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माजरा पुलिस थाना ने इस मामले में प्रदेश में पाया दूसरा स्थान
सीसीटीएनएस प्रोजैक्ट की परफॉर्मैंस की रैंकिंग में राज्य पुलिस ने जारी की रिपोर्ट, तीन कैटेगरी में देखें किसका दबदबा...
CCTNS यानि क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नैटवर्क एंड सिस्टम प्रोजैक्ट की परफॉर्मैंस में जिला सिरमौर के पाँवटा साहिब पुलिस उपमंडल के अंतर्गत आना वाले पुलिस थाना माजरा ने पूरे प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है।
प्रोजैक्ट की परफॉर्मैंस की रैंकिंग में राज्य पुलिस ने बीते वर्ष की चौथी अंतिम तिमाही (अक्तूबर से दिसम्बर तक) की रिपोर्ट जारी की है। इनमें 3 कैटेगरी में शिमला जिले का दबदबा रहा है। पहली कैटेगरी में मंडी के सुंदरनगर थाना अव्वल रहा है। इस थाने ने 28.74 अंक झटके हैं। 27.48 अंक के साथ दूसरे स्थान पर सिरमौर का माजरा थाना, 27.44 अंक लेकर तीसरे स्थान पर मंडी का जोगिंद्रनगर थाना रहा।
वहीं, कैटेगरी 2 की बात करें तो इसमें शिमला के थानों का दबदबा रहा है। पहले तीनों स्थान पर शिमला के थाने आए हैं। पहले स्थान पर 29.50 अंक के साथ थाना ढली रहा जबकि 28.78 अंक लेकर रोहड़ू थाना दूसरे और 27.82 अंक के साथ झाकड़ी थाना तीसरे स्थान पर आंका गया है।
कैटेगरी 3 में शिमला का चौपाल थाना अव्वल आंका गया है। इस थाने ने 27.63 अंक प्राप्त किए हैं। हमीरपुर जिले का सुजानपुर दूसरे और कांगड़ा का मैक्लोडगंज तीसरे स्थान पर रहा है। सुजानपुर थाने ने 27.16 अंक और मैक्लोडगंज थाने ने 27.05 अंक हासिल किए हैं।
कब से चल रहा है प्रोजैक्ट-
हिमाचल प्रदेश में यह प्रोजैक्ट वर्ष 2015 से चल रहा है। इसमें मंत्रालय हर महीने फरफॉर्मैंस चैक करता है। सीसीटीएनएस का प्रयोग पुलिस की तरफ से अपराध व अपराधियों के डाटाबेस तैयार करने के लिए किया जाता है। हिमाचल प्रदेश को सीसीटीएनएस लागू करने में देश के पहाड़ी राज्यों में कई बार सर्वश्रेष्ठ आंका गया है। यह राष्ट्रीय ई-गवर्नैंस योजना के तहत गृह मंत्रालय द्वारा शुरू की गई केंद्र द्वारा वित्तपोषित एक मिशन-मोड परियोजना है। इस परियोजना का उद्देश्य विशेष रूप से पुलिस थाने स्तर पर पुलिसिंग की दक्षता और प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए एक व्यापक और एकीकृत ई-सिस्टम बनाना है।