वैक्सीन की बर्बादी....... 04 जून 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

वैक्सीन की बर्बादी.......  04 जून 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

वैक्सीन की बर्बादी.......

04 जून 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा 

स्टेराॅयड से सावधान, HRTC कर्मचारियों की मौज, रेमडेसिविर का सदुपयोग, सतत विकास मे मारी बाजी, समय पर पंहुचायें अस्पताल, NCC की भूमिका, किसानों को 35 परियोजनाएं, कोविड मंत्र जारी, बड़े अस्पतालों में आॅक्सीजन संयंत्र, हिमाचली युवा मोहरे और...... कोविड बुलेटिन।

विस्तार-

1- HRTC कर्मचारियों को सरकार ने दी राहत।

हिमाचल प्रदेश सरकार ने हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) में सुधार कार्यों के लिए नियमित बजट के अलावा 259 करोड़ रुपये की अतिरिक्त वित्तीय सहायता प्रदान की है। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने हिमाचल पथ परिवहन निगम की कार्य प्रणाली की समीक्षा के दौरान कही। जय राम ठाकुर ने कहा कि एचआरटीसी कर्मचारियों और पेंशन धारकों के छह करोड़ रुपये के लंबित चिकित्सा प्रतिपूर्ति बिलों का निपटारा एक माह के भीतर कर दिया जाएगा। उन्होंने एचआरटीसी के अधिकारियों को निगम के कर्मचारियों और पेंशन धारकों के सभी लंबित भत्तों का निपटारा चरणबद्ध रूप से करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार, निगम को प्रदान की जाने

वाली मासिक सरकारी सहायता में पर्याप्त वृद्धि करेगी ताकि यह अपना खर्च वहन कर सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार, निगम को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान कर रही है। जय राम ठाकुर ने कोविड महामारी के दौरान देश के विभिन्न भागों में फंसे प्रदेशवासियों की सहायता के लिए निगम की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान हिमाचली विद्यार्थियों और अन्य व्यक्तियों की घर वापसी के लिए 4618 बसों और ई-टैक्सी की सेवाएं ली गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में प्रभावी कोविड प्रबंधन के लिए नोडल अधिकारियों द्वारा मांगी गई बसों के लिए एचआरटीसी को 13 करोड़ रुपये प्रदान किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि एचआरटीसी ने यात्रियों की सुविधा और पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2019-20 के दौरान 50 इलैक्ट्रिक वैन के अतिरिक्त 50 इलैक्ट्रिक बसों की खरीद की। इन बसों और टैक्सियों के माध्यम से लोगों को सुविधाजनक और प्रदूषणमुक्त सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि निगम की सुचारू कार्यप्रणाली सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न श्रेणियों के 890 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल के दौरान तकनीकी बहुद्देश्यीय सहायक के 1090 और चालक, परिचालक व अन्य स्टाफ के 590 पद भरे गए हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार कैशलैस ट्रांजेक्शन, बस समय-सारिणी को आॅनलाइन दर्शाने और जीपीएस की सहायता से वाहनों का सही स्थान पता करने जैसी सुविधाओं द्वारा यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए एचआरटीसी में आधुनिक एकीकृत सार्वजनिक परिवहन प्रबंधन प्रणाली आरम्भ करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 200 नई बसों की खरीद कर मौजूद पुरानी बसों को बदला जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बस अड्डों और कार्यशालाओं में सुधार करने और उन्नयन के लिए एचआरटीसी को 10.50 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत धर्मशाला तथा शिमला स्थित ढली और लक्कड़-बाजार बस अड्डों में क्षेत्रीय कार्यशालाएं विकसित की जाएंगी।
 
2- रेमडेसिविर के सदुपयोग के संबंध में दिशा-निर्देश जारी।

हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि रेमडेसिविर का उपयोग आवश्यकतानुसार सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके दृष्टिगत स्टेट क्लीनिकल टीम की सिफारिशों के अनुसार रेमडेसिविर का उपयोेग केवल कोविड-19 के मध्यम से लेकर गंभीर मामलों में ही किया जाए, जिनमें अनुपूरक आॅक्सीजन की आवश्यकता है और किडनी या लीवर की बीमारी से संबंधित कोई हिस्ट्री नहीं है। उन्होंने कहा कि इसका उपयोग उन मरीजों के उपचार में नहीं किया जाना चाहिए जो आॅक्सीजन स्पोर्ट पर नहीं हैं या होम आइसोलेशन में हैं। उन्होंने कहा कि रेमडेसिविर को

केवल अस्पताल में ही लगाया जा सकता है और ऐसे मामलों में निर्णय लेने के लिए प्रत्येक डीसीएचसी और डीसीएच में रेमडेसिविर आॅडिट समिति का गठन किया जाना चाहिए। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि रेमडेसिविर का न तो घर पर भंडारण किया जाए और न ही घर पर इसका उपयोग किया जाना चाहिए। कोविड कपेस्टि पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार प्रदेश में विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में रेमडेसिविर के कुल 8970 वायल उपलब्ध हैं।

3- सतत विकास लक्ष्य मे हिमाचल का देश मे दूसरा रैंक।

सतत विकास लक्ष्य (SDG) इंडिया इंडेक्स 2020-21 में हिमाचल प्रदेश ने देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है, जबकि केरल एक बार फिर शीर्ष स्थान पर काबिज है। केरल को 75 और हिमाचल को 74 अंक मिले हैं। केंद्र सरकार के थिंक टैंक नीति आयोग ने गुरुवार को राज्यों की रैंकिंग जारी की। हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ तमिलनाडु भी दूसरे स्थान पर रहा है। इसके तहत राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों का सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय पैरामीटर्स पर प्रगति का आंकलन किया जाता है। इस साल बिहार, झारखंड और असम सबसे खराब प्रदर्शन करने वालों राज्यों में शामिल हैं। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने गुरूवार को एसडीजी इंडेक्स का तीसरा एसडीजी इंडेक्स जारी किया। केंद्रशासित प्रदेशों में 79 अंकों के साथ चंडीगढ़ पहले नंबर, जबकि 68 अंकों के साथ दिल्ली दूसरे स्थान पर आया।

4- अत्यधिक स्टेराॅयड से घटती है इम्यूनिटी, ब्लैक फंगस का खतरा, जारी हुई एडवाइजरी।

स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि कोविड के विभिन्न मामलों में यह देखा गया है कि कोरोना संक्रमित मरीज चिकित्सकों से परामर्श लिए बिना ही अत्यधिक मात्रा में स्टेराॅयड ले रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप शरीर में वायरस से लड़ने के लिए इम्यूनिटी कम होना व ब्लड शुगर में अनियमितता जैसे प्रतिकूल प्रभाव हो सकते हैं। इसके अत्यधिक उपयोेग से ब्लैक फंगस जैसे विभिन्न प्रकार के संक्रमणों में वृद्धि भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि स्टेट क्लीनिकल टीम ने सुझाव दिया है कि स्टेराॅयड का प्रयोग चिकित्सा परामर्श के साथ केवल उन कोविड-19 के मरीजों में ही किया जाना चाहिए, जिनका आॅक्सीजन स्तर कम है। भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकाॅल के अनुसार चिकित्सक को केवल मध्यम और गंभीर कोेविड-19 संक्रमण के मामालों में ही स्टेराॅयड का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने सांस लेने में परेशानी के लक्षणों वाले लोगों से आग्रह किया है कि वे जल्द से जल्द अपना कोविड-19 टेस्ट करवाएं और स्वयं स्टेराॅयड का उपयोग करने से बचे।

5- कोविड के मरीजों को शीघ्र अस्पताल पहुंचाना करें सुनिश्चित।

स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि कोविड मरीजों को क्वारंटीन होने तथा सामाजिक भय और सामान्य जुखाम को हलके में लेने के कारण स्वास्थ्य संस्थानों में पहुंचाने में देरी की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि को-माॅर्बिड मरीजों को डीसीसीसी तथा डीसीएचसी संस्थानों में दाखिल कर उनकी सघन निगरानी की जानी चाहिए तथा सांस लेने में तकलीफ या आॅक्सीजन की कमी का शीघ्र पता लगाया जाना चाहिए। को-माॅर्बिड तथा वृद्वजन मरीजों को नियमित रूप से अस्पताल जाने के बजाय ई-संजीवनी ओपीडी के माध्यम से टैली परामर्श सेवाओं का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने सभी लोगों विशेषकर को-माॅर्बिड मरीजों से कोविड टीकाकरण के लिए आगे आने का आग्रह किया। उन्होंनेे कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड-19 के मरीजों को नियमित फाॅलोअप के लिए हिमाचल कोविड केयर ऐप पर पंजीकरण करवाना चाहिए ताकि उनकी नियमित निगरानी की जा सके। इससे मरीज की स्थिति बिगड़ने पर समय रहते उच्च स्वास्थ्य संस्थान में रैफर करने से मृत्यु दर में कमी सुनिश्चित होगी। प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में कोविड के मरीजों को शीघ्र स्वास्थ्य संस्थानों में पहुंचाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए है। इस उद्देश्य के लिए 24 घंटे कार्यशील समर्पित केंद्रीय डेस्क स्थापित किया जा सकता हैं जो आम लोगों को जागरूक करेगा। उन्होंने सभी चिकित्सकों से समय-समय पर भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, केंद्र सरकार, एम्स, आइसीएमआर तथा प्रदेश सरकार द्वारा जारी उपचार प्रोटोकाॅल व दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 जैसे लक्षणों वाले मरीजों तथा आरटी-पीसीआर टेस्ट में नेगेटिव आने वाले मरीजों में यदि आॅक्सीजन की कमी पाई जाती है तो उन्हें अस्पताल के ट्राइएज क्षेत्र में दाखिल कर कोविड-19 प्रबंधन के लिए बताया गया उपचार आरंभ किया जाना चाहिए।

6- विद्यार्थियों के समग्र विकास में NCC की भूमिका महत्त्वपूर्णः गोविन्द ठाकुर

हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की सिफारिशों के अनुसार प्रदेश के विश्वविद्यालयों में एनसीसी को सामान्य वैकल्पिक क्रेडिट पाठ्यक्रम के रूप में शामिल करने सम्बन्धी समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में बच्चों के समग्र और समुचित विकास पर विशेष बल दिया गया है क्योंकि एनसीसी विद्यार्थियों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। एनईपी-2020 में एनसीसी को क्रेडिट कोर्स के रूप में शामिल करने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य उच्चतर शैक्षणिक संस्थानों में अतिरिक्त पाठ्यक्रम और सह-पाठ्यक्रम के बीच के अन्तर को समाप्त करना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार एनसीसी को प्रदेश के विश्वविद्यालयों में सामान्य वैकल्पिक क्रेडिट पाठ्यक्रम के रूप में शामिल करने के लिए प्रयासरत है। विद्यार्थियों को इस विषय की शिक्षा प्रदान करने के लिए सुपर ट्रेनर नियुक्त किए जाएंगे जो विद्यार्थियों को एकता और अनुशासन का पाठ पढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लड़कियों की एक बटालियन के साथ पांच एनसीसी बटालियन, पांच स्वतंत्र एनसीसी क्वाॅयस, एक नौ सेना यूनिट और एक एयर स्कवाॅड्रन है। एनसीसी प्रदेश के 28 हजार 724 कैडेट को प्रशिक्षण प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के संवेदनशील क्षेत्रों के विद्यार्थियों को एनसीसी के अन्तर्गत प्रशिक्षण लेने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी की पहली लहर मे एनसीसी कैडेटस ने लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ जरूरतमंद लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाई थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों में एनसीसी पाठ्यक्रम को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुसार 44 बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के अन्तर्गत सामान्य वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल किया जाना चाहिए ताकि युवाओं का समग्र और समुचित विकास सुनिश्चित किया जा सके।

7- किसानों के लिए 35 योजनाएं।

हिमाचल प्रदेश सरकार के सचिव कृषि अजय कुमार शर्मा ने कृषि निदेशालय शिमला में उच्च अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में विभाग की गतिविधियों की समीक्षा की। इस अवसर पर विशेष सचिव कृषि राकेश कंवर भी उपस्थित थे। अजय कुमार शर्मा ने अधिकारियों को विभाग द्वारा चलाई जा रही सभी परियोजनाओं को समन्वय के साथ समयबद्ध रूप से कार्यान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अन्र्तगत कार्यान्वित की जा रही सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती के तहत विभिन्न गतिविधियों का विस्तार से विवरण लिया।बैठक में बाह्य सहायता प्राप्त परियोजना जायका के बारेे में चर्चा की गई। परियोजना निदेशक जायका हमीरपुर ने अवगत करवाया कि यह परियोजना प्रदेश के सभी जिलों में कार्यान्वित की जाएगी तथा इसके अन्तर्गत फसल विविधिकरण को बढ़ावा देने और कृषि से जुड़ी अन्य गतिविधियों के लिए 1013 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। यह परियोजना प्रदेश में आगामी सात वर्षों तक कार्यान्वित की जाएगी। सचिव कृषि नेे कृषि विपणन बोर्ड के अन्तर्गत कार्यान्वित की जा रही सभी गतिविधियों का भी विस्तृत जायजा लिया। विभाग के अधिकारियों ने अवगत करवाया कि एपीएमसी के तहत चल रहे गेहूं खरीद केन्द्रों में अभी तक 109055.35 क्विंटल गेहूं की खरीद की जा चुकी है। इस वर्ष किसानों से सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मूल्य 1975 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद की गई और राशि सीधे किसानों के खातों में स्थानान्तरित की जा रही है। बैठक में यह भी अवगत करवाया कि कृषि विभाग द्वारा किसानों के लिए 35 योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। कोविड-19 के संकट के दौरान कृषि विभाग एवं विपणन बोर्ड द्वारा सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार किसानों को खरीफ मौसम हेतू उत्पादक सामग्री उपलब्ध करवाई गई तथा उनके उत्पादों की निरन्तर खरीद की जा रही है।

8- मुख्यमंत्री ने 'कोविड मंत्र' वीडियो किया जारी।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश पुलिस आॅर्केस्ट्रा ‘हार्मनी आॅफ द पाइन्स’ द्वारा बनाया गया आधिकारिक वीडियो ‘कोविड मन्त्र’ जारी किया।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश पुलिस के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह म्यूजिकल वीडियो कोविड-19 मरीजों को शीघ्र स्वस्थ होने में सहायक सिद्ध

होगा और प्रदेशवासियों को कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार अपनाने के लिए प्रेरित करेगा। पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि प्रदेश पुलिस विभाग द्वारा स्वयं निर्मित इस वीडियो को लोगों को कोविड उपयुक्त व्यवहार के बारे में जागरूक करने के लिए बनाया गया है। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी, आईजी प्रशिक्षण जेपी सिंह, आईजी प्रशासन डीके यादव, एआईजी डाॅ. मोनिका और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे।

9- प्रदेश के सभी बड़े अस्पतालों में आॅक्सीजन संयंत्र होंगे स्थापित- मुख्यमंत्री

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सभी बड़े अस्पतालों में आॅक्सीजन संयंत्र स्थापित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह भी सुनिश्चित कर रही है कि प्रदेश में टीकाकरण अभियान भी सुचारू रूप से चले। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर आज शिमला से वर्चुअल माध्यम द्वारा ऊना जिले के हरोली विधानसभा क्षेत्र

के पंडोगा में 1.05 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मेकशिफ्ट कोविड-19 अस्पताल के लोकार्पण के मौके पर बोल रहे थे। इस अवसर पर जय राम ठाकुर ने कहा कि 140 बिस्तर क्षमता का यह मेकशिफ्ट कोविड-19 अस्पताल कोरोना रोगियों को उनके घरों के निकट बेहतर उपचार प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल का निर्माण एक महीने के रिकाॅर्ड समय में पूर्ण किया गया है।यह अस्पताल कोविड मरीजों को निर्बाध रूप से आॅक्सीजन की आपूर्ति करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आॅक्सीजन की भंडारण क्षमता में 26 मीट्रिक टन से अधिक की वृद्धि की है और 8 पीएसए आॅक्सीजन संयंत्रों को कार्यशील किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 12 नए पीएसए आॅक्सीजन संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं। 

10- कांग्रेस शासित प्रदेशों में हो रही वैक्सीन की बर्बादी- अनुराग

केंद्रीय वित्त एवं काॅर्पोरेट मामले राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस शासित प्रदेशों पंजाब और राजस्थान में वैक्सीन की खुराकें बर्बाद हो रही हैं। आए दिन सूचना मिलती है कि आज यहां नदी मे वैक्सीन मिली और आज कूड़ेदान मे। कांग्रेस इस मौके पर भी राजनिती करने

से बाज नही आ रही है। साथ ही जनता की जान को भी जोखिम मे डाल रही है। अनुराग ठाकुर ऊना जिला में 140 बिस्तर क्षमता के मेकशिफ्ट कोविड-19 अस्पताल के लोकार्पण पर वर्चुअल जुड़े थे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर वैक्सीन की बर्बादी का भी आरोप लगाया। उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में मेकशिफ्ट अस्पताल के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया, जो क्षेत्र के कोविड-19 मरीजों को बेहतर उपचार सुविधाएं प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में प्रदेश ने स्वास्थ्य अधोसंरचना को बढ़ाने में सफलता हासिल की है। 

11- HPU के कुलपति ने मुख्यमंत्री को 35.40 लाख का चैक किया भेंट।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सिकन्दर कुमार ने विश्वविद्यालय के शिक्षण और गैर शिक्षण कर्मचारियों की ओर से मुख्यमंत्री कोविड-19 फंड के लिए 35,40,433 रुपये का चैक भेंट किया। मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कर्मचारियों का अंशदान के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि इस प्रकार के सहयोग संकट के समय में जरूरतमंद और गरीब लोगों के लिए सहायक सिद्ध होंगे।

स्थानीय (सिरमौर)

1- स्थानीय बेरोजगार युवाओं को मोहरा बना रहे नशा माफिया- नौटी

हिमाचल प्रदेश मे बेरोजगार युवाओं को नशा माफिया मोहरा बनाकर नशे का कारोबार कर रहे हैं। खुद पर्दे के पीछे रहकर बलि का बकरा स्थानीय युवाओं को बना रहे हैं। यह बात पांवटा साहिब के एडवोकेट अनिन्द्र सिंह नौटी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को लिखे पत्र मे कही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह

से पांवटा साहिब के एक निहायत ही शरीफ और मिलनसार परंतु बेरोजगार साथी मनीष मोहन के साथ छल कपट के द्वारा नकली फार्मा कंपनी खड़ी करके नशीली दवाइयों का कारोबार फैलाया गया। ऐसे ही मामले हिमाचल प्रदेश में अनेकों जगह सामने आ रहे हैं। जहां नशीली दवाओं के कारोबार करने वालों ने स्थानीय बेरोजगार युवाओं के नाम पर फार्मा कंपनियां खड़ी कर दी ताकि पकड़े जाने की स्थिति में बड़े मगरमच्छ कानून की पहुंच से दूर रहें। उन्होंने कहा कि  हाल ही मे पंजाब पुलिस द्वारा पांवटा साहिब के देवीनगर मे नशे की बड़ी खेप और लाखों कैप्सूल पकड़े जाने के मामले मे स्पष्ट होता है कि नशा माफिया द्वारा हिमाचल के बेरोजगार नौजवानों के नाम से फर्म खड़ी की जाती है। और परिवार के जीवन यापन और तन्ख्वाह के लालच मे उनसे ऐसे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाये जाते हैं कि पकड़े जाने पर बड़े मगरमच्छ न फंसे हो हिमाचल के युवा जेल की हवा खाते रहें। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि हिमाचल की सभी संदिग्ध फार्मा कंपनियों की ऑडिट होनी चाहिए कि सारी टर्नओवर सही हे ऐसे मालिक के खाते मे जाती भी है कि नही। इन पूरे प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री को उच्च स्तरीय जांच करवानी चाहिए और दोषी ड्रग डिपार्टमेंट और इंडस्ट्री मालिकों के उपर कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही जिन इंडस्ट्री मेन के पास कोडिन और ट्रामाडोल के 500 किलोग्राम के कोटे हैं उन उद्योगों को लगातार चेक करना, उनकी बिलिंग चेक और स्टाॅक चेक किया जाना चाहिए। ताकि इतना भारी मात्रा मे नशा कहाँ जा रहा है इसकी समय पर जानकारी मिल सके। स्टेट ड्रग विभाग ने हिमाचल को उड़ता हिमाचल बना दिया है। उन्होंने सवाल उठाया है कि क्या स्टेट ड्रग कंट्रोलर को नही पता कि किस उद्योग को कोडिन और ट्रामाडोल के कितने कितने कोटे दिए गये हैं। 

2- सिरमौर में कोरोना काल में भी जारी रहा सड़कों और पुलों का निर्माण कार्य।

हिमाचल प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर सड़क सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कृत संकल्प है तथा सडके संचार तथा परिवहन का प्रमुख माध्यम होने के नाते प्रदेश की भाग्य रेखाएं भी हैं। जिला सिरमौर की सभी 259 ग्राम पंचायतों को सड़क सुविधा से जोड़ा जा चुका है। जिला में कुल 3170 कि.मी. लम्बी सड़के हैं जिनमें 1885 कि.मी. पक्की जबकि 1285 कि.मी. कच्ची सडके है। कोरोना महामारी के दौरान भी जिला में लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क पुल तथा भवनों का निर्माण कार्य प्रगति पर है तथा इसी

दौरान सैनवाला-कौलावाला भूड सड़क की मझाड़ा नदी पर 9 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जिसका शीघ्र ही लोकार्पण किया जाएगा। इस पुल के बनने से इस क्षेत्र के लगभग 10 हजार से अधिक आबादी को आल वैदर यातायात सुविधा उपलब्ध होने के अतिरिक्त किसानों को अपनी नकदी फसले मंण्डीयों तक लाने की सुविधा उपलब्ध होगी। कोरोना काल की दूसरी लहर के दौरान नाहन विधानसभा क्षेत्र में पंचवर्षीय सड़क मुरम्मत योजना के तहत 90 लाख रूपए व्यय कर झामिरिया-रामाधौण-धगेड़ा मार्ग पर सेरटा से धौ-घाट धौण तक 9 किलोमीटर सड़क का पुनः पक्का करने का कार्य किया गया जिससे इस क्षेत्र की लगभग 8 पंचायतो के लोगों को बेहतर आवागमन की सुविधा उपलब्ध होगी। कोरोना काल के दौरान ही बनोग-सुरला-कौलावाला भूड सड़क पर सुरला से कौलावाला भूड 8 कि.मी लम्बी सड़क को पक्का किया गया जिस पर 80 लाख रुपए व्यय किए गए। 

3- औद्योगिक क्षेत्र कालाआम्ब में कलाकारों ने कोरोना से बचाव के बारे में दी जानकारी।

कोरोना महामारी से बचाव व इसकी रोकथाम के लिए सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग द्वारा चलाए जा रहे फोक मीडिया अभियान के अतंर्गत जिला सिरमौर के हरियाणा राज्य के साथ लगते औद्योगिक क्षेत्र कालाआम्ब में नैमित्तिक कलाकारों द्वारा जन भाषा व नाट्कीय शैली में कामगारों व स्थानीय लोगों को जागरूक किया गया। उन्होंने लोगों को बताया कि कोरोना संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है। ऐसे में प्रदेश सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर जारी कोरोना संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करें ताकि हम स्वयं को, अपने परिवार व समाज को कोरोना महामारी से बचा सकें। कलाकारों ने

यमराज व मदारी का रूप धर कर लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर कोरोना से बचाव के चार सरल उपाय बताए जिसमें मास्क का सही तरीके से उपयोग, अति आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलने, हमेशा सामाजिक दूरी बनाए रखने तथा समय-समय पर हाथों को साबुन से धोने व सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने की सलाह दी। कार्यक्रम के दौरान यमराज व मदारी ने लोगों से आग्रह किया कि वह बेवजह बाहर न घूमें तथा सर्दी, जुकाम, सांस लेने में दिक्कत, थकान, सूंघने की क्षमता का कम होने या स्वाद का चले जाने आदि लक्षण आने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में कोरोना टेस्ट करवाएं और टेस्ट की रिपोर्ट आने तक खुद को होम आइसोलेट कर लें तथा इस दौरान किसी दूसरे व्यक्ति के सम्पर्क में न आए। कलाकारों ने लोगों को खरीदारी करते समय नो मास्क नो सर्विस व सरकार द्वारा जारी एसओपी का आवश्यक रूप से पालन करनेें तथा कोविड टीकाकरण करवाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने लोगों को बताया कि जिला प्रशासन सिरमौर द्वारा कोविड हेल्पलाइन नम्बर 1077 जारी किया गया है जिस पर फोन करके कोविड सम्बन्धी जानकारी व सहायता ली जा सकती है।

क्राईम

4- शिलाई- एक रात मे चार मंदिरों मे चोरी।

कोरोना काल में जिला सिरमौर उपमंडल शिलाई क्षेत्र के मंदिर चोरों के निशाने पर है। एक रात में क्षेत्र के चार मन्दिरों में चोरी की वारदातों की सूचना है। इन वारदातों के पश्चात क्षेत्र के लोग स्वयं को भी असुरक्षित समझ रहे है। जानकारी के मुताबिक गुरूवार रात्रि को क्षेत्र के पूर्णेश्वर मंदिर गिरनोल, शिरगुल मंदिर बांदली, केलु मंदिर चढ़ेउ व आशुतोष शिव मंदिर कफोटा में चोरों ने मन्दिर के गल्ले उड़ाकर क्षेत्र में दहशत फैला दी है। पूर्णेश्वर शिव मंदिर व शिरगुल मंदिर के दानपात्र चोरी हो गए जिसमे चोर बड़े नोट समेटकर रेजगारी उसी में छोड़कर दोनों दानपात्रों को मंदिरों से थोड़ी दूर सड़क पर फेंक कर रफूचक्कर हो गए। समिति के प्रधान दलीप ठाकुर व पुजारी बाबा मदन ने बताया कि शिव मंदिर व शिरगुल मन्दिर के दोनों दानपात्रों से चोर हजारों की नकदी ले उड़े। नजदीकी गावँ बांदली के शिरगुल मंदिर व केलु मंदिर चढ़ेउ के दानपात्रों से भी हजारों की नकदी ले उड़े। वहीं कफोटा आशुतोष मंदिर के पुजारी खजान दत्त शर्मा ने बताया कि जब वह सुबह मंदिर में पूजा पाठ करने गए तो मंदिर में रखा दानपात्र वहां नही मिला। उन्होंने बताया कि मंदिर समिति को घटना की जानकारी दे दी गई है। यहां पर तो पुलिस चोकी भी मंदिर से मात्र 10 कदम दूर है। उधर, शिलाई पुलिस थाना प्रभारी मस्तराम ने बताया कि पिछली रात हुई चोरियों का कोई भी मामला अभी तक पुलिस में दर्ज नही हुआ है। शिकायत मिलने पर मामला दर्ज कर आगामी कारवाई की जाएगी। 

5- 41 किलोग्राम गांजे के साथ एक गिरफ्तार।

पांवटा साहिब के हरिपुर टोहाना में पुलिस ने लगभग 41 किलोग्राम गांजा बरामद किया है। नशे की ये खेप जंगल में शरीफ अली के कब्जे से बरामद हुई है। पुलिस ने मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया है। गोर हो कि कुछ

दिन पहले ही पुलिस ने शिवपुर एक ट्रक के भीतर से 303 किलो गांजा बरामद किया था। इस मामले में 3 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था।
मामले में आगे कारवाई करते हुए पुलिस ने देर रात 40 किलो 944 किलोग्राम गांजा बरामद किया है। आरोपियों की निशानदेही पर एक और आरोपी शरीफ अली को भी गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि 303 किलोग्राम गांजा के आरोपियों से पूछताछ में इस का नाम भी सामने आया और पुलिस ने अगली कार्रवाई की। डीएसपी पांवटा साहिब वीर बहादुर सिंह ने मामले की पुष्टि की है।

6- दो वाहन जब्त, 35 हजार रूपये जुर्माना।

वन विभाग ने पांवटा साहिब के भारापुर के निकट सुंकरों खाले मे कारवाई करते हुए दो वाहनों को जब्त किया। साथ ही 35 हजार जुर्माना लगाया है। यह दोनों वाहन नदी से अवैध खनन कर रहे थे। डीएफओ पांवटा साहिब कुणाल अंग्रीश ने बताया कि पांवटा साहिब क्षेत्र में नदियों से अवैध खनन को

लेकर लगातार वन विभाग की टीम कार्रवाई कर रही है शुक्रवार को भी वन विभाग की टीम बी.ओ दलीप सिंह के नेतृत्व मे वनरक्षक अजय, दीपक, जमील व वनकर्मी प्रेमपाल ने गिरिनगर के भारापुर के निकट सुंकरों खाले मे कारवाई की व अवैध खनन मे लिप्त दो वाहन दबोचे।

7- घर पर मिली 27 लीटर कच्ची शराब।

पुलिस थाना नाहन की पुलिस टीम गश्त के दौरान समय करीब 3:30 बजे रुखडी में मौजुद थी तो विश्वसनीय सूत्रों से सूचना मिली कि कल्याण सिंह निवासी गांव रुखडी, डाकघर शम्भूवाला, तहसील नाहन अपने मकान में अवैध तौर पर कच्ची शराब बेचने का धन्धा करता है। जिस सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने उक्त व्यक्ति के घर पर छापा मारा और उसके घर की तलाशी ली, तो तलाशी के दौरान उसके घर से 27 लीटर कच्ची शराब बरामद हुई। जिस पर कल्याण सिंह के विरूद्ध पुलिस थाना नाहन में HIMACHAL EXCISE ACT के अन्तर्गत मामला दर्ज कर के आगामी अन्वेषण किया जा रहा हैं। 

शाम सात बजे तक का कोविड मीडिया बुलेटिन-