Paonta Sahib: सैनिक विश्रामगृह पर जड़ दिए ताले, भूतपूर्व सैनिक संगठन ने जताया ऐतराज, जानिए वजह... ddnewsportal.com
Paonta Sahib: सैनिक विश्रामगृह पर जड़ दिए ताले, भूतपूर्व सैनिक संगठन ने जताया ऐतराज, जानिए वजह...
पाँवटा साहिब के प्राईम लोकेशन में स्थित सैनिक विश्रामगृह पांवटा साहिब में ताले जड़ दिए गए है। रेस्ट हाऊस सील करने पर भूतपूर्व सैनिक संगठन ने कड़ा ऐतराज जताया है और इसे फिर से खोलने की मांग की है।
दरअसल, यहां के एसडीएम कार्यालय और यमुना टूरिज्म होटल के बगल में स्थित सैनिक विश्रामगृह को अचानक बंद कर दिया गया है। यहां पर तैनात कर्मचारी को भी घर भेज दिया गया है। इसकी सूचना जब भूतपूर्व सैनिक संगठन को मिली तो उन्होंने इस फैसले पर विरोध जताया। मामले को लेकर भूतपूर्व सैनिक संगठन पाँवटा साहिब-शिलाई द्वारा एक आपात बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान पाँवटा साहिब में सील किये गए सैनिक विश्रामगृह का भूतपूर्व सैनिकों ने विरोध किया।
इसको लेकर फैसला लिया गया कि डीसी सहित एसडीएम के माध्यम से सैनिक कल्याण मंत्री हिमाचल प्रदेश सहित प्रदेश सरकार को ज्ञापन सौंपा जाएगा। भूतपूर्व सैनिक के संगठन के अध्यक्ष सूबेदार मेजर करनैल सिंह ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि सैनिक विश्रामगृह को बंद करना सरासर गलत है।
उन्होंने कहा कि हम इसका विरोध करते हैं साथ ही सरकार से विश्रामगृह को वापस चलाये जाने की मांग उठाते है। क्योंकि यह सैनिक के वेलफेयर, भूतपूर्व सैनिकों सहित शहीद के परिवारों से सम्बंधित है। ऐसे में सैनिक विश्रामगृह को सील करना उचित नहीं है। कहा कहा कि क्या प्रशासन और सरकार को शहीदों की शहादत पर आपत्ति है जो भूतपूर्व सैनिक संगठन, शहीदों और सैनिकों से सैनिक विश्राम के नाम से उनके सिर से छत भी उठा ली गई है।
भूतपूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष सूबेदार करनैल सिंह ने कहा कि अगर प्रशासन और सरकार इसके बारे में दोबारा नहीं सोचता है तो हमें आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
बताया जा रहा है कि रेस्ट हाऊस घाटे में जा रहा था जिस कारण इसे बंद किया गया है।
इस आपात बैठक के दौरान डॉक्टर कैप्टन एसपी खेड़ा, भूतपूर्व सैनिक संगठन संरक्षक सूबेदार मेजर करनैल सिंह, अध्यक्ष उपाध्यक्ष नरेंद्र ठुंडू, कोषाध्यक्ष तरुण पूर्व, अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष स्वरंजित सिंह, मीडिया प्रभारी नरेश कुमार, मामराज शर्मा, तोताराम चौहान, जीवन सिंह, कुलदीप सिंह, सुरेंद्र सिंह, स्वरंजित नारायण सिंह, सचिव निर्मल सिंह, रमेश चंद्र आदि भूतपूर्व सैनिक मौजूद रहे।