15 हजार रूपये होनी चाहिए न्यूनतम मजदूरी- चौहान ddnewsportal.com

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फाईल फोटो- प्रदीप चौहान, मजदूर नेता सिरमौर।

15 हजार रूपये होनी चाहिए न्यूनतम मजदूरी 

मजदूर नेता प्रदीप चौहान ने मंहगाई के दौर में 50 रुपये बढ़ाने पर उठाये सवाल।

महंगाई के इस दौर में मजदूरी मे मात्र 50 रूपये की बढ़ौतरी करना मजदूरों के साथ सरकार का भद्दा मजाक है। यह बात पांवटा साहिब मे जारी प्रेस बयान में सिरमौर जिला के मजदूर कांग्रेस नेता प्रदीप चौहान ने कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार के जारी बजट को आंकड़ो का मायाजाल बताया। प्रदीप चौहान ने कहा कि एक ओर महंगाई आसमान छू रही है घरेलू

उत्पाद, फल, सब्जियां, घरेलू गैस सिलेंडर के दाम सीमा लांघ चुके है, वहीं सरकार द्वारा जारी बजट में गरीब, मजदूर तबके के हाथों झुनझुना पकड़ा दिया गया है। दिहाड़ी में नाममात्र बढ़ौतरी सिर्फ दिखावे के लिए की गई है जबकि महंगाई के अनुसार यह बढ़ौतरी कही भी धरातल पर नही टिकती। प्रदीप चौहान ने कहा कि हर मजदूर के मासिक वेतन को न्यूनतम 15000 आवश्यक रूप से किया जाना चाहिए। परन्तु यह सरकार का बजट आम नही खास है, जिसमे गरीब मजदूर तबका नही आता। यह बजट गरीब, मजदूर हित मे नही है सिर्फ आंकड़ो में उलझाने का प्रयास सरकार द्वारा गरीब, मजदूरों के साथ किया गया है। इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने है जनता अपना जवाब चुनावो में देगी।