Sirmour: हर्षवर्धन चौहान बोले: शिलाई क्षेत्र का हूँ प्रतिनिधि, क्षेत्र का विकास मेरी प्राथमिकता ddnewsportal.com
हर्षवर्धन चौहान बोले: शिलाई क्षेत्र का हूँ प्रतिनिधि, क्षेत्र का विकास मेरी प्राथमिकता
हिमाचल प्रदेश के उद्योग, संसदीय मामले एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि शिलाई क्षेत्र का जन प्रतिनिधि होने के नाते क्षेत्र का संपूर्ण विकास उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि शिलाई क्षेत्र की जनता ने उन्हें आशीर्वाद देकर विधानसभा भेजा और कैबिनेट मंत्री के रूप में अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करते हुए वह शिलाई क्षेत्र में विकास की नई ईबारत लिखने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि शिलाई क्षेत्र में अभी तक जितने भी बड़े और उल्लेखनीय विकास कार्य हुए हैं, वह सब उनके कार्यकाल और प्रदेश में रही कांग्रेस सरकारों के कार्यकाल में ही हुए हैं।
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान अपने शिलाई विधानसभा क्षेत्र के प्रवास के दौरान गत सांय बकरास में जन समस्यायें सुन रहे थे।
हषवर्धन चौहान ने कहा कि गत सांय क्यारी गुंडाह से पांवटा बस सेवा का शुभारम्भ हुआ है जिससे क्षेत्र के सैंकडों लोगों, विशेषकर महिलाओं, बजुर्ग, स्कूली बच्चों, अपंगों आदि को विशेष लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि क्यारी गुंडाह सड़क उनके कार्यकाल में ही निर्मित हुई थी। उद्योग मंत्री हर्ष वर्धन चौहान पांवटा साहिब से क्यारी गुंडाह तक बस में सवार होकर बकरास पहुंचे जहां पर जगह-जगह स्थानीय लोगों ने उनका स्वागत और अभिनंदन किया।
हर्ष वर्धन चौहान ने कहा कि आपदा के कारण प्रदेश में 450 से अधिक लोगों की जानें गई हैं तथा 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश में राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए प्रस्ताव पारित कर केन्द्र सरकार को भेजा है। किन्तु खेद का विषय है कि विपक्षी दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया।
उद्योग मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार प्रदेश में 77 हजार करोड़ रूपये के ऋण का बोझ छोड़कर गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आई आपदा तथा सीमित संसाधनों के बावजूद मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खु के नेतृत्व में प्रदेश में विकास कार्यों को थमने नहीं दिया गया है।
हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि शिलाई विधानसभा क्षेत्र में 52 करोड़ रुपये की लागत से नई सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा 60 करोड़ रुपये की लागत से पेयजल योजनाओं का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि शिलाई अस्पताल के भवन का निर्माण 2 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिलाई क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदुढ़ करने के उददेश्य से 5 चिकित्सकों की नियुक्ति शिलाई अस्पताल में की जा रही हैं तथा हॉस्पिटल का कार्य प्रगति पर है। उद्योग मंत्री ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बकरास के भवन के लिए 25 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने टिम्बी में भूमि उपलब्ध होने पर विश्राम गृह निर्मित करने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने सामुदायिक भवन बकरास के लिए तीन लाख रुपये देने की घोषणा की। इस मौके पर पूर्व जिला परिषद सदस्य रणजीत सिंह, पूर्व चैयरमैन रतन सिंह, प्रधान महिला मंडल श्याम कला के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी व पंचायती राज संस्थानों के पदाधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
वहीं बुधवार को उद्योग, संसदीय मामले एवं आयुष मंत्री ने बुधवार को शिलाई लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में अधिकारियों के साथ बैठक करके शिलाई विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्यों का जायजा लिया। बैठक के दौरान उद्योग मंत्री ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ क्षेत्र में लंबित और वर्तमान में चल रहे विकास कार्यों के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की।
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि शिलाई क्षेत्र में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा हर तीन माह में की जायेगी। उन्होंने कहा कि शिलाई विधानसभा क्षेत्र में सड़क, पेयजल, स्वास्थ्य जैसी जन सेवाओं पर विशेष फोकस किया जा रहा है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि सभी विभाग आपस में समन्वय बनाकर कार्य करें ताकि क्षेत्र के लोगों को प्रत्येक योजनाओं का लाभ जल्द से जल्द मिल सके,तभी जन आकांक्षाओं को पूरा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के समय में क्षेत्र में जो विकास कार्य थम गये थे उन्हें पुनः गति प्रदान की जायेगी।
उन्होंने कहा कि शिलाई क्षेत्र में पेयजल की समस्या को देखते हुए विभिन्न पेयजल योजनाओं पर प्राथमिकता के आधार पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में 60 करोड़ रुपये की धनराशि विभिन्न पेयजल योजनाओं पर व्यय की जा रही है
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि शिलाई क्षेत्र में सड़कों के निर्माण को प्राथमिकता के आधार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में प्रधानमंत्री सड़क योजना तथा नाबार्ड के तहत विभिन्न सड़कों के निर्माण के लिए 52 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत हुई है जिस पर कार्य आरम्भ करने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि शिलाई क्षेत्र भौगोलिक रूप से काफी कठिन है और सड़कों के क्षेत्र में यहां अभी बहुत किया जाना बाकी है। उन्होंने कहा कि जनता के सहयोग से हम शिलाई क्षेत्र में नई सड़कों के निर्माण और उपलब्ध सड़कों की दशा को बेहतर करने के लिए कृत संकल्प हैं।
उन्होंने कहा कि शिलाई में मिनि सचिवालय का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर किया जायेगा क्यांेकि पिछली सरकार द्वारा धन का प्रावधान न होने के कारण यह कार्य नहीं हो पाया था। उन्होंने कहा कि शिलाई अस्पताल भवन काफी समय से लंबित है जिसे पुनः आरम्भ किया जायेगा। इसी प्रकार रोनाहाट कॉलेज भवन निर्माण कार्य आरम्भ कर दिया है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार की बहुत सी योजनायें हैं जिन पर कार्य किया जाना है। उन्होंने कहा कि शिलाई क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत विभिन्न पेयजल येाजनाओं के लिए 16 करोड रुपये की धनराशि स्वीकृत हुई हैं जिनका शिलान्यास शीघ्र किया जायेगा।
उद्योग मंत्री ने कहा कि वागना गांव के लिए उठाउ पेयजल योजना के लिए 2.25 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं। इसी प्रकार गुददी गांव के लिए 2.45 करोड़ रुपये की पीने के पानी की योजना स्वीकृत हुई हैं।
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि यद्यपि प्रदेश में वर्तमान मेें संसाधनों की कमी है किन्तु उसके बावजूद हम शिलाई क्षेत्र के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।इस अवसर परअध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शिलाई सीता राम शर्मा, एसडीएम शिलाई सुरेश सिंघा, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग अरविंद शर्मा, अधीक्षण अभियंता जल शक्ति विभाग राजीव महाजन, अधीक्षण अभियंता विधुत बोर्ड दर्शन सिंह ठाकुर, डीएसपी मानवेंद्र ठाकुर, परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण अभिषेक मित्तल, बीडीओ शिलाई अजय सूद, जिला आयुष अधिकारी राजन सिंह, महा प्रबंधक उद्योग साक्षी सती, सदस्य सचिव उद्योग रचित शर्मा, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति शिलाई राजेश कुमार, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग वी. के. अग्रवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।