हिमाचल: 33 करोड़ रूपये से अधिक जुर्माना फिर भी नही सुधरे लोग ddnewsportal.com

हिमाचल: 33 करोड़ रूपये से अधिक जुर्माना फिर भी नही सुधरे लोग ddnewsportal.com
फाइल फोटो: संजय कुंडू, डीजीपी हिमाचल प्रदेश।

हिमाचल: 33 करोड़ रूपये से अधिक जुर्माना फिर भी नही सुधरे लोग

वर्ष 2022 में  ट्रैफिक नियमो का उल्लघंन पर काटे गये 7,99,215 चालान 

एक वर्ष में सड़क दुर्घटना में 405 पदयात्री हादसे के शिकार, 119 की मृत्यु, डीजीपी कुंडू के अब ये सख्त आदेश...

हिमाचल प्रदेश में चालक यातायात नियमों सख्ती से पालन नही कर रहे, यही कारण है कि अब पुलिस विभाग की यातायात पुलिस सख्त कदम उठाने जा रही ताकि सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके। इस संबंध में डीजीपी संजय कुंडू भी सभी जिलों के एसपी सहित संबंधित विभाग को आदेश जारी कर दिये है ताकि यातायात नियमों का पालन हो सके। 
दरअसल, हिमाचल प्रदेश में वाहन चालक कितने लापरवाह है और यातायात नियमों पालन नही करते, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2022 में ही यातायात नियमों के उल्लंघन पर पुलिस ने 33 करोड़ रूपये से अधिक जुर्माना चालान कर वसूला है। 
जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में फुटपाथ एवं पैदल चलने वाले लोगों की दुर्घटना के मामलों का भी पुलिस के ट्रैफिक टुरिस्ट एवं रेलवे विभाग द्वारा विश्लेषण किया गया, जिसमें पाया गया कि गत वर्ष 2022 में राज्य सड़क दुर्घटना में 405 पदयात्री दुर्घटना के शिकार हुए है जिस के परिणामस्वरूप 119 लोगों की मृत्यु हुई है तथा 370 लोग घायल हुए है। वर्ष 2017 से 2022 के दौरान 3,477 पदयात्री दुर्घटना के शिकार हुए है। जिनमें 948 लोगों की मौत हुई है जो की कुल यातायात दुर्घटनाओं का 15 प्रतिशत है। पुलिस महानिदेशक हि०प्र० सजंय कुण्डु द्वारा समस्त जिला पुलिस अधीक्षक एंव अन्य विभागों को इस सदंर्भ में सख्त निर्देश दे दिए गए है कि पैदल चलने वाले लोगों से हो रही यातायात दुर्घटनाआ को रोकने के लिए मौका पर प्रभावी कार्यवाही अमल में लाए।
हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2022 में कुल 7,99,215 ट्रैफिक नियमो का उल्लघंन करने पर चालान काटे गए है। जो इन चालान के संदर्भ में 33,46,98,950 रूपये का शुल्क प्राप्त किया गया है। उपरोक्त आंकड़ो से यह साबित होता है कि ट्रैफिक नियमो का उल्लघंन करने वालो पर पुलिस की कड़ी नज़र है तथा समय- समय पर लोगो को भिन्न-भिन्न जागरूकता अभियान से भी सचेत किया जाता है।


हिमाचल पुलिस विभाग का ट्रैफिक टुरिस्ट एवं रेलवे विभाग निरंतर ट्रैफिक नियमो के उल्लंघन के आंकड़ो पर नज़र रखे हुए है। दुर्घटना के आकड़ों एवं ट्रैफिक नियम के तहत किए गए चालान के आंकड़ो का विश्लेषण सप्ताहिक स्तर पर किया जाता है, विश्लेषण में सामने आए तथ्यों को हर सप्ताह पुलिस मुख्यालय शिमला को प्रेषित किया जाता है तथा पुलिस महानिदेशक एवं अन्य उच्च अधिकारी हर सप्ताह के सोमवार को निर्धारित मिटिंग में इस पर विस्तृत चर्चा करते है। ज़िला स्तर, एवं थाना स्तर पर ट्रैफिक व्यवस्था में कार्य कर रहे लोगों को निरंतर निर्देश दिए जाते है एवं परिपालना रिर्पोट मांगी जाती है। वर्ष 2020-2021 में हि०प्र० में कुल  249 ब्लैक स्पाट चिन्हित किए गए, जिन को ठीक करने एवं उस पर उचित परिपालना रिर्पोट हि०प्र० लोक निर्माण विभाग एवं राष्ट्रीय उच्च मार्ग विभागों से प्राप्त कर लिए गए। जिन में अधिकतर स्पाट को ठीक कर दिया गया है।
एडिश्नल एसपी ट्रैफिक शिमला नरवीर सिंह राठौर बताते हैं कि हिमाचल प्रदेश पुलिस आम जनमानस की जान व माल की सुरक्षा के लिए कृत संकल्प है। हिमाचल पुलिस का यातायात विभाग का निरंतर यह प्रयास रहता है कि सड़क मार्ग का उपयोग करते हुए किसी प्रकार की असुविधा न हो। लोगों को सुरक्षित ढंग से अपने गन्तव्य तक जाने मे कोई असुविधा न हो। सड़क मार्ग को अवैद्य पार्किंग होने पर लोगो को उचित समय मे अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचने में विलंब होता है एवं ट्रैफिक जाम एवं पैदल चलने वाले लोगो को दुर्घटना का सामना करना पड़ता है। जन-जागरूकता अभियान चला कर आम लोगो एवं वाहन चालको को जागरूक किया जाता है। चालको के स्वास्थ्य की जाँच हेतु विशेष कार्य का भी आयोजन किया जाता है। सड़क मार्ग की सही स्थिति पर भी पुलिस नज़र रखती है, जो सड़क मार्ग पर ब्लैक स्पॉट, ज़ेबरा क्रोसिंग, सपीड ब्रेकर को भी पहचान कर चिन्हित किया जाता है तथा संबंधित विभाग को सड़क के सुधार हेतु समय- समय पर सूचित किया जाता है।
हिमाचल प्रदेश पुलिस के महानिदेशक सजंय कुण्डू के अथक प्रयासो से ट्रैफिक, टुरिस्ट एवं रेलवे विभाग द्वारा वर्ष 2022 में हिमाचल पुलिस को इस अपराध से निपटने के लिए कई अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद करी गई है। जिन में मुख्यतः यातायात विभाग के कर्मचारियों को 433 बॉडी बार्न कैमरा 1000 ट्रैफिक कोन वितरीत कर दिए गए है। इस के अलावा 136 हाईड्रालिक जैक, 50 एल्को सैंसर उपकरण, 3 हाइड्रोलिक कटर, 50 बेरिकेटस, 136 स्ट्रैचर की भी खरीद करी गई है। यातायात दुर्घटनाओं का विवरण तुरंत मौका पर से i-RAD online software/application पर upload किया जा रहा है। पुलिस अन्वेषण आधिकारियों को यह डेटा फीड करने के लिए 425 Tab (टैव) की भी खरीद की गई है। 
डीजीपी संजय कुंडू बताते हैं कि सोशल मीडिया एवं प्रिन्ट तथा इलेक्ट्रोनिक मीडिया के माध्यम से भी लोगो को जागरूक एवं सचेत किया जाता है। नया मोटर वाहन संशोधित अधिनियम 2019 लागू कर दिया गया है जिस के तहत उल्लंघन करने वालो के खिलाफ भारी जुर्माने एवं कैद की सज़ा का भी प्रावधान है। हिमाचल प्रदेश के ज़िला ऊना में सात स्थानों पर एकीकृत यातायात प्रबधंन प्रणाली (Integrated Traffic Management System) ITMS शीघ्र ही शुरू किया जा रहा है। जिस द्वारा विभागीय कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गई है। इस प्रणाली के आने पर ट्रैफिक नियमो का उल्लंघन करने वालो पर Online CCTV कैमरे के माध्यम से नज़र रखी जायेगी तथा इस के माध्यम से चालान स्वयं ही काटे जायेंगें।
हिमाचल प्रदेश में यातायात नियमों को लागु करने एवं दुर्घटना होने में तुरंत पीडित व्यक्तियों को चिकित्सय सुविधा प्रदान करने के लिए सड़को पर मोबाइल Help-Line टीम का भी प्रारंभ शीघ्र ही World Bank के माध्यम से स्वीकृत की गई योजनाओं से किया जाएगा जो वर्तमान वर्ष (2023) में धरातल पर प्रारंभ हो जायेगी। जिस की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। नव वर्ष 2023 में हिमाचल प्रदेश पुलिस आम जनमानस को उपरोक्त आधुनिक सुविधाओं के उपयोग से कई मुलभूत सुविधाएं प्रदान करके आम जन की जान व माल की सुरक्षा में पूर्ण निष्ठापूर्वक सेवा प्रदान करेगी।