बारूद के ढेर पर है यहां का औद्योगिक क्षेत्र- ddnewsportal.com
बारूद के ढेर पर है यहां का औद्योगिक क्षेत्र
न अग्निशमन चौकी और न ही आग बुझाने के पुख्ता इंतजाम, चैंबर भी उठा रहा लगातार मांग
पांवटा साहिब के औद्योगिक क्षेत्र गोंदपूर मे भी अग्निशमन केन्द्र खोलने की मांग लंबे समय से उठ रही है। उद्योगपति यहां पर अलग से एक केन्द्र या चौकी खोलने की वकालत कर रहे हैं ताकि आगजनी के समय उद्योगों मे
ज्यादा नुकसान न हो। लेकिन अभी तक इस दिशा मे कोई खास काम होता नही दिख रहा। जिससे हम कह सकते हैं कि पांवटा साहिब का औद्योगिक क्षेत्र बारूद के ढेर पर है और आग बुझाने के पुख्ता इंतजाम नही है।
जानकारी के मुताबिक पांवटा साहिब में गर्मियों मे सिर्फ अप्रैल महीने में ही करोड़ों की फसलें और संपति आगजनी की भेंट चढ़ती है। गत वर्ष भी अप्रैल
माह में पांवटा साहिब मे आगजनी की काफी घटनाएं हुई। दो वर्ष से गर्मी मे पांवटा साहिब मे कई करोड़ों की संपति और फसल आग से स्वाहा हुई। इन
घटनाओं में गेंहू की खेतो में आग, उद्योगो में आग, दुकानों व अन्य आग की घटनाएं शामिल है। हालांकि पांवटा के नाहन रोड़ पर सूरजपूर के पास अग्निशमन केन्द्र है लेकिन विस्तृत दायरा होने के कारण सतौन रोड़ पर
औद्योगिक क्षेत्र गोंदपूर मे भी एक अग्निशमन केन्द्र या चौकी खोलने की मांग उठ रही है। हालांकि रामपुरघाट क्षेत्र मे अग्निशमन विभाग का बड़े केन्द्र का भवन बन रहा है जहां पर सूरजपूर केन्द्र शिफ्ट होगा। लेकिन गोंदपूर
औद्योगिक क्षेत्र को इससे कोई खासा लाभ नही मिलेगा। अमरकोट पंचायत के पूर्व प्रधान राकेश मेहरालू ने बताया कि गोंदपुर में फायर स्टेशन खोलने के लिए पूर्व की कांग्रेस सरकार से भी पंचायत मांग कर चुकी है। इसके अलावा
दो वर्ष पूर्व अप्रैल माह मे पांवटा दौरे पर आए प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष भी पंचायत की ओर से मांग उठाई गई थी। ग्रामीणो ने बताया कि गोंदपुर में फायर स्टेशन खोलने की जरूरत है। क्योंकि यहां पर ज्यादा
फैक्टरियां भी है और आसपास जंगल भी है। जबकि यहां से फायर स्टेशन दूर है। हिमाचल चैंबर आॅफ काॅमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष सतीष गोयल ने कहा कि पांवटा में दो फायर स्टेशन की जरूरत है। गोंदपूर ओद्योगिक क्षेत्र मे कभी
भी आगजनी की घटना सामने आ सकती है जिसके लिए त्वरित बचाव कार्रवाई के लिए अग्निशमन केन्द्र होना चाहिए। या चौकी खुलनी चाहिए।
वैसे भी पांवटा क्षेत्र काफी फैला हुआ है। कई वर्ग किमी क्षेत्र में उद्योग है। पांवटा शहर की घनी आबादी के अलावा यहां पर छोटे बड़े उद्योग खुले है।
गर्मियों में तो हर दूसरे दिन कोई ना कोई सूचना आगजनी की मिल जाती है। गेंहू के खेतो में आग के अलावा उद्योगो में आग की कई घटनाएं हो चुकी है।
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सूरजपूर अग्निशमन केन्द्र के पास है विस्तृत दायरा-
पांवटा साहिब का औद्योगिक क्षेत्र गोंदपूर तेजी के साथ विकसित हुआ है। यहां पर छोटे बड़े कई उद्योग चल रहे है। यहां पर फायर स्टेशन की जरूरत है। यहां पर फायर स्टेशन खोलने के लिए पूर्व व वर्तमान की सरकारों से कई
बार उद्योगपतियों व पंचायत की ओर से मांग की गई। लेकिन इस ओर कोई भी सरकार ध्यान नहीं दे रही है। पांवटा व आसपास के क्षेत्र करीब 250 से अधिक छोटे-बड़े उद्योग है। जिसमें अकैले गोंदपुर क्षेत्र में 100 से ज्यादा छोटे बड़े उद्योग है। यहां से सूरजपूर फायर स्टेशन करीब 15 किमी दूर
पांवटा-नाहन एनएच पर है। इसके अलावा गोंदपुर से पहले सिरमौर की सबसे
बड़ी ट्रक यूनियन है। जिस यूनियन में 1200 के करीब ट्रक है। यहां से 15 किमी की दूरी पर सतौन पत्थर की मंडी है। यदि गोंदपुर क्षेत्र में फायर स्टेशन बनता है। तो आग बुझाने के लिए फायर वाहन जल्दी से पहुंच सकते है। इसके अलावा पांवटा साहिब से रामपुर घाट मार्ग पर 30 से ज्यादा, पांवटा
नाहन एनएच पर 40, पांवटा जामनीवाला मार्ग पर 20, शिवपुर पंचायत में 25 व गिरिपार क्षेत्र में 55 से अधिक छोटेे उद्योग है। जबकि सबसे ज्यादा
100 से अधिक उद्योग गोंदपुर क्षेत्र व आसपास में है।इसलिए इस औद्योगिक क्षेत्र गोंदपूर में फायर स्टेशन या चौकी खोलने से जनता को लाभ होगा।