टूटेगा कांग्रेस का स्वप्न- सीएम 15 अप्रैल 2022- पांवटा साहिब से आज का खबरनामा ddnewsportal.com
टूटेगा कांग्रेस का स्वप्न- सीएम
15 अप्रैल 2022- पांवटा साहिब से आज का खबरनामा
पीएम ने की हिमाचल के लोगों की तारीफ
मुख्यमंत्री देंगे गये फ्री के तौहफे
डलहौजी को 166 करोड़ रूपये की सौगात
AAP से डरी भाजपा: मनीष
कांग्रेस ने किया बाबा साहेब का अपमान: भाजपा
क्यों हुई गिरिपार की अनदेखी
सिरमौर में तीन केंद्र में गेहूं खरीद
ऐसे मनाया ऊर्जा मंत्री का बर्थ-डे
हाटी का 15 जून तक अल्टीमेटम
सिरमौर कोविड मुक्त और कोविड/सूचना एवं जन संपर्क विभाग बुलेटिन।
(आज की तस्वीर)
स्थानीय (सिरमौर)
1- एक जैसी बिशु मेले की शान-फिर क्यों नही मिली गिरिपार को अलग पहचान।
उत्तराखण्ड के जोंसार बावर और हिमाचल के गिरिपार क्षेत्र के सभी पर्व व त्यौहार एक दूसरे से मेल खाते है। हर पर्व मे दोनों क्षेत्रों मे समानता की छाप आज भी देखने को मिलती है। लेकिन फिर भी गिरिपार क्षेत्र आज भी दशकों से अपने अधिकार यानि जनजातिय क्षेत्र को घोषित करवाने की लड़ाई लड़ रहा है। अब क्षेत्र मे अप्रैल माह मे शुरू हुए बिशु मेलों की ही बात करें। गिरिपार और जौंसार क्षेत्र मे सदियों से हर साल बिशु मेलों का आयोजन होता है। यह आयोजन बैसाख की संक्रांति से शुरु होते है। इस दौरान जहां गिरिपार क्षेत्र मे सुईनल, बागनल, कफोटा, सतौन, तिलौरधार, कांडो, मश्वा, शरली और जाखना आदि गांवों मे हषोल्लास के साथ इन मेलों को आयोजन होता है तो वहीं जोंसार के मोका बागे, देलउ के डांडे, क्वाणू, खुरड़ी के डांडे और टिम्बरा आदि मे भी इसी प्रकार के मेलों का आयोजन होता है। इन मेलों की समान विशेषता यह होती है कि मेलों मे जहां पारंपरिक परिधानों मे मैलार्थी पंहुचते है वहीं मेलों मे संस्कृति की छटा को बिखरते रासा नृत्य और ठोडो नृत्य का आयोजन करते है। आज भी हिमाचल के गिरिपार के बिशु मेलों मे जोंसार के लोग ठोडो नृत्य खेलने आते है तो गिरिपार के लोग भी जोंसार के मेलों मे उक्त नृत्य का आनन्द लेते है। गिरिपार के सुईनल और जोंसार के क्वाणू मे बिशु मेले मे यह नजारा आम देखा जा सकता है। दोनो ही क्षेत्रों मे मेले के दौरान
स्थानीय देवता की पालकी मेले का भ्रमण करती है। मेले मे मैलार्थी देवता के समक्ष शीश नवाकर सुख शांति का आर्शिवाद लेते है। मेले के दौरान जलेबी मुख्य मीठा व्यंजन होता है जिसका मैलार्थी आज भी स्वाद लेते है। दोनो क्षेत्रों मे बिशु मेले एक ही महिने मे होते है और आज भी यह पंरपरा बरकरार है। फिर भी प्राचीन संस्कृति को बचाने वाले गिरिपार क्षेत्र को जनजातिय का दर्जा नही मिल पाया है। गिरिपार क्षेत्र के बुद्विजीवी और हाटी समीति की केंद्रिय कार्यकारिणी के महासचिव कुंदन सिंह शास्त्री बतातें है कि जोंसार मे जो संस्कृति व परंपराएं है, गिरिपार मे भी वही समान परंपराएं व संस्कृति आज भी कायम है। ऐसे मे गिरिपार को उक्त दर्जे के हक से दूर रखना कतई न्यायसंगत नही है। उन्होने बताया कि इस मुददे को राजनैतिक उठापटक मे फंसाने की बजाय सभी को मिल जुलकर जोरदार तरीके से केन्द्र के समक्ष उठाना चाहिए तभी गिरिपार क्षेत्र की यह चिर लम्बित मांग पूरी हो सकती है।
वहीं, धर्म, संस्कृति व पर्व के धनी जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र मे गुरूवार से बिशु मेलों का आयोजन शुरु हो गया है। यह आयोजन बैसाख की संक्रांति के दिन से मस्तभोज के शरली बिशु मेले से आरंभ हुआ है। प्रदेश भर में अनेको देवी-देवताओ के पूजन व मेलों की कई विशेष परंपराएं है। इसी तरह सिरमौर जिले के गिरिपार क्षेत्र में भी बिशु मेले की ऐसी परंपराए है जिसे जनता सदियों से निभा रही है। गिरिपार मे सदियों से हर साल विभिन्न स्थानों
पर बिशु मेलों को आयोजन होता रहता है। यह आयोजन बैसाख संक्रांति से शुरु होता है। इस बीच पूरे एक माह क्षेत्र मे दर्जनों स्थानो पर बिशु मेलों का आयोजन होता रहता है। यह आयोजन क्षेत्र के गिरनौल, शिलाई, कफोटा, दुगाना, तिलोरधार, कान्टी मश्वा, सतौन, सुईनल व जाखना सहित चानपुरधार समैत संगड़ाह के अनैकों स्थानों पर होता है। पूरे माह ये आयोजन जगह जगह चलते रहते है। इन मेलो में श्रद्वालु स्थानीय कुल देवता को पालकी में बिशु मेले में ले जाते है। वहां मेले में आने वाले लोग उनके दर्शन करेगें। फिर उसी दिन शाम को देवता की पालकी वापस अपने-अपने क्षेत्रो के मंदिरो में लौट जाएगी। यह बिशु मेले जहां लोगों की आस्था के प्रतीक है वहीं विलुप्त हो रही पारंपरिक संस्कृति की मिसाल पेश करती है।
2- 75वें हिमाचल दिवस पर नाहन में ऊर्जा मंत्री ने ध्वजा रोहण कर ली परेड़ की सलामी।
75वें हिमाचल दिवस पर नाहन के ऐतिहासिक चौगान मैदान में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में बतौर मुख्यातिथि बहुउददेशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने ध्वजा रोहण कर परेड़ की सलामी ली। इस अवसर पर उन्होंने जिला वासियों को हिमाचल दिवस की शुभकामनाऐं देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के अस्तित्व में आने के उपरांत प्रदेश में अभूतपूर्व विकास हुआ है, जिसके फलस्वरूप हिमाचल प्रदेश देश में पहाड़ी राज्य का मॉडल बनकर उभरा हैं। उन्होने इस अवसर पर हिमाचल निर्माता डॉ. यशवंत सिंह परमार को श्रद्धांजलि देते हुए उनके द्वारा प्रदेश के निर्माण में दिए गए योगदान को भी याद किया। इस अवसर पर सिरमौर जिला की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए ऊर्जा मंत्री ने बताया कि नगर परिषद नाहन देश में कलकत्ता के बाद दूसरी सबसे पुरानी नगर परिषद है, जिसके भवन निर्माण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा साढ़े 6 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गई है, जिसका निर्माण कार्य प्रगति पर है। नाहन में डाक्टर वाई.एस. परमार राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के भवन के निर्माण पर 261 करोड रूपये की राशि व्यय की जा रही है, जिसका निर्माण कार्य प्रगति पर है तथा इस भवन के बनने से यहां मरीजों को बेहतर एवं आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि जिला सिरमौर में 43747 पात्र वृद्ध, विधवा और दिव्यांग व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा पैंशन पर 201 करोड़ 49 लाख रूपये व्यय किए गए तथा वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान ज़िला में 70 वर्ष से अधिक आयु के 8051 पात्र नागरिकों को लाभान्वित किया गया। जिला सिरमौर में अनुसूचित जाति उप योजना के अतंर्गत गत् वित वर्ष के दौरान 79 करोड़ 19 लाख रूपये की राशि विभिन्न विकास कार्यों के लिए स्वीकृत हुई, जिसमें माह दिसम्बर, 2021 तक 36 करोड़ 08 लाख रूपये की राशि व्यय की जा चुकी है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि जिला सिरमौर में चालू वित वर्ष के दौरान पेयजल, सिंचाई, सीवरेज, बाढ़ नियंत्रण योजनाओं पर लगभग 139 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जाएगी, जिसमें पेयजल योजनाओं के निर्माण पर लगभग 11 करोड़ रूपये व्यय किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, जल जीवन मिशन के तहत 109 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे। इसी प्रकार, जिला में 11.65 करोड़ रुपए सिंचाई योजनाओं तथा 7.15 करोड़ रुपए मल निकासी योजनाओं पर व्यय किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, बाढ नियंत्रण योजना के तहत पांवटा साहिब में यमुना नदी के तटीयकरण के लिए 251
करोड़ रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि नाहन शहर के लिए गिरी पेयजल योजना पर 53 करोड़ की राशि व्यय की गई है जिससे इस शहर की 36323 जनसंख्या लाभान्वित हो रही है। चालू वित वर्ष के दौरान जिला में लोगों को पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए न्यू डेवेल्पमेंट बैंक के तहत 84 करोड़ रुपए की लागत से 4 योजनाएं क्रियान्वित की जाएंगी। इसके अतिरिक्त, एशियन डेवेल्पमेंट बैंक के तहत 41 करोड़ की लागत से 3 पेयजल योजनाएं भी निर्मित की जाएंगी। उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में 341 उचित मूल्यों की दुकानों के माध्यम से 1 लाख 31 हजार 720 राशन कार्ड धारकों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अतंर्गत आवश्यक वस्तुओं के वितरण पर माह मार्च, 2022 तक 64 करोड़ रूपये से अधिक के खाद्यान उपलब्ध करवाए गए हैं। जिला सिरमौर में हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के तहत मार्च, 2022 तक 37 हजार 231 गैस कुनेक्शन तथा 9 हजार 712 उपभोक्ताओं को एक अतिरिक्त मुफ्त रिफिल सिलेन्डर प्रदान किया गया। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि जिला में लो वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए विद्युत विभाग द्वारा प्रथम चरण में 18 करोड़ रूपये की राशि व्यय कर 111 किलोमीटर नई एचटी लाईन, 163 नए ट्रांसफार्मर, 57 किलोमीटर नई एलटी लाईन का निर्माण तथा 30 किलोमीटर पुरानी एलटी लाईनों का कार्य पूरा किया गया। जिला सिरमौर के बीपीएल उपभोक्ताओं को 3 हजार नए बिजली कुनेक्शन देने का प्रावधान रखा गया है जिसमें मुख्यमंत्री रोशनी योजना के अंतर्गत 2.25 करोड़ रूपये राशि व्यय कर 1564 उपभोक्ताओं को बिजली के कुनेक्शन दिए जा चुके है तथा शेष कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि जिला में 33/11 के.वी. के दो सब स्टेशन शिलाबाग तथा जगतपुर जोहड़ो में स्थापित किए गए। इसके अतिरिक्त, पनोग में भी 33 के.वी. के सब स्टेशन का निर्माण कार्य प्रगति पर है जिन पर लगभग 6 करोड़ रूपये व्यय किए गए हैं। पांवटा में 33 के.वी. सब स्टेशन का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है जिस पर 8 करोड़ 68 लाख रूपये की राशि व्यय की गई। इसके अतिरिक्त, 33 के.वी. सब स्टेशन कफोटा में भी स्थापित किया जाएगा जिस पर लगभग 4 करोड़ रुपये की राशि व्यय की जाएगी। शिलाई में स्थापित 33 के.वी. सब स्टेशन की क्षमता को बढ़ाया गया जिस पर लगभग 5 करोड़ रुपये की राशि व्यय की गई। इसी प्रकार, नाहन के समीप दो सडका में स्थापित 33 के.वी सब स्टेशन की क्षमता को बढाया जा रहा है जिस पर लगभग 4 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गई है।
उन्होंने कहा कि सिरमौर में विद्युत विभाग द्वारा आगामी 2 वर्षो मंे जिला सिरमौर में जीएससी योजना के तहत 30 किलोमीटर एचटी, 61 किलोमीटर एलटी लाईने तथा 59 नए ट्रांसफार्मर स्थापित किए जाएगे जिन पर लगभग
17 करोड रूपये की राशि व्यय की जाएगी। इसके अतिरिक्त, जिला में विद्युत आपूर्ति को सुचारू रखने के लिए 12 नए विद्युत सब स्टेशन बाता मण्डी, कांडो कान्सर, गोंदपुर, भंगानी, खारा खैरी, मोगीनंद, खैरी, डाकुला, रूखडी, नारग, घिन्नीघाड तथा हरिपुरधार मंे स्थापित किए जाएगें जिन पर 185 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जाएगी।
इससे पूर्व सुखराम चौधरी ने परमार चौक पर स्थित डॉ. यशवंत सिंह परमार की प्रतिमा पर पुष्पाजंली अर्पित की और शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित करके शहीदों को श्रद्धांजलि दी तथा ऐतिहासिक चौगान मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और आकर्षक मार्चपास्ट की सलामी ली। इस मौके पर परेड़ कमांडर एसआई मनोज शर्मा की अगवाई में परेड़ का नेतृत्व किया। जिला पुलिस पुरूष व महिला की टुकड़ी, पुरूष होम गार्ड की टुकडी, होम गार्ड बैंड की टुकड़ी तथा गृह रक्षक पुरूष एवं महिला की टुकड़ी, एनसीसी तथा एनएसएस के छात्र-छात्राओं की टुकड़ीयों के अतिरिक्त भूतपूर्व सैनिकों की टुकड़ी नेे इस परेड़ में भाग लिया।
3- सिरमौर मे तीन स्थानों पर आज से शुरू हुई गेंहू खरीद।
जिला सिरमौर मे गेंहू की फसल की खरीद आज यानि 15 अप्रैल से शुरू हो गई है। मंडी समीति सिरमौर के चेयरमैन रामेश्वर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि सिरमौर मे पांवटा साहिब में हरिपुर टोहाना, धोलाकुंआ और कालाअंब एफसीआई गौदाम पर फूड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया के खरीद केंद्र स्थापित हो गये हैं। प्रदेश मे गेंहू की सबसे अधिक पैदावार करने वाले पांवटा दून के किसानों के लिए पांवटा साहिब के हरिपुर टोहाना मे एफसीआई यानि फूड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया का खरीद केन्द्र शुरू हो गया है। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने इसका विधिवत शुभारम्भ किया। जबकि धोलाकुंआ केंद्र का शुभारंभ नाहन के विधायक डाॅ राजीव बिंदल ने किया। साथ ही कालाअंब मे भी गेंहू की खरीद आरंभ हो गई है। इस बार केंद्र सरकार की खाद्य एजेंसी एफसीआई यानि फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने गेंहू के समर्थन मूल्य में 40 रूपये की बढौतरी की है। पिछले वर्ष जिस एक क्विंटल गेहूं के दाम किसानों को 1975 रूपये मिल रहे थे, इस बार उन्हे 2015 रूपये प्रति क्विंटल मिलेंगे। पांवटा साहिब मे गेंहू की बम्पर पैदावार होती है। इस
बार भी दून क्षेत्र मे गेंहू की अच्छी पैदावार है। पिछली बार सिरमौर के किसानो ने 7 करोड़ रूपये से अधिक का गेंहू एफसीआई केन्द्र मे बेचा था। केन्द्र बंद होने तक पिछली बार यहां पर किसानो ने अपना 37000 क्विंटल के करीब रिकार्ड गेंहू एफसीआई को बेचा था क्योंकि कोरोना काल मे बाहरी राज्यो मे जाने पर पाबंदी थी इसलिए पांवटा के केंद्र मे रिकार्ड गेंहू पंहुची थी। उम्मीद की जा रही है कि इस बार भी यहां पर रिकॉर्ड तौड़ गेंहू पंहुचेगी। आंकड़ा गत वर्ष से दोगुना भी हो सकता है। इस मौके पर ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। प्रदेश की जयराम सरकार ने सदा किसान हित के निर्णय लिये है।
इस मौके पर एपीएमसी सिरमौर के चेयरमैन रामेश्वर शर्मा ने कहा कि सिरमौर के हरिपुर टोहाना, धोलाकुंआ और कालाअंब मे एफसीआई गेंहू खरीद केंद्र स्थापित किये गये है। आज यानि 15 अप्रैल से खरीद शुरू हो गई है । मंडी समीति पिछली बार की तरह एफसीआई और किसानों की मदद के लिए अपना योगदान निभाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी फसल लेकर कहीं बाहर जाने की जरूरत नही है। खरीद केंद्र मे फसल लाने से पूर्व एक बार मंडी मे संपर्क जरूर करें। हर केंद्र पर एफसीआई के साथ मंडी समीति के दो दो कर्मचारी किसानों की मदद को बिठाये जा रहे हैं।
4- ऊर्जा मंत्री के 58वें जन्मदिन पर भाजयुमो ने बांटे 58 किलो लड्डू।
भारतीय जनता युवा मोर्चा मंडल पाँवटा साहिब का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर अम्बेडकर भवन पुरुवाला कांशीपुर में सम्पन्न हुआ। शिविर का समापन ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने किया। समापन अवसर पर बलदेव सिंह तोमर विशेष रूप से उपस्थित रहें। सुखराम चौधरी ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि युवा मोर्चा पार्टी की रीड हैं। किसी भी देश व पार्टी के लिए युवा उसके विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
भाजयुमो पांवटा साहिब मंडल अध्यक्ष चरणजीत चौधरी ने बताया कि पुरुवाला कांशीपुर में युवा मोर्चा का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। जिसमें युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया।
चरणजीत ने बताया कि जून माह में हिमाचल प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली आयोजित की जाएगी जिसमें युवा मोर्चा ने एक लाख की संख्या निर्धारित की हैं। इसके लिए पार्टी विस्तारक भेजेगी। जो इस रैली की रूप रेखा तैयार करेंगे। शिविर के समापन के बाद कार्यकर्ताओं ने सुखराम चौधरी का जन्मदिवस मनाया। युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने केक काट कर व 58 साल के होने पर 58 किलोग्राम लड़ू वितरित किए।
5- पंद्रह जून के बाद दूसरे विकल्प पर विचार करेंगे हाटी।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में सिरमौर हाटी विकास मंच की बैठक हुई। जिसमे गिरीपार के तीन लाख हाटी समुदाय के लोगों को हक दिलाने के लिए अभी तक हुई प्रगति पर विस्तार पूर्वक चर्चा हुई। शिमला प्रवास के दौरान भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से हाटी समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल मिला था, जिसमें जगत प्रकाश नड्डा ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया था कि शीघ्र ही गिरीपार के तीन लाख लोगों को हक मिलेगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष के आश्वासन के बाद शिमला इकाई सिरमौर हाटी विकास मंच ने निर्णय लिया कि 1 मई को प्रस्तावित हाटी महाखुमली को आगे प्रस्तावित किया जाएगा, जिसकी तिथि शीघ्र ही तय की जाएगी। इसके साथ शीघ्र ही शिमला में एक हाटी प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और राज्यपाल से मिलेगा और अभी तक हुई प्रगति के बारे में विस्तारपूर्वक बातचीत करेगा। इसके साथ ही यदि सरकार की ओर से कोई ठोस निर्णय नहीं आता तो 15 जून के बाद दूसरे विकल्पों पर विचार किया जाएगा। अब लोगो के सब्र का बांध टूट रहा है। अब किसी भी आर पार की
लडाई के लिए तीन लाख लोग तैयार है। इस बैठक में हाटी विकास मंच शिमला इकाई के चेयरमैन माधवराम शर्मा, अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा, उपाध्यक्ष सत्यवान सिंह पुंडीर, मंच के मुख्य प्रवक्ता एवम वरिष्ठ पत्रकार डॉ आर .एस. सिंगटा, लीगल एडवाइजर अधिवक्ता श्याम सिंह चौहान, मंच के प्रवक्ता वरिष्ठ पत्रकार जी एस तोमर, बलबीर चौहान, रविन्द्र जसटा, सलाहकार भीम सिंह चौहान, कपिल चौहान बंसी राम ठाकुर, मीडिया प्रभारी मदन तोमर, मोहन सिंह चौहान, सचिव दीपक चौहान, अनिल शर्मा, बीएस कमल, सतपाल सिंह, फकीर चंद नेगी एवम हाटी सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के सयोजक कपिल शर्मा, यशपाल ठाकुर आदि मंच के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।
6- त्रिलोकपुर मेले के चौदहवें दिन 35000 श्रद्धालुओं ने किए माता के दर्शन।
उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ त्रिलोकपुर माता बाला सुन्दरी मन्दिर में आज लगभग 35000 श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन कर आर्शीवाद प्राप्त किया। त्रिलोकपुर चैत्र नवरात्र मेले के चौदहवें दिन माता के दरबार में लगभग 20 लाख 88 हजार 350 रूपये नगद राशि, 10 मिली ग्राम सोना, 2630 ग्राम चाँदी और एक विक्टोरिया चाँदी का सिक्का चढ़ावे के रूप में श्रद्धालुओं द्वारा अर्पित की गई।
7- सिरमौर- यहाँ नदी में नहाते डूब गये उत्तराखंड के दो छात्र।
जिला सिरमौर के हिमाचल-उत्तराखंड सीमा पर खोदरी माजरी के नजदीक नदी में डूबने से उत्तराखंड के दो छात्रों की मौत हो गई है। इस दु:खद घटना के बाद पुलिस ने युवकों के शव कब्जे में लेकर आगामी कारवाई शुरू कर दी है। सूचना मिलते ही पांवटा साहिब के तहसीलदार वेदप्रकाश अग्निहोत्री पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गए तथा परिजनों को फौरी राहत राशि जारी की गई। मिली जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के तीन युवक खोदरी माजरी की तरफ घूमने आया हुए थे तथा तीनों युवक टोंस
नदी में नहाने के लिए उतर गये। जिसमें से दो युवक गहरे पानी में चले गए और डूब गए। जब दोनों युवक बाहर नहीं निकले तो तीसरा युवक जोर जोर से चिल्लाने लग गया। युवक के चिल्लाने आवाज सुनते ही आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए तथा नदी में दोनों युवकों की तलाश शुरू की लेकिन तब तक दोनों युवकों की मौत हो गई थी। मृतक युवकों की पहचान हार्दिक (16) पुत्र शेर सिंह तोमर कालसी व अरूण निवासी उत्तराखंड के रूप में हुई है। सूचना मिलते ही प्रशासन की तरफ से पांवटा साहिब के तहसीलदार वेदप्रकाश अग्निहोत्री पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गए तथा मृतक के परिजनों को फौरी राहत राशि दी गई। तहसीलदार वेदप्रकाश अग्निहोत्री ने मामले की पुष्टि की है।
(हिमाचल)
1- हिमाचल के मेहनतकश, ईमानदार, कर्मठ लोगों ने चुनौती को बदला अवसरों में: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल दिवस पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट किया- ये बहुत सुखद संयोग है कि देश की आजादी के 75वें वर्ष में, हिमाचल प्रदेश भी अपना 75वां स्थापना दिवस मना रहा है। 1948 में जब हिमाचल प्रदेश का गठन हुआ था तब पहाड़ जितनी चुनौतियां सामने थीं। छोटा पहाड़ी प्रदेश होने के कारण, मुश्किल परिस्थितियों, चुनौतीपूर्ण भूगोल के चलते संभावनाओं के बजाय आशंकाएं अधिक थीं। लेकिन हिमाचल के मेहनतकश, ईमानदार, कर्मठ लोगों ने इस चुनौती को अवसरों में बदल दिया। बागवानी, साक्षरता दर, पॉवर सरप्लस
राज्य, गांव-गांव तक सड़क सुविधा और घर-घर पानी एवं बिजली की सुविधा जैसे अनेक मानक इस पहाड़ी राज्य की प्रगति को दिखाते हैं। हिमाचल में जितनी संभावनाएं हैं, उनको पूरी तरह से सामने लाने के लिए अब हमें तेजी से काम करना है। आने वाले 25 वर्षों में हिमाचल की स्थापना और देश की आजादी के 100 वर्ष पूरे होने वाले हैं। ये हमारे लिए नए संकल्पों का अमृतकाल है।
वहीं, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल ने भी हिमाचल दिवस की शुभकामनाएं दीं। राहुल गांधी ने ट्वीट किया- हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक सुंदरता व धार्मिक परंपराओं का प्रतीक है। आशा करता हूं, आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश प्रगति की नयी ऊंचाइयां प्राप्त करे। राज्य के स्थापना दिवस पर हिमाचल प्रदेश के सभी लोगों को मेरी शुभकामनाएं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया- हिमाचल दिवस की सभी प्रदेशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। हमें मिलकर हिमाचल को तरक्की के रास्ते पर लेकर जाना है ताकि हिमाचल में रहने वाले हर परिवार का जीवन खुशहाल हो सके।
2- हिमाचल दिवस पर जनता को तौहफा, जानें क्या क्या घोषणा कर गये मुख्यमंत्री।
हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अब पानी का बिल माफ होगा। यह घोषणा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने चंबा मे आयोजित राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए की। इसके साथ ही सरकारी बसों में महिलाओं को किराये में 50 फीसदी छूट देने की घोषणा भी की गई। दरअसल, चुनावी वर्ष में सरकार हर वर्ग को राहत देने के प्रयास में है। यही कारण है कि कर्मचारियों के बाद अब आम जनता के लाभ की घोषणाएं भी की जा रही है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल दिवस पर चंबा में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी घोषणाएं की हैं। सीएम ने घोषणा करते हुए कहा कि हिमाचल में महिलाओं से बस किराया
50 प्रतिशत लिया जाएगा। प्रदेश में 125 यूनिट तक निशुल्क घरेलू बिजली की सुविधा दी जाएगी। इससे पहले 60 यूनिट तक निशुल्क घरेलू बिजली की सुविधा दी जा रही थी। ग्रामीण क्षेत्रो में पानी का बिल माफ होगा। सीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में पानी के बिलों से जलशक्ति विभाग को 30 करोड़ की आय होती है। इससे पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पुलिस और गृह रक्षा के जवानों की टुकड़ियों की ओर से प्रस्तुत मार्च पास्ट की सलामी ली। एनसीसी, एनएसएस पुलिस बैंड समेत 12 टुकड़ियों ने परेड में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान मार्च पास्ट में भाग लेने वाली टुकड़ी के टीम लीडरों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ इस दौरान स्पीकर विपिन परमार और वन मंत्री राकेश पठानिया भी समारोह में विशेष रूप से मौजूद रहे।
3- कांग्रेस नेताओं के सत्ता में आने का स्वप्न नही होगा पूरा: मुख्यमंत्री
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने चंबा के डलहौजी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा पुनः उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर की तरह प्रदेश में भी सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं के सत्ता में आने का स्वप्न पूरा नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल के इतिहास में पहली बार प्रधानमंत्री ने प्रदेश्वासियों को हिमाचल दिवस के अवसर पर बधाई संदेश भेजा। प्रधानमंत्री ने इस संदेश में कहा कि यह संयोग है कि देश जहां आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, वहीं हिमाचल प्रदेश भी अपने अस्तित्व के 75 वर्ष मना रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रधानमंत्री और केन्द्रीय नेतृत्व की उदारता है कि प्रदेश को दस हजार करोड़ रुपये की परियोजनाएं प्राप्त हुई हैं। उन्होंने कहा कि 2100 करोड़ रुपये की लागत की पर्यटन परियोजना प्रदेश को पसंदीदा पर्यटन गंतव्य
बनाने में मील पत्थर साबित होगा। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में अनेक कल्याणकारी योजनाएं तथा अनेक विकासात्मक परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं, जो केवल राज्य और केन्द्र की डबल ईंजन सरकार के कारण ही संभव हो पाई हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने लोक कल्याण की एक भी योजना नहीं आरम्भ की। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने पिछले लगभग चार साल से अधिक के समय में गृहिणी सुविधा, हिमकेयर, सहारा, मुख्यमंत्री स्वाबलम्बन योजना और जनमंच मुख्यमंत्री हेल्पलाइन-1100 इत्यादि आरम्भ की हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के माध्यम से गरीब एवं वंचित लोगों के सकारात्मक बदलाव आए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने हिमाचल दिवस का राज्य स्तरीय समारोह चम्बा में आयोजित करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश में 125 यूनिट तक निःशुल्क बिजली तथा ग्रामीण क्षेत्रों में निःशुल्क पानी प्रदान किया जाएगा।
4- मुख्यमंत्री ने डलहौजी में किये 166 करोड़ रुपये के उद्घाटन/शिलान्यास।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज चम्बा जिला के डलहौजी विधानसभा क्षेत्र के डलहौजी में 166 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं का लोकार्पण और आधारशिलाएं रखी। मुख्यमंत्री ने डलहौजी में एक विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए लचोरी में अटल आदर्श विद्यालय खोलने, टप्पर, नदाकल, किलोर और लबाना डेरा में स्वास्थ्य उप केन्द्र खोलने, गांव भलेरा में प्राथमिक स्वास्थ्य
केन्द्र खोलने की घोषणा की। उन्होंने इस अवसर पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय लाखड़ मंडी और अदवास को राजकीय माध्यमिक विद्यालय में स्तरोन्नत करने राजकीय उच्च विद्यालय कुखरी और सरार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में स्तरोन्नत करने, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भांदल में विज्ञान कक्षाएं आरम्भ करने, कलोह में प्राथमिक विद्यालय खोलने, परयूंगल, झोडका और सकोरा के माध्यमिक विद्यालयों को उच्च विद्यालयों में स्तरोन्नत करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि नगर परिषद डलहौजी क्षेत्र की सड़कों का रख-रखाव एवं उनको पक्का करने का कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि डलहौजी में आधुनिक बस स्टैंड का निर्माण किया जाएगा।
5- हिमाचल प्रदेश और एनएचपीसी के बीच समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की उपस्थिति में आज चम्बा में मोबिलिटी क्षेत्र के लिए पायलट हाइड्रोजन परियोजना के क्रियान्वयन के लिए जिला प्रशासन चम्बा और एनएचपीसी लिमिटेड के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। एनएचपीसी के समूह महाप्रबंधक ए.के. पाठक ने एनएचपीसी तथा चम्बा के उपायुक्त ने राज्य सरकार की ओर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि भारत 2070 तक कार्बन न्यूट्रल हो जाएगा और 2030 तक भारत गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों से 500 गीगावाट उत्पन्न करेगा, जो कुल स्थापित क्षमता का 50 प्रतिशत होगा। एनएचपीसी के सहयोग से राज्य सरकार की यह
पहल एक मील का पत्थर साबित होगी। जय राम ठाकुर ने कहा कि हस्ताक्षरित किए गए समझौता ज्ञापन से इस पायलट हाइड्रोजन परियोजना के निष्पादन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 200 एकड़ क्षेत्र में 300 किलोवाट का ग्रिड कनेक्टेड ग्राउंड माउंटेड सोलर पीवी प्लांट स्थापित किया जाएगा और इससे उत्पन्न ऊर्जा का उपयोग इलेक्ट्रोलाइजर में हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रोलिसिस प्रक्रिया के माध्यम से प्रतिदिन लगभग 20 किलोग्राम ग्रीन हाइड्रोजन उत्पन्न होगा और इसे अनुकूल प्रक्रिया के माध्यम से संग्रहित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक किलोग्राम हाइड्रोजन ईंधन के उत्पादन के लिए 9 से 12 लीटर पानी का उपयोग होगा। एनएचपीसी के समूह महाप्रबंधक एस.के. संधू ने कहा कि यह परियोजना एनएचपीसी के अध्यक्ष ए.के. सिंह की पहल है, जिसके अन्तर्गत उत्पादित हाइड्रोजन को 20 किलोग्राम क्षमता वाली बस/कार आदि के ईंधन टैंक में संग्रहित किया जाएगा और यह हाइड्रोजन मुख्य ईंजन में लगे हाइड्रोजन ईंधन सैल में जाएगा। इस ऊर्जा का उपयोग चम्बा के स्थानीय क्षेत्र में इस 20 किलोग्राम ईंधन टैंक के साथ लगातार 8 घंटे या 200 किलोमीटर तक बस चलाने के लिए किया जाएगा। एनएचपीसी इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत एक 32+1 सीटर बस भी उपलब्ध करवाएगी, जो कार्बन का शून्य उत्सर्जन करेगी और क्षेत्र की परिवहन सुविधाओं में सुधार करेगी। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, सांसद किशन कपूर, मुख्य सचेतक विक्रम जरयाल, विधायक जिया लाल कपूर और पवन नैय्यर, मुख्य सचिव राम सुभग सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर मौजूद रहे।
6- AAP से डरी भाजपा कर रही लुभावनी घोषणाएं: मनीष
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष ठाकुर ने कहा कि आप से डरी भाजपा अब जनता को बरगलाने के लिए लुभावनी घोषणाएं कर रही है। जारी प्रेस बयान में उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हिमाचल दिवस पर ये घोषणा की है कि वो 125 यूनिट बिजली फ़्री करेंगे, गाँव के अंदर पानी फ़्री, महिलाओं का बस का किराया आधा करेंगे। हमने सुना तो था कि आम आदमी पार्टी से भाजपा बुरी तरह से डरी हुई है, लेकिन भाजपा में इतना ज़्यादा ख़ौफ़ है, ये आज पता चला। हमारी दिल्ली में केजरीवाल द्वारा लागू सभी योजनाओं को इन्होंने आधे अधूरे तरीक़े से आज हिमाचल में लागू किया है। ये इन्होंने केवल हिमाचल में लागू किया है। देश के 18 राज्यों में भाजपा की सरकार है और कहीं भी ये योजनाएँ लागू नहीं की। क्यों? क्योंकि इन योजनाओं को लागू करने की इनकी मंशा नहीं है। ये केवल चुनाव के पहले की घोषणायें हैं। चुनाव के बाद ये वापिस ले ली जाएँगी। उन्होंने कहा कि सोचो, अगर अरविंद केजरीवाल के मंडी के एक रोड शो से हिमाचल के लोगों को इतना फ़ायदा हो सकता है तो जब आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी तो हिमाचल की जनता को कितना फ़ायदा होगा। ये सिर्फ़ और सिर्फ़ दिखावा
है एक धोखा है। भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी भ्रष्ट पार्टी है। भाजपा जनता के खून चूसने में यक़ीन रहती है जनता को सुविधाएँ देने में यक़ीन नहीं रखती है। ये तो आम आदमी पार्टी का ख़ौफ़ है जिस तरह हिमाचल के लोग आम आदमी पार्टी को प्यार कर रहे हैं और बदलाव के लिए बेताब है, तो ऐसे में आम आदमी पार्टी के प्रति प्यार का ख़ौफ़ ही तो है जो इनको डरा रहा है। इस डर के कारण इन्होंने चुनाव से ठीक पहले इस तरह की ये घोषणा की है। सच्चाई तो यह है कि भाजपा चुनाव के बाद यह सारे फ़ैसले वापस ले लेगी। इसलिए इनके झाँसे में नहीं पड़ना। सब लोगों को मिल कर आम आदमी पार्टी को वोट देना है। आप सोचिए कि अगर आम आदमी पार्टी की आहट से जनता को इतना फ़ायदा हो सकता है तो अगर आम आदमी पार्टी खुद सरकार में होगी तो जनता का कितना फ़ायदा होगा। इसलिए सभी लोग मिल कर आम आदमी पार्टी को वोट दे।
7- कांग्रेस ने हमेशा किया बाबा साहेब का अपमान: भाजपा
भाजपा के मंत्री त्रिलोक जम्वाल औऱ त्रिलोक कपूर ने कहा कि भाजपा ने बाबा साहिब भीम राव अंबेडकर की जयंती 74 मंडलों में 157 स्थानों पर मनाई। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता के सिद्धान्त को आधार मानकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जहां अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग को संवैधानिक सुरक्षा देने की दिशा में उपाय किए। वहीं आवास, शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार के क्षेत्र में तमाम प्रावधान बनाकर दलित और शोषित समाज को सशक्त बनाने का काम किया। भाजपा नेताओं ने कहा की प्रधानमंत्री मोदी ने ' ईज ऑफ लिविंग का विचार दिया, ताकि भेदभाव से मुक्त
समाज में पिछड़े लोगों को बुनियादी सुविधाएं शीघ्र और सस्ती दर पर उपलब्ध करवाई जा सके। अब दलितों और गरीबों को भी लगने लगा है कि वास्तव में उनके लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा की कांग्रेस ने समय समय पर बाबा साहब अबेडकर का अपमान किया है, कांग्रेस पार्टी ने हमेशा बाबा साहब को दलित नेता कहकर एक दायरे में समेटने की कोशिश की है, कांग्रेस की ये कोशिश रही है कि उनका कद किसी नेहरू-गांधी परिवार के समकक्ष भी खड़ा नहीं हो पाए। उन्होंने कहा की कांग्रेस ने उन्हें दो बार लोकसभा चुनावों में हरवाने की साजिश रची थी, बाबा साहेब प्रारंभ से ही अखंड भारत के पक्ष में थे। बाबा साहेब ने बंटवारे के लिए तैयार महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू के साथ जिन्ना का भी पुरजोर विरोध किया। उनकी पुस्तक "थॉट्स ऑन पाकिस्तान" में इसका पूरा विवरण है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति के चलते कांग्रेस ने देश का बंटवारा कर डाला।
शाम पांच बजे तक का कोविड मीडिया बुलेटिन-
सूचना एवं जन संपर्क विभाग हिमाचल प्रदेश बुलेटिन-