Paonta Sahib: भंगानी में करोड़ों के निर्माणाधीन पुल की नींव खनन से हो रही खोखली, NGT के समक्ष मामला उठायेंगे ग्रामीण ddnewsportal.com
Paonta Sahib: भंगानी में करोड़ों के निर्माणाधीन पुल की नींव खनन से हो रही खोखली, NGT के समक्ष मामला उठायेंगे ग्रामीण
वैसे तो पाँवटा साहिब के नदी के साथ लगते शायद ही कोई ऐसे इलाके हो जहां पर कानून नियमों को ताक पर रखकर अवैध खनन न हो रहा हो। रौजाना यहा पर कभी वन विभाग तो कभी पुलिस और कभी माइनिंग विभाग द्वारा अवैध खनन के मामले पकड़े जाते हैं लेकिन बावजूद इसके भी यह सिलसिला थम नही रहा है। लेकिन अब खनन का जो मामला सामने आया है उससे करोड़ों रुपए से बन रहे दो राज्यों को जोड़ने वाले पुल को भी खतरा पैदा हो रहा है। यहां पुल के नीचे खनन हो रहा है जिसे बंद करने की ग्रामीण मांग कर रहे हैं। बड़ी बात यह है कि खनन विभाग को जैसे पता ही नही है और शिकायत मिलने पर कार्रवाई की बात कर रहे है।
जानकारी के मुताबिक पाँवटा साहिब के ग्राम पंचायत भगाणी में किसानों की नदी किनारे की जमीन को माइनिंग के लिये लीज पर लिया गया था, परन्तु कुछ समय पश्चात उन जमीनों को बिना उनकी जानकारी के आगे दूसरी कंपनी को अधिक दामों पर दे दिया गया। मुख्य समस्या तो तब शुरू हुई जब सरकार द्वारा विकासनगर (उत्तराखंड) से भगाणी (हिमाचल) को जोड़ने के लिए लगभग 60 करोड़ की लागत से एक पुल का निर्माण कराया गया और वर्तमान में पुल तैयार भी हो गया है। केवल हिमाचल की तरफ का सड़क कार्य अधूरा है जो की जल्दी ही पूरा होने की उम्मीद है। इस पुल निर्माण से आसपास की लगभग 25 पंचायतों के निवासियों लाभ मिलेगा।
नियमानुसार जो की माइनिंग विभाग ने कन्फर्म भी किया है कि पुल से अपस्ट्रीम में 300 मीटर और डाउनस्ट्रीम में 200 मीटर तक खनन नहीं किया जा सकता, लेकिन यह पुल बनने के बाद अभी तक इस दायरे में आने वाली लीज को कैंसिल नहीं किया गया है। ऐसी भी जानकारी है कि इन्ही लीज के बलबूते नए क्रशर की परमिशन भी ली जा रही है। 13 मार्च को अधिकारियों की मौजूदगी में दोबारा से नियम के खिलाफ जा कर 300 मीटर के अंदर बुर्जिया लगायी गई। पुल के नीचे से 300 मीटर तक खनन का कार्य किया जा रहा है जो कि अभी बने हुए नए पुल की लिए एक गंभीर खतरा पैदा कर रहा हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारियों को इस पर ध्यान देने की अति आवश्यकता है अन्यथा ये पुल शुरू होने से पहले ही खनन माफियों के लालच की भेट चढ़ जाएगा।
किसानों का कहना है की जब लीज पर जमीन दी गयी थी तब यहाँ पुल नहीं था और अब पुल की सुरक्षा और माइनिंग नियमो को देखते हुए सभी 300 मीटर (सभी लीज अपस्ट्रीम पर है) तक आने वाली लीज को कैंसिल कर दिया जाना चाहिए। यहाँ किसानों ने ये भी कहा कि गांव नवादा के एक व्यक्ति, जो कि अपने को एक बड़े नेता का करीबी बताते है, ने जबरदस्ती खेती की भूमि जो की लीज पर नहीं है वहां पर भी बुर्जिया लगवा दी है। ग्रामीणों द्वारा इस मुद्दे को NGT के समक्ष उठाने की भी तैयारी की जा रही है।
उधर, माइनिंग अधिकारी का वही जवाब कि उन्हे कोई शिकायत नही मिली है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।