Himachal: कॉलेजों को लेकर सरकार का बड़ा फैसला ddnewsportal.com
Himachal: कॉलेजों को लेकर सरकार का बड़ा फैसला
पूर्व सीएम का आग्रह स्वीकार लेकिन सतौन सहित ये कॉलेज आए कार्रवाई की जद में...
हिमाचल प्रदेश सरकार ने पूर्व सरकार का एक और बड़ा फैसला पलटा है। भाजपा सरकार के समय 1 अप्रैल 2022 के बाद खुले दो संस्कृत कॉलेजों समेत 19 डिग्री कॉलेजों को सुक्खू सरकार ने बंद कर दिया है। गत दिवस शिक्षा सचिव ने कैबिनेट की बैठक के निर्णय के मुताबिक बीते वर्ष खोले 24 में से 19 कॉलेजों को बंद कर दिया है। इन शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अन्य कॉलेजों में पंजीकृत किया जाएगा, जबकि सेवारत सहायक प्राचार्यों के तबादले किए जाएंगे। प्रतिनियुक्ति पर नियुक्त सहायक प्राचार्यों को उनके मूल कॉलेजों में भेजा जाएगा। सरकार अब तक 660 से ज्यादा संस्थानों और कार्यालयों को बंद कर चुकी है।
वहीं, पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के आग्रह पर सिराज विधानसभा का छत्तरी कॉलेज बंद होने से बच गया है। बीते दिनों जयराम ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से फोन पर बात कर छत्तरी कॉलेज को बंद नहीं करने का आग्रह किया था। जो 19 कॉलेज बंद किए गए हैं, वहां विद्यार्थियों की संख्या शून्य से 61 के बीच ही रही। सरकार ने बनीखेत, छत्तरी, कुपवी, नौराधार और सुबाथू कॉलेज को जारी रखने का फैसला लिया है। बनीखेत कॉलेज में 188, छत्तरी में 60, कुपवी में 86, नौराधार में 77 और सुबाथू कॉलेज में 118 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। बंद कॉलेजों में स्वारघाट में 20, बल्हसीना में 20, मशरूंड में 28, गलोड़ में 10, लंबलू में शून्य, बरांडा में छह, कोटला में एक, चढि़यार में 12, पांगणा में शून्य, पंडोह में 21, बागा चनौगी में तीन, जलोग में शून्य, सतौन में 11, ममलीग में पांच, चंडी में शून्य, बरूणा में 35 और संस्कृत कॉलेज सिंगला में शून्य व जगत सुख में सिर्फ चार विद्यार्थियों ने शैक्षणिक सत्र 2022 में दाखिले लिए।