तोलोलिंग पहाड़ियों में दुश्मन से लोहा लेते हुए शहीद ddnewsportal.com
तोलोलिंग पहाड़ियों में दुश्मन से लोहा लेते हुए शहीद
सिरमौर के डोईयांवाला में कारगिल अमर शहीद कुलविंदर सिंह की पुण्यतिथि पर दी भावभीनी श्रद्धांजलि।
बात 1990 की है जब देश कारगिल युद्ध से जूझ रहा था। सिरमौर के शहीद सिपाही कुलविंदर सिंह उस समय 18वीं गढ़वाल राइफल मे तैनात थे। ऑपरेशन कारगिल विजय के अंतर्गत उन्हे भी जम्मू कश्मीर के कारगिल में तैनात किया गया था। 14 जून 1999 को सिपाही कुलविंदर सिंह ओर उनके साथियों को तोलोलिंग पहाड़ियों में दुश्मन के छुपे होने का अंदेशा हुआ इसलिए उन्होंने दुश्मन पर धावा बोल दिया। सिपाही कुलविंदर सिंह को सीने में कई गोलियां लगी थी। लेकिन अपनी परवाह न करते हुए मातृभूमि की रक्षा में लीन होकर पाकिस्तानी घुसपैठियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। यह बात अमर शहीद व कारगिल योद्धा कुलविंदर सिंह के पैतृक गांव डोईयांवाला स्थित शहीदी स्थल पर भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र व परिवार तथा गांव एवं शहीद कुलविंदर सिंह राजकीय उच्च विधालय गिरिनगर के छात्रों ने मिलकर अमर शहीद कुलविंदर सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र के पूर्व अध्यक्ष विरेन्द्र चौहान ने शहीद कुलविंदर सिंह के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कही। वर्तमान में शहीद कुलविंदर सिंह के परिवार में उनके माता-पिता शकुंतला देवी व ज्ञानचंद, धर्मपत्नी मेलो देवी व पुत्र अंकित सिंह हैं। परिवार, गांव व क्षेत्र के सभी लोगों को सिपाही कुलविंदर सिंह के बलिदान पर गर्व है। इस मौके पर माता-पिता शकुंतला देवी व ज्ञानचंद, धर्मपत्नी मेलो देवी व पुत्र अंकित सिंह तथा भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र के सदस्यों तथा शहीद कुलविंदर सिंह राजकीय उच्च विधालय गिरिनगर के छात्रों ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उसके उपरांत राष्ट्रगान व तदोपरांत उपस्थित सभी लोगों ने शहीद कुलविंदर सिंह के स्मृति में पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने भारत माता की जय व शहीद कुलविंदर सिंह अमर रहे के नारे लगाए और भूतपूर्व सैनिक सगंठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र के पूर्व अध्यक्ष विरेन्द्र चौहान ने उपस्थित सभी नौजवानों से राष्ट्र के प्रति समर्पित होकर काम करने की अपील की तथा देश के लिए हमेशा मर मिटने के लिए तैयार रहने की बात
की। साथ ही शहीद परिवार के सदस्यों को शॉल भेंट कर हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन कारगिल विजय में भारत माता की सीमाओं की रक्षा के लिए दिए गए उनके सर्वोच्च बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा। इस मौके पर शहीद कुलविंदर सिंह के माता-पिता शकुंतला देवी व ज्ञानचंद, धर्मपत्नी मेलो देवी व पुत्र अंकित सिंह, परिवार के सदस्य तथा भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र से अध्यक्ष करनेल सिंह, पूर्व अध्यक्ष विरेन्द्र सिंह चौहान, उपाध्यक्ष सवर्णजित, सचिव सन्तराम, सह सचिव मोहन चौहान व गुरदीप सिंह, सह कोशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह, मीडिया प्रभारी दीपू ठुंडू व नरेश कुमार के अलावा खजान शर्मा, जगदीश चन्द, हरविंदर, धनवीर व शहीद कुलविंदर सिंह राजकीय उच्च विधालय गीरिनगर के स्कूली छात्र व कई गणमान्य सदस्य मौजूद रहे।