Paonta Sahib: महिला विद्रोह की 66वीं वर्षगांठ पर क्षेत्रीय तिब्बती महिला संघ ने निकाली शांतिपूर्ण रैली ddnewsportal.com

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Paonta Sahib: महिला विद्रोह की 66वीं वर्षगांठ पर क्षेत्रीय तिब्बती महिला संघ ने निकाली शांतिपूर्ण रैली

पाँवटा साहिब और पुरुवाला के क्षेत्रीय तिब्बती महिला संघ ने भूपपुर (एन.एच 72) रोड से बद्रीपुर, वाई-पॉइंट और मुख्य बाजार होते हुए एसडीएम कार्यालय तक एक शांतिपूर्ण विरोध रैली का आयोजन किया। महिला विद्रोह 66वीं वर्षगांठ दिवस 12 मार्च को तिब्बती महिलाओं द्वारा चीनी सरकार के खिलाफ 1959 में किए गए विरोध प्रदर्शन की याद में मनाया जाता है। यह दिन तिब्बती विद्रोह दिवस के साथ मनाया जाता है, जो 10 मार्च को मनाया जाता है।

12 मार्च, 1959 को क्या हुआ था? 

ल्हासा में पोटाला पैलेस के सामने हज़ारों तिब्बती महिलाएँ एकत्रित हुई। उन्होंने ल्हासा की सड़कों पर मार्च किया। चीनी अधिकारियों ने आंदोलन के नेताओं और कई अन्य महिलाओं को गिरफ़्तार कर लिया। कईं महिलाओं को पीट-पीटकर मार डाला गया और अनिश्चितकालीन कारावास की सज़ा सुनाई गई। चीनी सेना ने सशस्त्र विद्रोह को दबा दिया। हज़ारों तिब्बती मारे गए। 14वें दलाई लामा एक सैनिक के वेश में चीन से भाग निकले। चीन और तिब्बत के बीच 1951 का सत्रह सूत्री समझौता समाप्त हो गया।

चीनी सरकार से विशेष आग्रह

1.हम संयुक्त राष्ट्र से अनुरोध करते हैं कि एक बिजली परियोजना के निर्माण के संबंध में तिब्बती खाम देगे ग्रामीणों और भिक्षुओं के प्रति चीनी क्रूर कृत्य को रोकें।
2. परमपावन महान 14वें दलाई लामा और तिब्बती लोगों द्वारा शुरू किए गए मध्यम मार्ग का सम्मान करें।
3. रचनात्मक बातचीत करें केंद्रीय तिब्बती प्रशासन।
4.कृपया पंचेन लामा और सभी राजनीतिक कैदियों को रिहा करें।

इस मौके पर क्षेत्रीय तिब्बती महिला संघ पुरुवाला और क्षेत्रीय तिब्बती महिला संघ पांवटा साहिब के पदाधिकारियों सहित अनेको लोग मौजूद रहे।