पांवटा की ट्रेक्टर रैली मे हजारों किसान ddnewsportal.com

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पांवटा की ट्रेक्टर रैली मे हजारों किसान

फाईट फाॅर फार्मर राईट के बैनर तले किसानों के समर्थन मे निकला मार्च, नये कृषि कानून वापिस लेने की दौहराई मांग

पांवटा साहिब में गणतंत्र दिवस के मौके पर फाइट फॉर फार्मरस राइट कमेटी के आह्वान पर हजारों की संख्या में किसानों ने किसान आंदोलन के समर्थन में रैली निकाल कर प्रदर्शन किया। इसमें बड़ी संख्या में किसान सैकड़ों ट्रैक्टर

व अन्य वाहनों में आम लोग भूतपूर्व सैनिक, महिलाएं, गणमान्य लोग तथा जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए। अनैक मायनों में ऐतिहासिक यह किसान परेड पूरी तरह अनुशासित व शांतिमय ढंग से गुरु गोविंद सिंह चौक बद्रीपुर से शुरू होकर शहर व क्षेत्र के अनेक भागों से गुजरती हुई स्थानीय गुरुद्वारा पांवटा साहिब के समक्ष नगर परिषद मैदान में संपन्न हुई। इस दौरान दर्जनों संस्थाओं

ने खुले दिल से विभिन्न जगह अलग-अलग भोजन व अन्य खाद्य वस्तुओं के स्टाल की व्यवस्था करके रैली में शामिल लोगों का स्वागत व सेवा की।
इस मौके पर कमेटी के संयोजक अनिन्द्र सिंह नौटी और किसान नेताओं ने कहा कि पांवटा साहिब में आपसी भाईचारे की अनूठी मिसाल देखने को मिली। इससे जनता ने एक साफ संदेश दिया कि किसानों की मांगें जायज है। पूरा देश किसानों के साथ इन मांगों का समर्थन करता है। किसान नेताओं ने

कहा कि जहां दिल्ली में लगभग 25 लाख किसानों ने परेड मार्च किया, वहीं पूरे देश में हर शहर, गांव में ऐसे कार्यक्रम और किसान परेड ने सरकार को स्पष्ट संदेश दिया है कि यह आंदोलन अब पूरे देश का आंदोलन है।
सरकार इसे अपनी हठधर्मिता और नाक का सवाल न बनाएं तथा जल्द से जल्द इन तीन काले कृषि बिगाड़ कानूनों को न सिर्फ वापस लें। बल्कि फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी निर्धारित करें। साथ ही आंदोलन के दौरान जो डेढ़ सौ से अधिक किसान दिल्ली बॉर्डर पर शहीद हुए हैं व जो

पीड़ा करोड़ों किसानों को हुई है, उसके लिए सरकार इस देश से सार्वजनिक माफी भी मांगे।
उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में भारतीय किसान विश्व गुरु की भूमिका निभा रहा है और अनेकों देशों में जहां कॉर्पोरेट घरानों ने कृषि क्षेत्र में अपना एकाधिकार स्थापित कर किसानों को हाशिए पर धकेल दिया था, वहां भी उन कृषि कानूनों में बदलाव की मांग जोर पकड़ने लगी है। स्थानीय संस्था फाइट फॉर

फार्मर राइट कमेटी कई महीनों से इस किसान आंदोलन में अपनी अहम भूमिका निभाती रही है। पूरे क्षेत्र में जन जागरण अभियान संस्था द्वारा चलाया गया। दिल्ली बॉर्डर पर भी इस संस्था द्वारा कई कड़ियों में जत्थों को भेजा गया। पांवटा साहिब की सहभागिता हिमाचल प्रदेश की तरफ से

किसान आंदोलन में दर्ज करवाई गई। इस कार्यक्रम में फाइट फॉर फार्मर के संयोजक अनिंद्र सिंह नॉटी, अध्यक्ष गुरजीत सिंह नंबरदार, सिरमौर ट्रक यूनियन के पूर्व प्रधान बलजीत सिंह नागरा, चरणजीत सिंह चन्नी, ज़िला कांग्रेस महासचिव हरप्रीत सिंह रतन, इक़बाल सिंह, प्रदीप सिंह बंगा, हरप्रीत

सिंह खालसा, हरीश चौधरी, चरणजीत सिंह जैलदार, सतविंदर सिंह बिट्टू के अलावा खास तौर पर जगदीश चौधरी, कैप्टन जगत सिंह, डॉक्टर नरेश, सिमरत सिंह, राजेंद्र सिंह राणा, चैन सिंह चौधरी, नंबरदार हरि सिंह, वसीम

मलिक, भूपेंद्र सिंह, जैलदार गुलजार सिंह, परमजीत बंगा, कुलविंदर सिंह सैनी, रौणकी राम, यशपाल ठाकुर, मंजूर अली मलिक, जसविंदर आदि सहित हजारों की संख्या मे किसान मौजूद रहे।