इस कार्यालय में लाइट न होने पर मोबाईल की टार्च से चलाना पड़ रहा काम ddnewsportal.com
लाइट न होने पर मोबाईल की टार्च से चलाना पड़ रहा काम
करोड़पति नगर परिषद के पास नही जनरेटर तक, कर्मियों को पेश आ रही दिक्कतें, ईओ सहित कईं अहम् पद पड़े हैं रिक्त।
पांवटा साहिब नगर में करोड़ों रूपये के विकास कार्य करने वाली करोड़पति नगर परिषद का कार्यालय बिजली न होने की सूरत मे अंधेरे में होता है। कार्यालय मे एक जनरेटर तक नही है जिस कारण कर्मियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कार्यालय के कईं कमरे ऐसे है जहां बिजली चले
जाने पर घुप अंधेरा होता है। गुरुवार को नगर के कुछ हिस्सों मे बिजली गुल रही। ऐसे मे नगर परिषद के कर्मी मोबाइल की टार्च जलाकर काम करते देखे गए। रोचक बात यह है कि एक बार नगर परिषद की मासिक बैठक मे ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी की मौजूदगी में ही लाईट चली गई और मीटिंग हाल मे छाए अंधेरे को दूर करने के लिए वहां मौजूद कईं सदस्यों ने मोबाईल की टार्चें जलाई। उस समय भी मामला सुर्खियों मे रहा जिसके बाद ऊर्जा मंत्री ने नगर
परिषद में लाइट न जाने कि आश्वासन दिया था। उस आश्वासन को महिनों बीत गये लेकिन हालात आज भी जस के तस है। कर्मियों से इस बारे में पूछा तो किसी से कोई जवाब नही दिया। जाहिर है सरकार या प्रशासन के खिलाफ सरकारी कर्मी कैसे बोलेंगे लेकिन उनकी दिक्कतें साफ दिख रही थी। गोर हो कि पांवटा साहिब की नगर परिषद मे
कार्यकारी अधिकारी सहित दर्जनों पद रिक्त पड़े है। ईओ न होने के कारण कर्मियों को दिसंबर माह के वेतन की अदायगी भी नही हुई है। भाजपा सरकार में नगर परिषद के ये हालात आने वाले समय में कांग्रेस के लिए बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है।
उधर, इस बारे में नगर परिषद की चेयरपर्सन निर्मल कौर ने कहा कि नगर परिषद ने हाऊस मे जनरेटर खरीदने का प्रस्ताव पास किया है। लेकिन ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बिजली की कोई समस्या नही आएगी। इसलिए उन्होंने अभी नही खरीदा है।