ऐसे तो नही हो पाएगा गांव के लोगों का टीकाकरण- ddnewsportal.com
ऐसे तो नही हो पाएगा गांव के लोगों का टीकाकरण
ग्रामीण क्षेत्रों मे स्लाॅट बुकिंग बन रहा जी का जंजाल,
टीकाकरण बुकिंग की ऑनलाईन व्यवस्था मे पिछड़ रहे गांव के लोग, अन्य स्थानों के लोग आकर करवा रहे टीकाकरण, मुख्यमंत्री से व्यवस्था मे सुधार की उठाई मांग।
सरकार की 18 से 44 वर्ष तक की आयु वर्ग के टीकाकरण की ऑनलाइन व्यवस्था ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए जी का जंजाल बन रहा है। स्लाॅट खुलते ही स्टेशन बाहरी लोगों द्वारा बुक हो जाते हैं जिससे स्थानीय लोग टीकाकरण से वंचित रह रहे हैं। इसी समस्या को देखते हुए जिला सिरमौर के ग्रामीण क्षेत्रों की चूड़ेश्वर सेवा समिति कफोटा और हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने संयुक्त रूप से कोविड-19 रूपी महामारी से बचाव एवं टीकाकरण के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए "कोविड सेवा एवम् जागरूकता अभियान" के अंतर्गत मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश को उप मंडल दंडाधिकारी पांवटा साहिब के माध्यम से एक ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन के माध्यम से हिमाचल प्रदेश सरकार व प्रशासन का ध्यान 18 से 45 वर्ष आयु
वर्ग के लोगों के टीकाकरण हेतु पंजीकरण एवं बुकिंग में आ रही समस्याओं की ओर आकर्षित किया गया है। पदाधिकारियों ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कंप्यूटर साक्षरता एवम् जानकारी के अभाव में लोगों को पहले तो पंजीकरण करना ही मुश्किल हो रहा है। यदि बड़ी मशक्कत से पंजीकरण हो भी जाता है तो जिस दिन आधा घंटे के लिए बुकिंग पोर्टल खोला जाता है उस दिन भी 5 या 10 मिनट में हर स्वास्थ्य केंद्र के लिए बुकिंग क्लोज हो जाती है।बाहरी राज्यों और शहरी क्षेत्रों के लोग जल्दी ही बुकिंग करने में सफल हो रहे हैं जबकि ग्रामीण क्षेत्रों के लोग समय पर बुकिंग नहीं कर पाने के कारण टीकाकरण से वंचित रह जाते हैं। बुकिंग पोर्टल पर जल्दी ही बुकिंग समाप्त होने का एक कारण यह भी सामने आया है कि उद्योगों और कारखानों में काम करने वाले कर्मचारी और कामगार पहले से ही डेट अपडेट करने वाले स्वास्थ्य कर्मी से संपर्क स्थापित कर यह पता कर लेते हैं कि आने वाली तिथि को पोर्टल किस समय खुलना है और कहां कहां पर टीकाकरण होना है। पोर्टल खुलने से पूर्व ही यह जानकारी अपने सभी कर्मचारियों और कामगारों को दे दी जाती है जिससे सभी एक साथ पोर्टल खुलते ही अपने लैप टॉप के माध्यम से शीघ्र ही दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में भी बुकिंग कर लेते हैं और ग्रामीण लोग जिनके पास अच्छे फोन तक की सुविधा उपलब्ध नहीं बुकिंग से वंचित रह जाते हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोग टीकाकरण में पिछड़ रहे हैं।
इसलिए सरकार से अनुरोध किया गया है कि इस व्यवस्था को दुरस्त करें या फिर खुला कर दिया जाए।यदि दोनों ही उपाय संभव न हो तो ग्रामीण क्षेत्रों में पिन कोड के आधार पर 50% टीके आरक्षित कर दिए जाएं ताकि गांव के भोले भाले लोग भी टीकाकरण करवा सकें। प्रतिनिधिमंडल में चूड़ेश्वर सेवा समिति कफोटा के अध्यक्ष अतर सिंह पुंडीर और हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रांत उपाध्यक्ष व जिला महामंत्री विजय कंवर आदि शामिल रहे। इस मौके पर तहसीलदार पांवटा साहिब वीपी अग्निहोत्री भी मौजूद थे।