Paonta Sahib: कठिन परिश्रम के साथ-साथ सकारात्मक दृष्टिकोण और धैर्य सफलता की कुंजी: राजीव कुमार ddnewsportal.com

Paonta Sahib: कठिन परिश्रम के साथ-साथ सकारात्मक दृष्टिकोण और धैर्य सफलता की कुंजी: राजीव कुमार
श्री गुरु गोबिंद सिंह जी राजकीय महाविद्यालय, पाँवटा साहिब में कैरियर काउंसलिंग और प्लेसमेंट सेल द्वारा निम्बस अकादमी चंडीगढ़ के संयोजन में दो-दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विषय कैरियर और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कौशल और रणनीतियाँ" था, जिसमें दो दिनों में विभिन्न विषयों के रिसोर्स पर्सन ने विद्यार्थियों को सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया। कार्यशाला का उद्घाटन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जगदीश चौहान एवं करियर काउंसलिंग सेल की डिप्टी हेड विमी रानी ने किया। अपने उद्घाटन संबोधन में प्राचार्य ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पाने के लिए केवल परिश्रम ही नहीं बल्कि सही दिशा, सही रणनीति और समय का सदुपयोग आवश्यक है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे इस प्रकार की कार्यशालाओं में सक्रिय रूप से भाग लेकर अपने ज्ञान व व्यक्तित्व का विकास करें।
इस कार्यशाला के माध्यम से, श्री गुरु गोबिंद सिंह जी राजकीय महाविद्यालय और निम्बस अकादमी चंडीगढ़ ने मिलकर विद्यार्थियों को सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए आवश्यक जानकारी और कौशल प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है जिसमे उनका विषय रहा "कैरियर और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कौशल और रणनीतियाँ" पहले दिन की कार्यशाला में निम्बस अकैडमी से आए विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों से संवाद किया।
राजीव कुमार, निदेशक – निम्बस अकैडमी फॉर आईएएस, जिन्होंने अब तक 10,000 से अधिक विद्यार्थियों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु प्रशिक्षित किया है, ने विद्यार्थियों को लक्ष्य निर्धारण, योजनाबद्ध अध्ययन और आत्मअनुशासन पर विशेष जोर देने की सलाह दी। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि कठिन परिश्रम के साथ-साथ सकारात्मक दृष्टिकोण और धैर्य सफलता की कुंजी है। इसी क्रम में जीवेश, संकाय सदस्य – निम्बस अकैडमी फॉर आईएएस, जिनका 4 वर्षों से अधिक का शिक्षण अनुभव है और जो हिमाचल सामान्य ज्ञान एवं समसामयिक घटनाओं के विशेषज्ञ हैं, ने विद्यार्थियों को राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय परीक्षाओं में हिमाचल जी.के. एवं करेंट अफेयर्स की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नियमित अख़बार पढ़ना, नोट्स बनाना और घटनाओं का विश्लेषण करना विद्यार्थियों को परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करता है। कार्यशाला के पहले दिन छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। अनेक विद्यार्थियों ने सवाल पूछे और अपने करियर संबंधी संदेहों का समाधान पाया। विशेषज्ञों ने उनके प्रश्नों का विस्तारपूर्वक उत्तर दिया और उन्हें आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
दूसरे दिन कार्यशाला का संचालन अर्काज़ शर्मा, वरिष्ठ संकाय सदस्य – निम्बस अकैडमी फॉर आईएएस, जीवेश तथा अभिषेक द्वारा किया गया। इस दिन मुख्य गतिविधियाँ ग्रुप डिस्कशन और मॉक इंटरव्यू रहीं। छात्रों को समूहों में विभाजित कर विभिन्न विषयों पर चर्चा करवाई गई, जिससे उनकी तर्कशक्ति, नेतृत्व क्षमता और संवाद कौशल का आकलन हुआ। इसके बाद मॉक इंटरव्यू आयोजित किया गया, जिसमें विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों से वास्तविक साक्षात्कार जैसी परिस्थितियों में प्रश्न पूछे और उनके उत्तर, शारीरिक भाषा तथा आत्मविश्वास पर मूल्यवान सुझाव दिए। इस सत्र में लगभग 50 छात्रों ने भाग लिया और इसे अपने करियर के लिए अत्यंत लाभकारी अनुभव बताया। विशेष बात यह रही कि सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागी विद्यार्थियों को पुरस्कार भी प्रदान किए गए, जिससे उनका उत्साह और बढ़ा। ग्रुप डिस्कशन प्रतियोगिता में पहला स्थान सोफिया, दूसरा स्थान शिवानी, तथा तीसरा स्थान मुस्कान और प्रिया (संयुक्त रूप से) को मिला। मॉक इंटरव्यू प्रतियोगिता में पहला स्थान अदिति, दूसरा स्थान सुहाना और तीसरा स्थान ऋतु ने प्राप्त किया। पर्सनैलिटी टेस्ट में 5 विद्यार्थियों ने भाग लिया, जबकि ग्रुप डिस्कशन में 8 विद्यार्थियों ने सक्रिय सहभागिता की। छात्रों ने कहा कि इस कार्यशाला से उन्हें न केवल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के व्यावहारिक अनुभव मिले, बल्कि आत्मविश्वास और प्रेरणा भी प्राप्त हुई। सेल की सचिव सदस्य डॉ. दीपाली शर्मा भंडारी और ट्रेनिंग और प्लेसमेंट अधिकारी प्रो दीपा चौहान ने बताया कार्यशाला में बी ए, बी कॉम, बी एस सी, तथा इंग्लिश, भूगोल, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, रसायन विज्ञान, गणित, वाणिज्य विषयों के विषयों के लगभग 100 विद्यार्थियों ने भाग लिया।