Sirmour: जनजाति हक की एक और लड़ाई जीते हाटी, जारी हुआ पहला प्रोविजनल एसटी सर्टिफिकेट ddnewsportal.com
Sirmour: जनजाति हक की एक और लड़ाई जीते हाटी, पढ़ें, हाईकोर्ट के आदेश पर किसे जारी हुआ पहला प्रोविजनल ST सर्टिफिकेट...
गिरिपार क्षेत्र के तीन युवकों ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर गुहार लगाई थी कि वह जेईई मैन्स परीक्षा के लिए हाटी जनजाति उम्मीदवार के रूप में पेश होना चाहते है, जिस पर माननीय उच्च न्यायालय शिमला ने एक निर्णय में जनजाति सर्टिफिकेट जारी करने के लिए सरकार व उपायुक्त सिरमौर को आदेश जारी किए हैं। इस आदेश के बाद उपायुक्त ने आगामी आदेश संबंधित तहसील को किए जिसके बाद उक्त युवकों को हाटी एसटी प्रमाणपत्र जारी किए जा रहे हैं। आर्यन को हाटी जनजाति का पहला प्रोविजनल एसटी सर्टिफिकेट भी जारी हो चुका है जो सोशल साइट्स पर भी वायरल हो रहा है।
ये तीन युवक आर्यन तोमर पुत्र जोगेंद्र तोमर निवासी शावड़ी, ज्योति ठाकुर निवासी मटियाणा और अनुराग सिंह निवासी बांदली है। माननीय उच्च न्यायालय के इस निर्णय की जानकारी उच्च न्यायालय के वकील विनोद चौहान ने दी है। इस फैसले के बाद हाटी समुदाय में खुशी की लहर है।
इस फैसले के बाद केंद्रीय हाटी समिति गिरिपार का भी बयान आया है। समिति के अध्यक्ष डाॅ अमीचंद कमल और महासचिव कुंदन सिंह शास्त्री ने कहा कि इस ऐतिहासिक निर्णय पर समूचे गिरिपार क्षेत्र में खुशी व्याप्त है। हाटी समिति बोबी देवी के बाद दूसरी बार हाटी अभ्यर्थियों के पक्ष में न्याय देने के लिए माननीय उच्च न्यायालय का धन्यवाद करती है। साथ ही हिमाचल सरकार से फिर से आग्रह करती है कि हमारे सभी अभ्यर्थी न्यायालय नहीं जा सकते, इसलिए सरकार को बिना देर किए हाटी समुदाय को जनजाति प्रमाणपत्र जारी करने की अधिसूचनआ सिरमौर जिला प्रशासन के लिए जारी करनी चाहिए ताकि सभी प्रकार के संशय और अटकलों पर विराम लगे।