मुख्यमंत्री को दुखडा सुनाते परिजनों ने खोली मेडिकल काॅलेज के प्रबंधों की पोल- ddnewsportal.com

मुख्यमंत्री को दुखडा सुनाते परिजनों ने खोली मेडिकल काॅलेज के प्रबंधों की पोल- ddnewsportal.com

लचर व्यवस्था ने किया सीएम का स्वागत

मरीज पड़े सडकों पर, मुख्यमंत्री को दुखडा सुनाते परिजनों ने खोली मेडिकल काॅलेज के प्रबंधों की पोल

मुख्यमंत्री आज सिरमौर मुख्यालय नाहन मे पंहुचे है। पंहुचते ही जो वाकया उनके सामने आया उसने बता दिया कि जिला से स्वास्थ्य सेवाओं के क्या हालात है।परिजनों ने सीएम को दुखडा सुनाया, मरीज सडकों पर पड़े हैं और उन्हे देखने वाला कोई नही। ऐसी हालत देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि सिरमौर मे स्वास्थ्य सेवाएं राम भरोसे हैं। 
दरअसल, शुक्रवार को जिला सिरमौर में कोरोना से निपटने को लेकर तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नाहन पहुंचे। मुख्यमंत्री सीधे हेलीपैड से सर्किट हाउस पहुंचे जहां उन्होंने कुछ मिनट रुकने के बाद नाहन मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया। जिसके बाद वह सीधे नाहन मेडिकल कॉलेज पहुंचे। इस दौरान उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल, ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी, स्थानीय विधायक डॉ राजीव बिंदल, बलदेव तोमर, जिला भाजपा अध्यक्ष विनय गुप्ता आदि रहे। डॉ राजीव बिंदल ने नाहन मेडिकल कॉलेज में कोरोना को लेकर जो कमियां अस्पताल में मौजूदा समय है उनको लेकर अवगत कराया। इस दौरान

मुख्यमंत्री इमरजेंसी कक्ष और आईसीयू का जायजा लेने भी पहुंचे।
हैरानी करने वाली बात तो यह थी कि आईसीयू पूरा का पूरा खाली था और कोरोना से पीड़ित मरीज सड़कों पर पड़े थे। एक महिला जो कोरोना से संक्रमित थी और उसके परिजन रोते बिलखते रहे।  कोरोना उपचार को लेकर और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही को लेकर मरीजों के परिजनों ने मुख्यमंत्री के आगे जमकर गुबार निकाला। एक महिला जिसका पति मरणासन्न स्थिति में है और कुछ ऐसे व्यक्ति भी थे जिनके मरीज कोरोना से मर चुके थे और उनके मृतक शरीर के साथ जो डॉक्टर ने खिलवाड़ किया उसको लेकर भी स्थिति से अवगत कराया गया। इन पीड़ित परिजनों ने मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए नर्सिंग स्टाफ की जमकर तारीफ भी की। कोरोना संक्रमित पेशेंट की तीमारदार महिला ने मुख्यमंत्री को बताया कि कोविड-19 वार्ड में केवल नर्स और सफाई कर्मचारी ही उनकी देखरेख करते हैं। जबकि डॉक्टर कभी भी उनके वार्ड में निरीक्षण करने नहीं आते हैं। हालांकि जिला सिरमौर प्रशासन अपनी तरफ से हर स्थिति से निपटने को लेकर प्रतिदिन रणनीतियां बना रहा है। बावजूद इसके जिला में अब स्थिति लगभग लगभग नियंत्रण से बाहर होती नजर आ रही है। जिसका ताजा उदाहरण सीएम के समक्ष भी देखने को मिल गया है।