फिर दो बेसहारा को सहारा दे गये समाजसेवी पवन ddnewsportal.com

फिर दो बेसहारा को सहारा दे गये समाजसेवी पवन ddnewsportal.com

फिर दो बेसहारा को सहारा दे गये समाजसेवी पवन

कालाअंब और धौलाकुंआ में सड़क पर घूम रहे मानसिक विक्षिप्त को पंहुचाया अपना घर राजस्थान।

सहायता संकल्प सोसाइटी सिरमौर असल समाजसेवा की परिचायक बन रही है। बीते दो वर्ष से सड़क पर बेसहारा घूम रहे दर्जन भर विक्षिप्त को राजस्थान के भरतपुर आश्रम पंहुचाने के बाद अब फिर दो बेसहारा लोगों को सोसाइटी के प्रयासों से छत मिल गई है। जिला सिरमौर मुख्यालय नाहन के कालाअंब और धौलाकुंआ मे दो व्यक्ति तकरीबन पिछले लंबे समय से सड़क पर पड़े थे और उनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं था। हजारों लोग दिनभर इनके सामने से गुजरते थे मगर किसी का दिल नहीं पसीजा और लाखों लोगों में से एक ने भी इनकी दुर्दशा की ओर ध्यान नहीं दिया। लेकिन सूचना मिलते ही सहायता संकल्प सोसाइटी सिरमौर के संचालक पवन बोहरा ने इन्हें सड़क से उठाकर राजस्थान के भरतपुर स्थित अपना घर आश्रम में पहुंचाकर इनकी जान बचाई। जहां ऐसे हज़ारों लोगों के खाने-पीने व रहने से लेकर पूर्ण ईलाज व मानसिक तनाव दूर करने की सभी सुविधाऐं उपलब्ध हैं। सामाजिक संस्था सहायता संकल्प सोसायटी के संचालक पवन बोहरा जब इनके बारे सूचना मिली तो वे देर रात ही तुरंत इनके संरक्षण के लिए पहुंच गए। पवन ने बताया कि जब उनकी टीम मौके पर पहुंची और इन से बातचीत करने की कोशिश की तो इन दोनों ने कोई भी जवाब नहीं दिया ना

ही अपना कोई पता बताया। कपड़ों के हाल व शक्ल से दोनों ही बीमार और मानसिक रोगी प्रतीत हुए जोकि कई महीनों से न ही नहाए हों और न ठीक से भरपेट कुछ खाया हो। लंबे बाल, बड़े-बड़े नाखून, बदबूदार कपड़े दयनीय हालत और मानसिक असंतुलन की स्थिती देखकर जहां ये लोग आम आदमी की घृणा के पात्र बने हुए थे वहीं इनके लिए मसीहा बनकर पहुंचे पवन ने इन्हें गले लगाया। पुलिस
वेरिफिकेशन के बाद पवन ने इन्हें नहलाया, साफ कपड़े दिए, बाल-नाखून इत्यादि काटे, अच्छा साफ खाना दिया और इन्हें गाड़ी में बैठाकर अपना घर आश्रम भरतपुर, राजस्थान छोड़कर आए। इस बाबत पवन ने बताया कि वे अब तक दर्जनों मानसिक रोगियों को भरतपुर आश्रम छोड़कर आए हैं जहां इस तरह के हज़ारों लोगों का भरण पोषण व ईलाज किया जा रहा है। परिजन मिलने तक व पूर्ण ईलाज होने तक इन दोनों का जीवन भी वहां आराम से सभी सुख सुविधाओं के बीच बीतेगा।