Sirmour: पाँवटा साहिब की आबोहवा पिछले वर्ष से ज्यादा दूषित, जानिए AQI लेवल... ddnewsportal.com

Sirmour: पाँवटा साहिब की आबोहवा पिछले वर्ष से ज्यादा दूषित, जानिए AQI लेवल...  ddnewsportal.com

Sirmour: पाँवटा साहिब की आबोहवा पिछले वर्ष से ज्यादा दूषित, जानिए दिवाली पर किन शहरों में कितना रिकार्ड हुआ AQI लेवल...

दीपावली पर जिला सिरमौर के औद्योगिक नगर पाँवटा साहिब की हवा पिछले वर्ष के मुकाबले काफी खराब रही। पिछले वर्ष से अधिक ध्वनि प्रदूषण के कारण इस साल एक्यूआई (एयर क्वॉलिटी इंडेक्स) यानि वायु गुणवत्ता सूचकांक लेवल 120 माईक्रो ग्राम तक पंहुच गया। हालांकि ये औसत श्रेणी में हैं लेकिन अच्छे संकेत नहीं है। दरअसल, दीवाली पर जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में पिछले वर्ष की तुलना में इस बार अधिक पटाखे चले हैं। इस बार पाँवटा साहिब का एक्यूआई लेवल 120 माइक्रो ग्राम रहा है जबकि पिछले वर्ष यह 111 था। वर्ष 2022 में एक्यूआई लेवल 123 माइक्रो ग्राम था।


हालांकि हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी की हवा इस साल की सबसे दूषित स्तर पर पहुंच गई। दिवाली की रात चले पटाखों से बद्दी की हवा दूषित हो गई है। बद्दी का एक्यूआई लेवल 316 माइक्रो ग्राम तक पहुंच गया है। एक्यूआई लेवल 300 से अधिक होने पर हवा अधिक दूषित मानी जाती है। प्रदेश के

सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन के बद्दी में पिछले वर्ष दिवाली पर एक्यूआई 96 माइक्रो ग्राम रिकॉर्ड किया गया था लेकिन इस बार दिवाली पर यह बढ़कर 316 माइक्रो ग्राम तक पहुंच गया। ऐसा नहीं है कि यह पटाखे चलाने के कारण ही बढ़ा है। पिछले एक महीने से जिला सोलन में बारिश की एक बूंद भी नहीं गिरी है।

इसके कारण धूल-मिट्टी भी हवा में घुल गई है। एक्यूआई के बढ़ने का भी यह बड़ा कारण हो सकती है। वर्ष 2022 में दीवाली पर बद्दी का एक्यूआई 157 माइक्रो ग्राम तक पहुंच गया था।
प्रदेश के सबसे पुराने औद्योगिक क्षेत्र परवाणू में भी इस बार दिवाली पर एक्यूआई 122 माइक्रो ग्राम तक पहुंच गया है जबकि पिछले वर्ष दिवाली पर यह 87 माइक्रो ग्राम रिकॉर्ड किया गया था

जबकि वर्ष 2022 में दिवाली पर परवाणू का एक्यूआई 83 माइक्रो ग्राम रिकॉर्ड किया गया था। दिवाली पर इस बार परवाणू का एक्यूआई 100 के आंकड़े को पार कर गया है। पहले वहां की हवा संतोषजनक थी लेकिन 100 पार करते ही हवा अब औसत की श्रेणी में आ गई है।

■ जानिए, कितनी हवा खराब होती है-

● 0 से 50 के बीच का एक्यूआई अच्छा माना जाता है।
● 51 से 100 के बीच का एक्यूआई संतोषजक माना जाता है।
● 101 से 200 के बीच एक्यूआई औसत
● 201 से 300 के बीच एक्यूआई खराब
● 201 से 400 के बीच एक्यूआई बहुत खराब

■ क्या होता है एक्यूआई-

दरअसल, एक्यूआई वायुमंडल में घूमने वाली खतरनाक गैस को मापने का जरिया है। यह हवा के जरिए गले, श्वास नली और फेफड़ों तक पहुंच जाता है। इससे अस्थमा व सांस के रोगों की शुरूआत होने का भय रहता है। धूल के कारण चर्म रोग और आंखों में भी जलन होती है।