विकास को किसने कह दिया अधमरा और कुपोषित ddnewsportal.com

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विकास को किसने कह दिया अधमरा और कुपोषित

बजट सत्र के दौरान गर्माया माहौल, सरकार पर तीखे वार...

वैसे तो नेताओं की बयानबाज़ी की कोई सीमा रहती नही हैं और आए दिन नेताओं के बयानों से राजनैतिक गलियारे भी गर्माते हैं। लेकिन यदि विधानसभा सत्र के दौरान सरकार के खिलाफ कोई विधायक अधमरा और कुपोषित जैसे शब्द इस्तेमाल करें तो भाषा पर सवाल उठने लाजिमी है। हालांकि वर्तमान समय में यह चलन बनने लगा है और नेता एक दूसरे के प्रति बयानबाज़ी में सभ्यता का कम ही ध्यान रखते हैं। 


हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कांग्रेस के विधायक जगत सिंह नेगी ने राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा का शुभारंभ करते हुए सरकार पर जोरदार हमले बोले और पूछा कि आखिर सरकार का किस बात के लिए धन्यवाद किया जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के समय विकास अधमरा व कुपोषित है जबकि कांग्रेस सरकार के समय विकास बलिष्ठ व यौवन से पूर्ण था। उन्होंने आरोप लगाया कि जयराम सरकार कोरोना काल में केवल वीडियो काॅन्फ्रैंस में व्यस्त रही और लोगों के कोई काम नहीं हुए। कोरोना से जहां एक ओर लोग मर रहे थे, वहीं दूसरी ओर सरकार भ्रष्टाचार में व्यस्त थी। जगत सिंह नेगी ने सरकार से यह भी पूछा कि

उसके स्वर्णिम दृष्टिपत्र का क्या हुआ और वह अभिभाषण से गायब क्यों है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सारा बजट और विकास केवल 2 विधानसभा क्षेत्रों में ही हुआ। उन्होंने सरकार पर जनजातीय क्षेत्रों के विकास की अनदेखी करने और डर दिखाकर कर्मचारियों के आंदोलन को कुचलने को आरोप भी लगाया।
राज्यपाल की अभिभाषण पर हुई चर्चा के दौरान शोर-शराबा हुआ तथा कुछ समय के लिए सदन का माहौल गर्मा गया। माहौल उस समय गर्माया जब कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक व यूक्रेन में फंसे लोगों का मुद्दा उठाया तथा कहा कि केंद्र सरकार पूर्व की कांग्रेस सरकार द्वारा चलाई जा रही 35 योजनाओं का नाम बदल कर श्रेय ले रही है। इसका विपक्षी सदस्यों ने विरोध किया तथा कुछ समय में लिए सदन का माहौल गर्मा गया जो बाद में शांत हो गया।