नदियों से घिरे नगर मे नही आग बुझाने के पुख्ता इंतजाम- ddnewsportal.com
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नदियों से घिरे नगर मे नही आग बुझाने के पुख्ता इंतजाम
मात्र 6 मे से 4 सक्रिय, 2 फायर हाईड्रेंट मे ही पूरा प्रेशर, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा।
चारों तरफ से नदियों से घिरे पांवटा नगर मे आग बुझाने के पुख्ता इंतजाम नही है। नगर मे मात्र 6 फायर हाईड्रेंट है जिसमे से 2 ही पूरी तरह से सक्रिय है। हेरत की बात तो यह है कि 4 फायर हाईड्रेंट मे भी प्रेशर इतना कम है कि वाहन मे पानी भरने मे घंटो लग जाते है। सिर्फ दो फायर हाईड्रेंट मे ही पूरा प्रेशर है। जिससे कहा जा सकता है कि पांवटा नगर बारुद के ढेर पर खड़ा है।
यहां पर आईपीएच विभाग पुराने ढर्रे पर ही चल रहा है। न तो नये फायर हाईड्रेंट लगाए जा रहे है और न ही पुरानो मे कोई सुधार हो रहा है। पांवटा नगर मे 13 वार्ड़ है। जिसमे करीब 40 हजार की आबादी रहती है। इतनी आबादी की आगजनी से सुरक्षा के लिए आईपीएच विभाग द्वारा कोई ठोस प्रबंध नही किए गए हैं। मात्र पांच फायर हाईड्रेंट और उनके भी इस प्रकार के हालात होने पर फायर ब्रिगेड को आपात के समय फेक्टरियों से पानी भरना पड़ता है। जानकारी के मुताबिक आईपीएच और फायर विभाग के एक सुयंक्त सर्वे के तहत पांवटा नगर परिषद क्षेत्र मे कुल 32 फायर हाईड्रेंट लगने प्रस्तावित हैं। सर्वे किए भी काफी समय हो चुका है। लेकिन प्रक्रिया इससे आगे नही बढ़ पाई है। अब इसमे विभाग मे कौन लापरवाही कर रहा है इसकी भी स्थानीय लोग जांच की मांग कर रहे है। हालांकि अब सूचना है कि इनके लिए बजट आ गया है जिससे काम शुरू होने की संभावना बन रही है। दरअसल, पांवटा साहिब एक औद्योगिक क्षेत्र है। यहां पर करीब 502 छोटे-बड़े उद्योग हैं। इस लिहाज से पूरे पांवटा नगर और आसपास के मुख्य स्थानों का भी एक सर्वे हुआ था। जिसके तहत कुल 172 फायर हाईड्रेंट प्रस्तावित किए गए। जिसमे औद्योगिक क्षेत्र सहित कौलोनियां और सड़क किनारे अहम स्थान शामिल है। जहां से फायर बिग्रेड का वाहन आपात के समय पानी भर सके। लेकिन लापरवाही की हद इस कदर है कि एक और जहां फायर विभाग दिन रात एक कर आगजनी पर काबू पाने की मशक्कत कर रहा है वहीं दूसरी और फायर हाईड्रेंट लगाने की प्रक्रिया आगे ही नही बढ़ रही है। नगर के बुद्विजीवियों का कहना है कि आईपीएच विभाग को इस बारे गंभीरता से कार्य करना चाहिए ताकि आगजनी जैसी घटना के दौरान लोगों की सुरक्षा पुख्ता की जा सके। आईपीएच के अधिषासी अभियंता जगबीर वर्मा ने बताया कि इस बारे प्रपोजल विभाग के उच्चाधिकारियों को भेजा गया था। गिसकी स्वीकृति मिल गई है। जल्द ही चयनित स्थानों पर फायर हाईड्रेंट लगा दिए जायेंगे। सक्रिय पांच फायर हाईड्रेंट मे कम प्रेशर के सवाल पर उन्होने कहा कि इन फायर हाईड्रेंट के साथ लोगों के घरों की पाईपलाईन भी है। जिस कारण फायर हाईड्रेंट सक्रिय होते ही पानी का वितरण लोगों तक पंहुच जाता है जिससे प्रैशर कम हो जाता है। इसके लिए भी अलग से लाईन बिछाने का प्रपोजल भेजा गया है। अभी फिलहाल दो फायर हाईड्रेंट मे ही पूरा प्रेशर है।