नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो ने बताई हिमाचल में अपराध की स्थिति ddnewsportal.com
नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो ने बताई हिमाचल में अपराध की स्थिति
पढ़ें, प्रदेश में जुर्म की घटनाएं बढ़ी या घटी, महिला अपराध में...
नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो ने वर्ष 2021 में जुर्म के मामले में हिमाचल प्रदेश के जो आंकडे पेश किये हैं वो यह बता रहे हैं कि हिमाचल प्रदेश में बेटियां अब सुरक्षित होने लगी हैं। तीन वर्ष के आंकड़ों से यह निष्कर्ष निकला है। इस अवधि में महिला अपराध में गिरावट दर्ज की गई है। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (NCRB) की वर्ष 2021 की रिपोर्ट से इसकी जानकारी मिली है। इनमें महिला अपराध की राष्ट्रीय औसत दर 63.3, जबकि हिमाचल में
43.8 प्रतिशत है। इसकी पुष्टि डीजीपी संजय कुंडू ने भी की है।
माना जा रहा है कि गुडिय़ा हेल्पलाइन इसमे कारगर साबित हुई है। मौजूदा सरकार ने सत्ता के आने के बाद 26 जनवरी, 2018 को गुडिय़ा हेल्पलाइन स्थापित की गई। इसमें 1515 नंबर पर महिला शिकायत दर्ज करवा सकती है। इसमें हजारों महिलाओं ने शिकायतें की, इनका समयबद्ध तरीके से निपटारा हुआ। लेेकिन
पिछले साल जून में यह सेवा 112 में तब्दील हो गई। जबकि शक्ति एप फ्लाप साबित हुई। इसमें हजारों संदेश आए, लेकिन 95 प्रतिशत से अधिक काम के नहीं आए।
हिमाचल में महिला अपराध की बात करें तो वर्ष 2019 में 1636 मामले दर्ज हुए। 2020, में 1614 और 2021 में 1599 मामले दर्ज हुए।
इसी तरह हिंसक अपराध भी घटे है। वर्ष 2019 में 1833 मामले दर्ज हुए। 2020 में 1817 और 2021 में 1762 मामले दर्ज हुए हैं। ऐसे अपराधों की राष्ट्रीय दर 30 और हिमाचल में 23.8 प्रतिशत है।
उधर, डीजीपी संजय कुंडू ने ट्वीट किया है कि एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल में महिला अपराध में गिरावट आई है। यहां की औसत राष्ट्रीय औसत से काफी कम हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हिंसक अपराधों में भी कमी आई है।