अब फिर जिम्मेदारी हमारी है- आरपी तिवारी ddnewsportal.com
अब फिर जिम्मेदारी हमारी है- आरपी तिवारी
एक वरिष्ठ नागरिक ने सांझा किया कोविड-19 से बचने के लिए वैक्सीनेशन का अनुभव, सभी से सहयोग की अपील
हिमाचल प्रदेश मे कोरोना से बचने के वैक्सीनेशन का तीसरा फेज़ चल रहा है। इसमे 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग और गंभीर बीमारी वाले 45 वर्ष से
अधिक आयु वर्ग के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। इसी कड़ी मे पांवटा साहिब के समाजसेवी और हिमोत्कर्ष के जिला सिरमौर के अध्यक्ष आरपी तिवारी ने भी अपनी धर्म पत्नी के साथ अस्पताल जाकर वैक्सीन लगाई। साथ ही इस दौरान अपना अनुभव शैयर कर अन्य लोगों से भी इस मुहिम मे सहयोग की अपील की। उन्होंने बताया कि
"सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित कोविशील्ड से कोरोना विश्वमारी को परास्त करने के लिए सरकार ने कमरकस ली है, अब जिम्मेदारी फिर हमारे ऊपर है कि हम आगे आयें और इस अभियान को सफल बनायें। किसी प्रकार के दुष्प्रचार से प्रभावित ना हों, लोंगों तक सही जानकारी पंहुचाएं और उन्हें आगे बढ़ कर टीकाकारण के लिए प्रेरित करे। स्वास्थ्य विभाग के सभी सम्बंधित डॉक्टर्स, नर्सेज, कर्मचारियों का आभार व्यक्त करें उनकी हौसला अफजाई करें। किसी भी समस्या से निबटने के लिए विभाग एकदम चौकस और तैयार है बिलकुल भी ना घबराएँ। एक जिम्मेदार नागरिक होने का अपना कर्तव्य निभाएं।
आज सुबह मुझे भी इस अभियान से जुड़ने का अवसर मिला। पहले हमने कोविड पर अपनी रजिस्ट्रेशन करवाई, जिसके लिए फ़ोन नंबर, आधार कार्ड (या कोई फोटो कार्ड) डाला और पंजीकरण हो गया। सुबह फ़ोन पर एक सन्देश आ गया कि आप इस हॉस्पिटल में जा कर 9.30 से 4 बजे के बीच अपनी वैक्सीन लगवा लें। हम दोनों हॉस्पिटल पंहुच गए, कार्ड माँगा रजिस्ट्रेशन दिखाया लाइन में लग गये। 5 मिनट बाद नाम पुकारा गया अन्दर गए शालीनता से नर्स ने कहा बाजू बाहर कर दें एक नर्स ने सहायता भी की इंजेक्शन बाजू पर रखा कुछ सेकंड में कहा हो गया, बगल वाले कमरे में चले जाएँ आधे घंटे निगरानी में रहेंगें। वहां चला गया एक नर्स ने नाम व फोन नंबर पूछा बोला आप यहाँ बैठ जाएँ, वहाँ पहले से कई लोग बैठे थे। हम दोनों भी वहां बैठ गए। सभी लोग जान पहचान के थे बातचीत भी शुरू हो गई। कुछ देर में डॉ संजीव सहगल आये और सबसे पूछा किसी को कोई दिक्कत तो नहीं है। उन्होंने इस वैक्सीन से होने वाले छोटे मोटे साइड इफ़ेक्ट के बारे में विस्तार से बताया – कहा कि किसी प्रकार की कोई गंभीर समस्या नहीं होगी, हर व्यक्ति में अलग-अलग तरह के छोटे मोटे रिएक्शन हो सकते हैं लेकिन घबराएँ नहीं कुछ दवा दी कि अगर जरूरत हो तो खा लें। डॉ.सहगल ने सभी से आग्रह किया की अपने आसपास के वरिष्ठ नागरिकों और गंभीर बीमार लोंगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें। आधे घंटे के दौरान डॉ देओल और डॉ जैन भी आये और उन्होंने भी सबको आश्वस्त किया की किसी प्रकार की कोई दिक्कत हो तो बताएं। आधे घंटे बाद सावित्री और मैं घर आ गए यह पोस्ट लिखने तक करीब तीन घंटे हो गए हैं अभी तक कोई परेशानी नहीं है।
आप सभी से अनुरोध है कि इस अभियान को सफल बनायें। बहुत खो चुके है अब और हिम्मत नहीं है। जब नहीं था तो कहते थे कब आएगा, जब आ गया तो भाग रहे डर रहे ऐसे कैसे चलेगा। लगवाना तो आप को ही पड़ेगा, आगे आइये और अपनों को भी ले आइये। सुरक्षित रहिये।"