झुक गई सरकार- परिवार को सरकारी रोजगार ddnewsportal.com
झुक गई सरकार- परिवार को सरकारी रोजगार
भारतीय किसान युनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनिन्द्र सिंह नौटी बोले; हिमाचल मे किसान-बागवानों के हक को लड़ेंगे।
भारतीय किसान युनियन हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष अनिन्द्र सिंह नौटी का कहना है कि एक वर्ष से अधिक समय से चल रहे किसान आंदोलन की ताकत तथा किसानों की एकजुटता ने अब सरकारों पर असर करना शुरू कर दिया है। किसान आंदोलन की पहली ऐतिहासिक जीत करनाल में हो चुकी है जहां हरियाणा सरकार ने अपनी गलती को मानते हुए किसानों की
सभी मांगों को मान लिया है। इसके अंतर्गत शहीद किसान काजल के परिवार को दो सरकारी नौकरी, 25 लाख मुआवजा, सभी घायलों का सरकारी खर्चे पर इलाज तथा विवादित एसडीएम के खिलाफ हाईकोर्ट के सिटिंग जज से इंक्वायरी शामिल है। इस दौरान उसको एक महीने के लिए कंपलसरी छुट्टी पर भी भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि करनाल मोर्चे पर हिमाचल प्रदेश के किसानों ने भी अपनी हाजिरी दर्ज करवाई थी। वहां पर उनके साथ पांवटा साहिब के ब्लॉक अध्यक्ष जसविंदर सिंह, सोशल मीडिया इंचार्ज इंद्रजीत सिंह अज्जू सहित कई किसान पहुंचे थे। हिमाचल का प्रतिनिधित्व करते हुए अनिंद्र सिंह नॉटी ने हिमाचल की तरफ से भी करनाल सहित सभी मोर्चों पर हिमाचल के किसानों द्वारा हर तरह का साथ देने की प्रतिबद्धता जताई गई। नॉटी ने वहां मंच से बताया कि किस तरह अडानी समूह सेब के बागवानों को कई वर्ष से लूट रहा है और अब यह मॉडल वह पूरे देश में लागू करके सभी तरह के किसानों को लूटना चाहता
है, जिसके खिलाफ किसान पिछले एक वर्ष से लामबंद हुए हैं और अब यह आंदोलन निर्णायक मोड़ पर पहुंचता हुआ दिख रहा है। जब सरकारों ने भी आंदोलन की गंभीरता को समझते हुए किसानों के आगे घुटने टेकने शुरू कर दिए हैं। करनाल में सरकार तथा किसानों के बीच में हुआ फैसला ताजातरीन उदाहरण है। आगे भी हिमाचल प्रदेश के किसान जब तक यह आंदोलन जारी रहेगा अपनी हाजिरी सभी आंदोलन स्थलों पर जारी रखेंगे। और हिमाचल प्रदेश के किसान-बागवानों के हक के लिए भी लड़ते रहेंगे।