बगावत 40 साल बाद....... 22 अक्तूबर 2022- पाॅंवटा साहिब से आज का खबरनामा ddnewsportal.com

बगावत 40 साल बाद.......  22 अक्तूबर 2022- पाॅंवटा साहिब से आज का खबरनामा  ddnewsportal.com

बगावत 40 साल बाद.......

22 अक्तूबर 2022- पाॅंवटा साहिब से आज का खबरनामा

नड्डा करेंगे डैमेज कंट्रोल 
भाजपा में भगदड़: लांबा
कांग्रेस है ट्रबल इंजन: भाटिया
मां-बेटे नेतृत्व नकारेगी जनता: पात्रा
कांग्रेस की तीसरी सूची जारी
तिब्बती करेंगे सरकार बनाने को वोट
अवैध कब्जे हटाने को हाईकोर्ट के आदेश
पाँवटा में किरनेश जंग कांग्रेस प्रत्याशी
ये है सुखराम चौधरी की संपति
पंच पर्व पर इस दिन सूर्य ग्रहण का साया
देसी सामान को दें तरजीह: प्रदीप
पाँवटा कॉलेज क्रिकेट सेमी-फाइनल में


(आज की तस्वीर)

स्थानीय (सिरमौर)

1- Diwali Special: पंच पर्व पर इस दिन रहेगा सूर्य ग्रहण का साया, ये है पूजा का मुहूर्त...

जिला सिरमौर के प्रसिद्व ज्योतिषाचार्य पं कमलकांत सेमवाल ने बताया कि इस बार दीवाली पंच पर्व कल रविवार को धनतेरस से शुरू है रहा है। लेकिन इस बार पंच पर्व पर सूर्य ग्रहण का साया भी है इसीलिए दीवाली 24 अक्तूबर सोमवार को है। तथा मंगलवार 25 अक्तूबर को सूर्य ग्रहण के चलते कोई पर्व नही होगा। उन्होंने पंच पर्व की जानकारी देते हुए बताया कि रविवार को धनतेरस है। क्योंकि आज सूर्यास्त के बाद रात दो बजे त्रयोदशी लग रही है इसलिए धनतेरस कल रविवार को ही होगा। इस के साथ साथ हनुमान जयंती भी रविवार को ही है। धनतेरस पर सोना चांदी के आभूषण और बर्तन खरीदना शुभ रहता है। खरीददारी पूरा दिन कभी भी कर सकते है। उन्होंने बताया कि धनतेरस की पूजा का विशेष शुभ मुहूर्त शाम 5:39 बजे से रात 08:14 बजे तक है। इस बार सोमवार 24 अक्तूबर को दीवाली का पर्व पूरे देश मे हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। उन्होने बताया कि पर्व पर लक्ष्मी पूजन के वैसे तो दिनभर लग्न के हिसाब से कईं मुर्हुत है

लेकिन मुख्य रुप से गृहस्थ लोगों के लिए प्रदोष काल का पूजा के लिए विशिष्ट मुर्हुत है। पं कमलकांत का कहना है कि दीपावली हिन्दु धर्म का मुख्य पर्व है। रोशनी का पर्व दीवाली कार्तिक अमावस्या के दिन मनाई जाती है। मान्यता है कि दीपों से सजी इस रात में मां लक्ष्मी जी भ्रमण के लिए निकलती है और अपने भक्तों को खुशियां बांटती है। दीपावली का पावन पर्व इस बार 24 अक्तूबर को मनाया जा रहा है। दीवाली भगवान श्रीराम के लंका पर विजयी के पश्चात अयोध्या लौटने की खुशी मे मनाई जाती है।

इस मौके पर लोग घर मे घी के दिए जलाते है और इस त्यौहार का खूब आनद लेते है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है। दीपावली के दिन दीपदान का विषेष महत्व है। नारद पुराण के अनुसार इस दिन मन्दिर, घर, नदी, बगीचे, वृक्ष, गौशाला और बाजार में दीपदान देना शुभ माना जाता है। इस दिन जो कोई श्रद्वापूर्वक मां लक्ष्मी की पूजा करता है। उसके घर कभी दरिद्रता का वास नही होता। दीपावली के दिन घर में चौमुखा दीपक रात को प्रदीप्त होना चाहिए। 

पूजा विधि-

मां लक्ष्मी से पूर्व गणेश जी की पूजा करें उसके बाद मां लक्ष्मी, सरस्वती, कुबेर, कमल, दवात की पूजा करें। बही खातों की भी पूजा करें। मां लक्ष्मी की मूर्ति गणेश जी के दाईं और रखें। एक कलश स्थापित करें। कलश को चावलों की ढेरी पर स्थापित करें। दो बड़े दीपक रखें। एक दीपक तेल का और एक दीपक घी का प्रज्वलित करें। कलश की तरफ चावलों से नौ ढेरियां नवग्रह के रूप में बनाएं। गणेश जी के सामने चावलों से 6 ढेरियां षोडष मातिृका के रूप में बनाए एवं स्वास्तिक का चिन्ह भी बनाएं। चौकी के सामने तीन थाली जिसमें खील, पताशे, मेवे इत्यादि रखे। जलभर कर कलश रखें। धनतेरस पर जो पात्र खरीदा हैं उसमें अन्न भर कर रखें। 

मां लक्ष्मी के प्रिय-

मां लक्ष्मी को पूजा में कमल के फूल व गुलाब प्रिय है। फल में श्रीफल, सीताफल, बैर, अनार, सिंघाडे प्रिय है। सुगंध में केवडा, गुलाब, जल, चन्दन व पित्र प्रिय है। अनाज में चावल, मिठाई में केसर की मिठाई हलवा। दीपक प्रकाश के लिए गाय का घी, मुंगफली या तिल का तेल इनको शीघ्र प्रसन्न करता है। गन्ना, रबडी, हल्दी, कमल गठ्ठा बिलपन्न आदि भी इन्हे प्रिय है। स्कन्द पुराण के अनुसार कार्तिक अमावस्या को प्रातः स्नान कर सभी देवताओं की पूजा करनी चााहिए। 

ये है पूजन का शुभ समय-

दीपावली का पर्व शुभ पर्व है। इस दिन लक्ष्मी, गणेश, कुबेर व इंद्र देव की पूजा करनी चाहिये। प्रदोष काल मे पूजा का शुभ विधान है, अतः इस समय की गयी पूजा सभी मनोरथो को पूरा करती है। गृहस्थ के लिए पूजा का शुभ समय सायं 5ः40 बजे से रात्रि 8 बजकर 20 मिनट तक है। सभी गृहस्थ इस शुभ मुहूर्त मे पूजा करें। प0 सेमवाल ने बताया कि गृहस्थ लोगों को प्रदोष काल मे ही पूजा करनी चाहिए जो सूर्यास्त के बाद 2 घण्टे 24 मिनट तक रहता है। हालांकि दिवाली के दिन पूजा के अन्य मुर्हुत भी हैं लेकिन गृहस्थ लोगों के लिए पूजा का अति विशिष्ट समय सांय 8 बजकर 39 मिनट तक रहेगा। व्यापरियों के लिए पूजा का विशेष मुहूर्त 10:30 बजे से 12:20 बजे तक रहेगा। 

इसी तरह 25 अक्तूबर को सूर्य ग्रहण के चलते कोई पर्व नही है। 26 अक्तूबर को गोवर्द्धन और अन्नकूट पूजा होगी। उसके अगले दिन यानि 27 अक्तूबर को भैयादूज का पर्व मनाया जाएगा। 

2- दीवाली पर देसी सामान को दें तरजीह: चौहान

सिरमौर जिला के मजदूर नेता प्रदीप चौहान का कहना है कि हमे दीवाली पर देसी सामान को तरजीह देनी चाहिए। पांवटा साहिब मे जारी प्रेस बयान मे मजदूर नेता ने बताया कि हमे दीवाली पर चीनी वस्तुओं का बहिष्कार कर भारत मे निर्मित सामान को अपनाना चाहिए। साथ ही दीवाली को प्रदूषण रहित मनाना

चाहिए। उन्होने कहा कि यदि हम किसी मिट्टी के बर्तन और दीये बेचने वालों से सामान खरीदते हैं तो जहां एक गरीब को दो वक्त की रोटी मिलेगी वहीं रोशनी के पर्व को प्रदूषण रहित मना सकते हैं। उन्होने कहा कि आजकल बाजार मे चीन का आर्कषक सामान पंहुचा हुआ है जिसमे लड़ियां और अन्य ईलेक्ट्रोनिक की चीजें शामिल है। हमे इनके स्थान पर भारत मे निर्मित साजो सजावट का सामान खरीदना चाहिए और दीवाली पर अपने लोगों के साथ खुशियां मनानी चाहिए।

3- ऊना को पराजित कर सेमीफाइनल में पंहुचा पाँवटा कॉलेज।

श्री गुरु गोबिंद सिंह जी राजकीय महाविद्यालय पांवटा साहिब में शनिवार को अन्तर महाविद्यालय क्रिकेट चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल मैच राजकीय महाविद्यालय पांवटा साहिब एवम राजकीय महाविद्यालय ऊना की टीम के बीच खेला गया। इस अवसर पर ज़िओन लाइफ साइंस पाँवटा साहिब के संस्थापक एवम प्रबंध निदेशक सुरेश गर्ग मुख्यतिथि के रूप में  शिरकत की तथा सतीश गोयल, प्रेजिडेंट चैम्बर ऑफ कॉमर्स बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहें। प्राचार्य डॉ प्रमोद सिंह पटियाल, स्टाफ एवम विद्यार्थियों द्वारा गर्मजोशी के साथ मुख्यतिथि एवम अतिथियो का स्वागत किया गया। मैच से पहले सुरेश गोयल द्वारा ज़िओन लाइफ साइंस के सौजन्य से नवनिर्मित मुख्य द्वार का उद्घाटन किया गया। महाविद्यालय के मैदान में मंच से प्राचार्य डॉ प्रमोद सिंह पटियाल द्वारा औपचारिक स्वागत करने के पश्चात मुख्यतिथि का  महाविद्यालय के मुख्य द्वार, जिम, विद्यार्थियों में स्कॉलरशिप आबंटन इत्यादि में योगदान देने के लिए आभार व्यक्त किया। मुख्यतिथि सुरेश गर्ग ने अपने अभिभाषण में महाविद्यालय को ऊँचाई के शिखर पर चढ़ते हुए देख प्रसन्नता ज़ाहिर की। क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों से पारंपरिक रूप से मिलने के दौरान सुरेश गर्ग ने मैदान का निरीक्षण किया और मैदान के समतलीकरण के लिए उचित राशि अनुदान करने की घोषणा की। विशिष्ट अतिथि सतीश

गोयल और युवराज दत्ता ने भी अपने संवाद में  कॉलेज के खुशनुमा और सकारात्मक वातावरण की प्रशंसा की। क्वार्टर फाइनल मैच में पांवटा कॉलेज ने टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी का फैसला लिया और विपक्षी टीम के समक्ष 148 रन बनाने का लक्ष्य रखा। पांवटा कॉलेज से अरुण ने सबसे अधिक 48 रन बनाए। दूसरी पारी में राजकीय महाविद्यालय ऊना ने बल्लेबाज़ी करते हुए 20 ओवर में 126 रन बनाए। पांवटा टीम 9 विकेट लिए जिसमें से रोहित, अंशुल और गौरव ने 2-2 विकेट और सनी और भानु ने 1-1 विकेट ली। इस तरह पांवटा कॉलेज की टीम 21 रन से मैच जीत कर सेमी फाइनल में प्रवेश कर गयी। प्राचार्य डॉ प्रमोद ने विजयी टीम को बधाई देते हुए अगले पड़ाव में सफलता की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त स्टाफ सदस्य, एन एस एस, रोवर्स & रेंजर्स एवम एन सी सी के स्वंयसेवक मौजूद रहे।

4- मानपुर देवड़ा में एनएसएस के शिविर का समापन। 

पाँवटा साहिब के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मानपुर देवड़ा में सात दिवसीय शिविर का समापन हुआ। इस आवासीय शिविर के समापन के शुभ अवसर  के मुख्य अतिथि साईं विद्या निकेतन की संस्थापक सदस्य व समाजसेवी एवम प्रधानाचार्य कृष्ण रॉय व विशेष अतिथि समाजसेवी तौहीद अली, अनुभव ग्राम संगठन की अध्यक्ष नीलम शर्मा व स्कूल प्रबन्धन समिति सदस्य संगीता पॉल ने शिरकत की। उपस्थित स्वयंसेवियों, कार्यक्रम अधिकारियों, शिक्षकों एवम गैर शिक्षक सदस्यों द्वारा आए हुए अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ शुरू किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ज्ञानचंद चौधरी ने अपने संबोधन में मुख्य अतिथि तथा अन्य अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी व राष्ट्रीय सेवा योजना के मास्टर ट्रेनर प्रवक्ता संजय शर्मा व महिला कार्यक्रम अधिकारी नीलम तोमर ने इस शिविर के दौरान स्वयसेवियों द्वारा की गई विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने बताया की इस

शिविर का शुभारंभ 14 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक किया गया इस दौरान स्वयंसेवकों ने विद्यालय खेलकूद मैदान, गोद लिए हुए एरिए गुरूवाला व हर्बल वाटिका इत्यादि की सफाई की गई। सुबह की शुरुआत स्वयंसेवकों द्वारा प्रभात फेरी के साथ की जाती थी। इस दौरान उन्होंने कूड़ा कचरा व पॉलिथीन को भी इकट्ठा किया। समापन समारोह के इस अवसर पर स्वयंसेवकों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में स्वयंसेवियों को राष्ट्रीय सेवा योजना के महत्व के बारे में बताया। इस अवसर पर विशेष अतिथि तौहीद अली व अन्य सदस्यों ने भी अपने विचार रखे। मंच संचालन नीलम शर्मा प्रवक्ता संस्कृत ने किया। इस अवसर पर प्रवक्ता रामपाल, भंगी राम चौहान, बबीता, संजीव कुमार, प्रदीप चौहान, किरन बाला, मेहबूब , रंजू, रीतू पोजट्टा, दीउदू राम, दिनेश चौहान, पूजा, रीना, वरिष्ठ सहायक बुध राम शर्मा इत्यादि समस्त स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।

5- राजनैतिक: आखिरकार चौधरी किरनेश ने जीती टिकट की जंग।

पाँवटा साहिब कांग्रेस को आखिरकार काफी जद्दोजहद के बाद चेहरा मिल गया है। पार्टी हाईकमान ने अंतत: पूर्व विधायक चौधरी किरनेश जंग पर भरोसा जताते हुए उन्हे पाँवटा साहिब विधानसभा से टिकट दिया है। दो सूची जारी होने के बाद भी पाॅंवटा साहिब के टिकट पर पेंच फंसा हुआ था। अटकलों में कभी कोई आगे चल रहा था तो कभी कोई। लेकिन शनिवार दोपहर बाद जारी हुई तीसरी सूची में पाँवटा साहिब से चौधरी किरनेश जंग को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया हैं। माना जा रहा है कि पाँवटा साहिब के टिकट के लिए पिछले एक से जो मंथन चल रहा था उसमे प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने बड़ा स्टेंड लेते हुए चौधरी किरनेश जंग की पैरवी की और उन्हे टिकट दिलाकर ही दम लिया। इसके साथ ही चल रही तमाम अटकलों पर भी विराम लग गया है। गोर हो कि इस एक सप्ताह के दौरान टिकट को लेकर फंसे पेंच से कांग्रेस थोड़ी बैकफुट पर जरूर आई है। क्योंकि अभी तक चेहरा न मिलने से कार्यकर्ता भी असमंजस में थे। अब नामांकन के लिए मात्र एक दिन 25 अक्टूबर का बचा है। बाकी

अहम उम्मीदवारों ने शुक्रवार को आपने नामांकन पत्र दाखिल कर दिये हैं जिसमे भाजपा से सुखराम चौधरी का नाम भी शामिल है। ऐसे में आब निश्चित तौर पर कांग्रेस के उम्मीदवार नामांकन के आखिरी दिन मंगलवार को ही नॉमिनेशन फाइल कर पायेंगे। हालांकि इस बीच अन्य दावेदारों और रूठों को एक छत के नीचे लाने के लिए चौधरी किरनेश जंग के पास नामांकन दाखिल करने से पहले तीन दिन का समय मिल गया है, जो एक तरह से उनके लिए पाॅजिटिव प्वाइंट भी है। वहीं कांग्रेस एक बड़ा तबका किरनेश जंग के साथ जुड़ा हुआ है, जिससे पार्टी पाँवटा साहिब में मुकाबले में आ गई है। 
वहीं कांग्रेस ने शमशेरपुर में पार्टी का चुनावी कार्यालय खोल दिया है। देर शाम रैली की शक्ल में किरनेश जंग के घर से कार्यकर्ता पांवटा साहिब पंहुचे। यहां कार्यालय के उद्घाटन के बाद कांग्रेस के नेताओं ऑए अपने विचार रखे और पार्टी को जिताने का संकल्प लिया। वहीं प्रत्याशी किरनेश जंग ने कहा कि ऊर्जा मंत्री की नाकामियां जनता के बीच पंहुचायेंगे और निश्चित तौर पर जीत हासिल करेंगे। 

6- किरनेश जंग को टिकट देने पर दिल्ली दरबार का धन्यवाद: प्रदीप 

पांवटा साहिब से कांग्रेस ने चौधरी किरनेश जंग को पार्टी का टिकट दे दिया है। दरअसल कांग्रेस के टिकट में काफी दौड़ लगने के बाद पार्टी ने फिर पूर्व विधायक किरनेश जंग पर विश्वास जताया है। भंगानी कांग्रेस जोन अध्यक्ष प्रदीप चौहान ने इसके लिए दिल्ली व प्रदेश हाइकमान का धन्यवाद किया है। नेता प्रदीप चौहान ने बताया कि किरनेश जंग को टिकट देने से अब पांवटा

की जनता में खुशी का माहौल है। 48 घंटे से पांवटा की जनता टिकट की राह देख रही थी अब लोगों का इंतजार खत्म हो गया है। किरनेश जंग को टिकट मिलने पर पांवटा में जश्न का माहौल शुरु हो गया है। कांग्रेस पार्टी ने दिवाली से पहले की कांग्रेस पार्टी को दिवाली का तोहफा दे दिया है। उन्होने कहा कि भ्रष्टाचार, मंहगाई और बेरोजगारी आदि सभी मुद्दों के साथ कांग्रेस पार्टी लोगों से मिल रही है और मिलती रहेगी और निश्चित तौर पर इस बार पाॅंवटा साहिब से कांग्रेस का विधायक जिताया जाएगा।

7- सुखराम चौधरी के पास है इतनी संपत्ति...

पांवटा साहिब विधायक एवं भाजपा प्रत्याशी सुखराम चौधरी के पास 27,76,408 रुपये, पत्नी शशिबाला के पास 47,55,541 रुपये, बेटी गीतांजलि चौधरी के नाम 19,67,735 रुपये, बेटी नवनीत चौधरी के नाम 1,54,819 रुपये, बेटी अनुराधा चौधरी के

नाम 6,17,048 रुपये की चल संपति है। इसके साथ साथ सुखराम चौधरी के नाम 1.25 करोड़ रुपये की अचल संपति भी है। सुखराम चौधरी ने अपनी बेटी नवनीत चौधरी की पढ़ाई के लिए 16,65,278 रुपये का कर्ज भी लिया है। उनके पास 69,04,722 रुपये की देनदारियां भी है।

8- गंगू राम मुसाफिर ने 40 साल बाद फिर निर्दलीय चुनाव लड़ने का किया एलान।

जिला सिरमौर के पच्छाद सीट से टिकट न मिलने से नाराज वरिष्ठ नेता गंगू राम मुसाफिर ने बगावत कर दी है। गंगू राम मुसाफिर ने 40 साल बाद फिर निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान किया है। शनिवार को राजगढ़ में मुसाफिर ने समर्थकों के साथ बैठक कर रणनीति बनाई और निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान किया। गंगू राम के समर्थन में कांग्रेस के 1,000 पदाधिकारियों ने इस्तीफे दे दिए हैं। हाईकमान को 25 अक्तूबर तक टिकट बदलने का

अल्टीमेटम दिया है। टिकट नहीं बदला गया तो गंगू राम निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। सात बार विधायक रहे गंगू राम निर्दलीय उतरते हैं तो कांग्रेस के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। गंगूराम मुसाफिर ने 1982 में पहली बार निर्दलीय चुनाव जीता था। 1985 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता। इसके बाद वह राज्य वन मंत्री, सहकारिता मंत्री, परिवहन मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भी रहे। वह सात बार पच्छाद के विधायक रहे। 2009 में वह लोकसभा, इसके बाद 2012, 2017 और 2019 में विधानसभा चुनाव हारे। 2019 में उपचुनाव में भी उन्हें हार मिली।

(हिमाचल)

1- डैमेज कंट्रोल के लिए हिमाचल पंहुचे जेपी नड्डा।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा हिमाचल भाजपा में डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश करेंगे। बिलासपुर सदर से विधायक सुभाष ठाकुर का टिकट कटने और त्रिलोक जम्वाल को टिकट मिलने से विरोध बढ़ गया है। भाजपा के ही राज्य कार्यकारिणी सदस्य सुभाष शर्मा ने सदर से नामांकन किया है। मौजूदा विधायक, सदर भाजयुमो के कई पदाधिकारी भी त्रिलोक

से दूरी बनाकर बैठे हैं। दूसरी तरफ, सदर से कांग्रेस ने बंबर ठाकुर को टिकट देकर बड़ा दांव खेला है। झंडूता में पूर्व भाजपा मंत्री रिखीराम कौंडल के बेटे ने भी बगावत कर नामांकन पत्र भरा है। बिलासपुर दौरे के दौरान नड्डा डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश करेंगे। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के प्रवक्ता स्वदेश ठाकुर ने बताया कि जेपी नड्डा 22 अक्तूबर को बिलासपुर पहुंचे। नड्डा के निवास स्थान विजयपुर में दीप मिलन कार्यक्रम रखा गया। नड्डा दिवाली तक बिलासपुर में ही रुकेंगे।

2- रिमोट कंट्रोल से चली सरकार की बैटरी कमजोर होते ही भाजपा में भगदड़: लांबा

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता अलका लांबा ने कहा है कि नई दिल्ली से पांच वर्षों तक रिमोट कंट्रोल से चली सरकार की बैटरी कमजोर होते ही भाजपा में भगदड़ मच गई है। भाजपा विधानसभा चुनाव में पूरी तरह से अंतर्कलह से जूझ रही है। भाजपा प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों में बगावत के सुर मुखर हो गए हैं। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अलका लांबा ने कहा कि कांग्रेस पर परिवारवाद के आरोप लगाने वाले अब खुद उलझ गए हैं। भाजपा में परिवारवाद चरम पर है। धर्मपुर में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के घर में टिकट को लेकर द्वंद्व चल रहा है। भाई को टिकट देने का बहन ने विरोध किया है। बहन ने मुख्यमंत्री सहित भाजपा

पर महिला सशक्तीकरण को लेकर सवाल खड़े किए हैं। चंबा सदर में एक महिला कार्यकर्ता का टिकट काट कर विधायक की पत्नी को प्रत्याशी बनाया गया है। यह एक कर्मठ महिला कार्यकर्ता का अपमान है। अलका लांबा ने भाजपा के टिकटों से महरूम रहे 11 विधायकों और जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह को निष्क्रिय करार दिए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अगर बीते पांच साल में विकास किया होता तो उन्हें आज अपने वर्तमान विधायकों के टिकट न काटने पड़ते और अपने मंत्रियों के चुनाव क्षेत्र न बदलने पड़ते। भाजपा हाईकमान का प्रदेश नेतृत्व पर विश्वास समाप्त हो गया है। तभी डैमेज कंट्रोल करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को खुद हिमाचल आना पड़ा है। अलका लांबा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस एकजुट है। पूरी सहमति के साथ पार्टी प्रत्याशियों का चयन किया गया है।

3- परिवारवाद पर बोले भाटिया; जिताऊ है तो उसे टिकट दिया जा सकता है।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने हिमाचल प्रदेश में भाजपा में भी नेता परिवारों के पांच प्रत्याशियों को टिकट देने पर कहा कि अगर पिता ने सराहनीय काम किए हैं, बेटा भी ईमानदारी से सराहनीय सेवाएं दे रहा है और जिताऊ है तो उसे टिकट दिया जा सकता है। कांग्रेस में तो 24 वर्षों से एक ही परिवार से राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं। भाजपा में इस दौरान नौ राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं। एक ही परिवार से कोई नहीं रहा है। कांग्रेस का परिवारवाद अलग तरह का है। एक विशेष सरनेम के नेताओं को बार-बार तरजीह दी जा रही है। गौरव भाटिया ने शनिवार को शिमला में पत्रकार वार्ता में कहा कि एक तरफ डबल इंजन है तो दूसरी तरफ ट्रबल इंजन है।

कांग्रेस ट्रबल इंजन की एक दिशा नहीं है। यह लूट-खसोट पर ही केंद्रित है। देश में आईएसआई मार्क से भी अधिक विश्वसनीयता की कोई गारंटी है तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ईमानदार नेतृत्व की है। आज हिमाचल प्रदेश में मोदी-जयराम का नाम और काम सबसे बड़ी गारंटी है। भाजपा में यह प्रचलन नहीं है कि टिकट नहीं मिला और मंत्री नहीं बने तो रूठ गए। जो हर परिस्थिति में योग्य हैं और जिताऊ हैं, उन्हीं को ही टिकट दिया जाता है। उन्होंने पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल के चुनाव नहीं लड़ने पर कहा कि वह लड़ें या नहीं, यह फैसला तो हाईकमान का है। वह हमारे लिए आदर्श हैं। कांग्रेस नेतृत्व हिमाचल में केवल छुट्टी मनाने आता है, इसलिए हिमाचल की जनता ने तय किया है कि यहां कांग्रेस की स्थायी तौर पर छुट्टी करनी है। हिमाचल में कांग्रेस इस बार सिंगल डिजिट में रह जाएगी। 

4- मां-बेटे के नेतृत्व को स्वीकार नहीं करेगी जनता: पात्रा

हिमाचल के कांगड़ा स्थित धर्मशाला में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर निशानाा साधा। संबित

पात्रा ने कहा कि दिल्ली में मां-बेटे की जोड़ी और प्रदेश में प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह जमानत पर हैं। दिल्ली में और हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस मां-बेटे के नेतृत्व को स्वीकार नहीं कर रही।

5- कांग्रेस ने जारी की प्रत्याशियों की तीसरी सूची।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की केंद्रीय चुनाव समिति ने शनिवार को हिमाचल विधानसभा चुनावों के लिए प्रत्याशियों की

तीसरी सूची जारी कर दी है। किन्नौर से जगत नेगी, जयसिंहपुर से यादविंद्र गोमा, मनाली से भुवनेश्वर गौड़ और पावंटा साहिब से किरनेश जंग को प्रत्याशी घोषित किया गया है। हमीरपुर सीट से कांग्रेस अभी भी प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई है। 

6- कांगड़ा के 2,193 तिब्बती मतदाता करेंगे मतदान।

हिमाचल में विधानसभा चुनाव में प्रदेश में नई सरकार चुनने के लिए इस बार जिला कांगड़ा के 2,193 तिब्बती मतदाता भी मतदान करेंगे। इससे पहले इन तिब्बती मतदाताओं ने निर्वासित तिब्बत सरकार के चुनाव के लिए भी वोट किया था। तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा की नगरी से संबंध रखने वाले जिला कांगड़ा में मुख्य रूप से तीन विधानसभा क्षेत्रों धर्मशाला, पालमपुर और बैजनाथ में तिब्बती मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में शामिल

हैं। सबसे ज्यादा तिब्बती मतदाताओं की संख्या विधानसभा क्षेत्र पालमपुर में 1,143 है। धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र में 720 और बैजनाथ में 330 तिब्बती मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में शामिल है। तिब्बत के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वांगड़ू सेरिंग ने बताया कि भारतीय चुनाव आयोग की ओर से करवाए जाने वाले चुनावों में तिब्बतियों की कोई प्रत्यक्ष भागीदारी नहीं है। कुछ तिब्बतियों को मतदान का अधिकार मिला है। इन लोगों का अपना व्यक्तिगत फैसला है कि चुनावों में मतदान करना है या नहीं। तिब्बती मूल की तेंजिन ने कहा कि उन्होंने भागसू मतदान केंद्र पर मतदान किया था। भारतीय लोकतंत्र का हिस्सा होने पर गर्व महसूस किया था।

7- हाईकोर्ट के परवाणू से कैथलीघाट तक फोरलेन के सभी कब्जों को हटाने के आदेश।

कालका-शिमला फोरलेन के निर्माण में देरी पर हाईकोर्ट ने कड़ा संज्ञान लिया है। अदालत ने स्वत: संज्ञान लेते हुए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) को परवाणू से कैथलीघाट तक फोरलेन के सभी कब्जों को हटाने के आदेश दिए हैं। अदालत ने उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक सोलन को आदेश दिए कि वह एनएचएआई को इसके लिए पुलिस सहायता मुहैया करवाए। न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान और न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह की खंडपीठ ने 28 अक्तूबर को परवाणू से कैथलीघाट तक और 29 को वाकना गांव में कब्जे हटाने को कहा। पिछले आदेशों के तहत हाईकोर्ट ने उपायुक्त सोलन की कार्यशैली पर टिप्पणी की थी। अदालत ने कहा था कि उपायुक्त इस बात से अनभिज्ञ हैं कि वह राजस्व विभाग के सर्वोच्च पद पर भी आसीन हैं। अदालत ने अवैध कब्जे हटाने के आदेश दिए थे, लेकिन उपायुक्त ने एनएचएआई को  निशानदेही के लिए आवेदन करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अदालत ने उपायुक्त को आदेश दिए थे कि निशानदेही के लिए उपयुक्त स्टाफ मुहैया करवाए। अदालत के

आदेशों की अनुपालना में उपायुक्त सोलन ने फोरलेन की निशानदेही की। अदालत को बताया गया कि परवाणू से कैथलीघाट तक 14 कब्जे हैं। इस कारण फोरलेन निर्माण में देरी हो रही है। बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का कालका-शिमला फोरलेन ड्रीम प्रोजेक्ट था, लेकिन पिछले तीन साल से कैथलीघाट-ढली के हिस्से का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। पहले भूमि अधिग्रहण के चलते काम लटका रहा। कालका से कैथलीघाट तक फोरलेन का निर्माण कार्य अवैध कब्जों के कारण पूरा नहीं हो रहा है। कैथलीघाट से ढली तक 28.4 किमी लंबे फोरलेन के हिस्से का कार्य दो पैकेजों में तय किया गया है। इस पर 3,716.26 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। दूसरे पैकेज के तहत 1956.26 करोड़ बजट की स्वीकृति दी गई है।

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