्तंभकार के रूप में भी वह क्षेत्र की समस्याओं,जनभावनाओं को उठाने में अपनी भूमिका अदा कर रहे है, वहीं सामाजिक सरोकारों से भी जुड़े मसलो को लगातार आवाज प्रदान कर रहे है। पौधारोपण कार्यक्रम के इस मौके पर हिमोत्कर्ष की उपाध्यक्षा सावित्री तिवारी, बीओ सुरेश धीमान, वन रक्षक अर्जुन सिंह, ज्ञानचंद वन कर्मी, मदन सिंह वन कर्मी, नवयुवक मंडल मानपुर देवड़ा के अमृत, टोनी, रूप चंद, पंकज भटनागर, उमंग, सारंग, मनिंदर सिंह मनी, ज्ञान प्रकाश शर्मा, नागेन्द्र तरुण, राजेश, ओपी शर्मा, संजीव, सुरेश तोमर, धीरज चोपड़ा, बलदेव कृष्ण, आदेश शर्मा, राजपाल शर्मा, संजय कंवर, अशोक बहुता, अच्छर तेजवान आदि पत्रकार भी मौजूद रहे।