रेहड़ी फड़ी वालों मे बाहरी राज्यों के लोगों की बढ़ी घुसपैठ- ddnewsportal.com
रेहड़ी फड़ी वालों मे बाहरी राज्यों के लोगों की बढ़ी घुसपैठ
नगर परिषद नही ले रही कोई सुध, बिना प्रमाण पत्र के हो रही बाजार मे घुसपैठ, रेहड़ी मालिक युनियन के अध्यक्ष ने एसडीएम पांवटा को ज्ञापन देकर उठाई कार्रवाई की मांग।
पांवटा साहिब बाजार मे इन दिनों रेहड़ी फड़ी वालों की एक तरह से बाहर है। इनकी संख्या इतनी बढ़ चुकी है जिसका कोई रिकार्ड शायद ही नगर परिषद के पास हो। और बड़ी बात यह है कि इनमे अधिकतर बाहरी राज्यो उत्तर प्रदेश से अधिकतर लोग बिना प्रमाण पत्र के बाजार मे घुसपैठ कर चुके हैं। इस समस्या को देखते हुए रेहड़ी मालिक युनियन के अध्यक्ष अली हसन ने एक शिकायत पत्र एसडीएम पांवटा साहिब विवेक महाजन को सौंप कर उचित कार्रवाई की मांग की है। अली हसन का कहना है कि पांवटा बाजार ही नही बल्कि पूरा शहर आज बाहर से आए लोगों द्वारा रेहड़ी फड़ी लगाने के कारण भरा पड़ा है। बिना किसी चरित्र प्रमाण के नगर पालिका पांवटा इनकी दैनिक रसीद काटने मे व्यस्त है। जिससे लोकल लोगों का रोजगार तो खतरे मे है ही साथ ही पूरा शहर भी खतरे से खाली नही है। रेहड़ी मालिक युनियन के सभी सदस्य एसडीएम से मांग करते हैं कि बाहरी राज्य से आए व्यक्तियों जो यहां रेहड़ी फड़ी लगा रहे हैं, उन्हे वापिस अपने राज्य मे लौट जाने के आदेश
दें। ताकि लोकल लोगों का रोजगार खतरे मे न पड़े और स्थानीय लोग भी चैन से रह सकें। गोर हो कि नगर परिषद हर वर्ष तहबाजारी के तहत ठेका देती थी, लेकिन ठेकेदार किसको रेहड़ी लगाने की परमिशन दे रहा है यह जानकारी नगर परिषद के पास भी शायद ही पूरी नही रहती थी। सूत्रों की मानें तो ठेकेदार युपी, उतराखण्ड से आने वाले लोगों को अपने स्तर पर रेहड़ी लगाने की परमिशन देते थे जिसके बाद नगर परिषद ने ठेका रद्द किया और अब नगर परिषद स्वयं ही इस कार्य को देख रहा है। अब नगर परिषद के पास इनमे से कितनों के चरित्र प्रमाण पत्र है और वह कितने सही है इसकी जानकारी तो वही जानें। वही एसडीएम ने शिकायत पत्र मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि शिकायत को आगामी कारवाई के लिए ईओ नगर परिषद को भेज दी गई है। उधर, इस बारे नगर परिषद पांवटा साहिब के ईओ एसएस नेगी ने कहा कि नगर परिषद के पास इस समय 160 के करीब स्ट्रीट वैंडर रजिस्टर है। इनको नगर परिषद ने वैंडर प्रमाण पत्र भी जारी किये है। यह पूछे जाने पर कि शहर मे इनकी संख्या तीन सौ से अधिक बताई जा रही है और इनमे ज्यादातर बाहरी राज्यों के लोग हैं, इस पर उन्होंने बताया कि इसकी जांच की जाएगी।