हिमाचल में अस्थमा समेत आठ दवाओं के सैंपल फेल ddnewsportal.com
हिमाचल में अस्थमा समेत आठ दवाओं के सैंपल फेल
जून मे बनी थी मेडिसिन, देशभर में बनी 26 दवा मानकों पर नही उतरी खरी
पढें कहाँ बनी थी दवा, बाजार से वापिस मंगावाया स्टाॅक
हिमाचल प्रदेश में बनी कुछ अहम् दवाओं के सैंपल फेल हुए है। दवाएं मानकों पर खरी न उतरने पर ड्रग कंट्रोलर ने बाजार से स्टाॅक वापिस उठाने के आदेश जारी कर दिये है। जानकारी के मुताबिक हिमाचल में बन रही दवाओं की क्वालिटी पर फिर से सवाल खड़े हुए है। आठ दवाओं के सैंपल फेल हुए है। यह पहली बार नही है। लगातार इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं जिससे लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ हो रहा है। बड़ी बात ये है कि जब सैंपल की रिपोर्ट नही आई तो उससे पहले दवा बाजार में कैसे भेज दी गई। जानकारी के मुताबिक जून में हिमाचल प्रदेश में बनी आठ दवाओं समेत देश में बनी 26 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। प्रदेश में बनी दस्त, अस्थमा, संक्रमण, इंफेक्शन, कोलेस्ट्रॉल की दवाएं मानकों पर सही नहीं उतरीं। प्रदेश की जिन आठ दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, उनमें सात सोलन और एक ऊना में बनी है। केंद्रीय औषधी मानक नियंत्रक संगठन ने जून में कुल 1096
दवाओं के सैंपल लिए थे, जिनमें से 26 दवाएं मानकों पर सही नहीं पाई गईं।
ऊना के मैहतपुर स्थित सविश गारनियर बॉयोटेक कंपनी में दस्त की बीमारी के लिए दी जाने वाली दवा सिफोलेक फोर्ट, सोलन के बद्दी के लोदी माजरा स्थित आक्सीलिस लैब में बनी अस्थमा की दवा सालमेटेरॉल के दो सैंपल, बद्दी स्थित हिलर्स लैब कंपनी में संक्रमण की दवा एलबेंडाजोल, बद्दी के ही ठेडा स्थित एसटेम हेल्थ केयर कंपनी में चमड़ी के इंफेक्शन की दवा ओमक्सीक्लीन, बद्दी के थाना स्थित गल्फा लैबोटरीज में कोलेस्ट्रॉल की दवा एटोरवास्टेटिन, परवाणू स्थित मोरपिन लैब में बनी दमे की दवा मोनटेलूकास्ट, बद्दी के किशनपुरा स्थित एलडर लैब में बनी ओरल इंफेक्शन की दवा पोविडोन आयोडीन के सैंपल फेल हुए हैं। वहीं यूपी, हरियाणा, गुजरात, बिहार, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बेंगलूरू और उत्तराखंड की 18 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। हिमाचल प्रदेश के ड्रग कंट्रोलर नवनीत मरवाह ने सैंपल फेल होने वाली सोलन और ऊना की कंपनियों को नोटिस जारी कर बाजार से स्टॉक वापस मंगवाने को कहा है।