एसडीएम के आदेशों के बाद भी बंद नही हुए झुले ddnewsportal.com

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फाइल फोटो।

एसडीएम के आदेशों के बाद भी बंद नही हुए झुले

होला मोहल्ला के आधिकारिक समापन के 20 घंटे बाद भी चालू, कार्यप्रणाली पर उठने लगे सवाल।
 
पांवटा साहिब में नगर परिषद द्वारा आयोजित होला मोहल्ला आधिकारिक रूप से शनिवार को समपन्न हो गया लेकिन बावजूद इसके एसडीएम व मेला अधिकारी पांवटा साहिब विवेक महाजन के आदेशों के बाद भी रविवार को पूरे दिन अवैध रूप से झूले चलते रहे। अवैध रूप से इसलिए क्योंकि अब न तो झूलों को फिटनेस सर्टिफिकेट दिया गया है और बंद करने के आदेश भी दिये गये है। फिर भी सरेआम आदेशों की झूला संचालक द्वारा धज्जियां उड़ाई गई जो कईं सवाल खड़े कर गया है। दरअसल पांवटा पुलिस थाना के ठीक सामने ही झूले पिछले 20 घण्टे से अवैध तौर पर चल रहे हैं। इस दौरान यदि कोई अनहोनी घटना पेश आती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा..?
पत्रकारों द्वारा जब इस बाबत एसडीएम विवेक महाजन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्होंने बीते कल ही आधिकारिक तौर पर झूले व दुकानें बंद

करने के आदेश तहसीलदार को जारी किए हैं। 
वहीं, जब इस बात को लेकर तहसीलदार वेद प्रकाश अग्निहोत्री से बात की गई तो बताया कि उन्होंने बिजली विभाग को कनेक्शन काटने व पुलिस विभाग डीएसपी बीर बहादुर को निर्देश दिए हैं कि झूला बंद करवाया जाए। डीएसपी बीर बहादुर ने बताया कि इस बारे में उन्होंने एसएचओ पांवटा थाना अशोक चौहान को आदेश किए हैं। यदि आदेश जारी हुए हैं तो झूले चल क्यों रहे है। 
हैरानी की बात यह है कि प्रशासनिक अधिकारी इस बाबत एक दूसरे को निर्देश-आदेश करने की बात कहते नजर आए। जबकि उक्त सभी अधिकारियों के संज्ञान में है कि मेले में अवैध तौर पर झूले चले हुए हैं।  
इस बारे में नगर परिषद पांवटा के वार्ड 6 से पार्षद रविंद्र सिंह ने बताया कि मेले में झूले बिल्कुल अवैध तौर से चल रहे हैं, जो कि सरासर गलत है। झूलों को लेकर कोई फिटनेस सर्टिफिकेट जारी नहीं हुआ है, जिस कारण कोई भी अनहोनी घटना पेश हो सकती हैं। फिर जिम्मेवारी कौन लेगा। इस दौरान होने वाली किसी भी घटना का जिम्मेदार पांवटा प्रशासन होगा। क्योंकि नगर परिषद द्वारा मेले को जारी रखने को कोई लिखित आग्रह प्रशासन को न  हैं।
बता दें कि नगर परिषद ने छोटे दुकानदारों को दो दिनों की और राहत प्रदान करते हुए बिना किराए के सामान बेचने की अनुमति दी है। इस दौरान प्लॉट व झूला ठेकेदार किसी भी तरह का कर व किराया वसूल नहीं करेगा।
उधर, नगर परिषद उपाध्यक्ष ओ पी कटारिया ने बताया कि मेला समाप्त कर दिया गया हैं। दो दिनों की छोटे दुकानदारों को राहत दी गई हैं। जिस दौरान प्लाट व झूला ठेकेदार कोई किराया नहीं वसूल सकेगा।