Big Achievement: पहाड़ का युवा सुमित राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से संसद भवन में होगा सम्मानित, पढ़ें उपलब्धियाँ... ddnewsportal.com

Big Achievement: पहाड़ का युवा सुमित राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से संसद भवन में होगा सम्मानित, पढ़ें उपलब्धियाँ...
हिमाचल प्रदेश के जिला कूल्लू के मनाली के शुरू गांव के सुमित ठाकुर प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणा बनकर उभरे हैं, एक युथ आइकन के रुप में इनका उदय हुआ है। सुमित युवा: यूथ फ़ॉर वॉलंटरी एक्शन इन हिमाचल के सहसंस्थापक भी हैं।
इनके जनसेवा कार्यों के चलते इन्हें इससे पूर्व भी वर्ष 2020 में भारत सरकार द्वारा महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी के हाथों भी राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। भारत सरकार द्वारा एनएसएस के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजना तथा केन्द्र व राज्य सरकार सहित जिला प्रशासन इनके समर्पित कार्यों को देखते हुए इन्हें पुरस्कृत कर चुकी है जो इनके कार्यों को प्रमाणिकता प्रदान करते हैं।
ओर अब इसी कड़ी में यह राष्ट्रीय युवा पुरस्कार पहली बार भारत की नई संसद भवन में पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जाएगा। यह पुरस्कार भारत वर्ष में लगभग 10 के करीब युवाओं को मिल रहा है। जिस हेतु सुमित ठाकुर का चयन होना समस्त हिमाचल प्रदेश के लिए गौरवान्वित करने वाला पल है तथा युवाओं के लिए प्रेरणा का कार्य है।
15 वर्ष की आयु से ही जिस उम्र में युवा अपना अच्छा बुरा नहीं समझ पाते तबसे समाज के लिए कुछ करने के भाव ने सुमित को एक अलग पहचान प्रदान की है, अल्पआयु से ही समाजसेवा के प्रति गहरा भाव रखने वाले सुमित 18 वर्ष से पूर्व रक्तदान करने की इच्छा रखते थे मगर उम्र आड़े आती थी लेकिन 18 वर्ष के होते ही उस संकल्प को साकार करते हुए 21 बार रक्तदान कर दूसरों की जीवन में खुशियां ला चुके हैं। सुमित ठाकुर स्कूली समय से ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति आयोजित रैलियों व कार्यक्रम में अग्रणी भूमिका अभिनित करते आए थे,जिसे उन्होंने कॉलेज में जाकर एक अलग दिशा प्रदान की।
सुमित ठाकुर की शिक्षा वाणिज्य स्नातकोत्तर तक हुई है। समर्पण व समाज के लिए कुछ कर गुजरने का भाव मन में जागृत हो तो चुनौतियों के पहाड़ भी पार कर लिए जाते हैं। सेवा में सुमित का मन ऐसा लगा कि अपने शरीर के सभी अंग मरणोपरांत दान करने का भी दृढ़ फैसला सुमित ले चुके है। पर्यावरण संरक्षण के प्रति निरंतर अलख जगाते रहते है तथा स्वयं पौधारोपण कर जन-जन को प्रेरणा देने का कार्य करते है।
महाविद्यालयी शिक्षा के दौरान पर्यावरण संरक्षण में एक नया विचार लेकर आए जिसमें जिस व्यक्ति का जन्मदिन हो उस व्यक्ति को उपहार स्वरूप पौधा प्रदान कर रोपण किया जाता था तथा तीन वर्ष तक देख-रेख कर पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान सुनिश्चित किया जाता था। जन-जागरूकता शिविरों व रैलियों से एक अलग पहचान कायम करने वाले सुमित ने कोरोना काल में मिशन डिजिटल कोरोअवेयर के माध्यम से 200 दिन तक जन जागरूकता अभियान चलाकर आवश्यक चीजें दवाईयां, मास्क राशन इत्यादि वितरित कर जन-जन को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अभिनित की है।
सेवा कार्यों को निरंतर रखने हेतु सुमित के नेतृत्व में प्रदेश के अनेक युवाओं ने युवा: एनजीओ का भी गठन किया जिसमें सुमित को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया। आज यह एनजीओ प्रदेश में 2000 से अधिक युवाओं को संगठित कर जरूरतमंदो की सहायता, रक्तदान, पर्यावरण संरक्षण, अंगदान जागरूकता जैसे अनेक कार्य कर रही है।
मनाली में बाढ़ आने पर नुकसान प्रभावितों की मदद व राहत तथा राहत सामग्री पहुंचाने में सुमित का योगदान उल्लेखनीय है।
सुमित युवाओं को सशक्त कर राष्ट्र-समाज निर्माण में लगाकर,नशे से दूर रहकर,नारी सशक्तिकरण व स्वच्छ घर-गांव तथा युवाओं में नेतृत्व क्षमता विकसित कर उस शक्ति को समाज विकास में लगाने तथा अपने जीवन में 100 बार रक्तदान करने का लक्ष्य रखते है। जो इन्हें युवा आइकन के रूप में स्थापित करता है।
राष्ट्रीय युवा पुरस्कार के लिए चयनित होने की घोषणा पर इनके गृह क्षेत्र सहित, कुल्लू व समस्त हिमाचल प्रदेश में गौरवान्वित भाव जागृत हो गया है, सोशल मीडिया पर बधाई देने वालों का सैलाम उमड़ गया हो। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, सांसद व अभिनेत्री कंणना रनौत, डॉ राजीव भारद्वाज, पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने भी अपने सोशल मीडिया हैण्डल्स से बधाई व शुभकामनाएं प्रेषित कर इस उपलब्धि को प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणादायक बताया है। सुमित ठाकुर को इस पुरस्कार से राष्ट्रीय युवा संसद 2025 में नव भारतीय संसद भवन में सम्मानित किया जाएगा।