भाजपा की सरकार मे हिमाचली बेरोजगारों की फजीहत- प्रदीप ddnewsportal.com
भाजपा की सरकार मे हिमाचली बेरोजगारों की फजीहत
मजदूर नेता प्रदीप चौहान ने सरकार को लिया आड़े हाथों, कहा; हिमाचल का बेरोजगार युवा नही करेगा माफ।
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग ने इलेक्ट्रिक कनिष्ठ अभियंता के 29 पदों का अंतिम नतीजा जारी किया था। अब इन पदों पर बिजली बोर्ड ने आगामी कार्रवाई करते हुए चयनित उम्मीदवारों को स्टेशन आवंटित किए गए हैं। लेकिन अब लग रहा है कि यह नियुक्तियां सरकार के गले की फांस बन सकती है। कांग्रेस ने इस मामले पर सरकार को घेरना भी शुरु कर दिया है। खुद नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और युवा विधायक विक्रमादित्य सिंह ने
इस मामले मे सूची सहित अपनी फेसबुक वाल पर शैयर करवाओ सरकार की मंशा पर सवाल उठाए है। जो सूची वायरल हो रही है उसमे दावा किया जा रहा है कि बाहरी राज्यों के 15 से 16 उम्मीदवारों को नियुक्ति दी गई है। चयन पर सवाल उठाए जा रहे हैं, तर्क दिया जा रहा है कि अगर बाहरी राज्यों के युवाओं को ही नौकरियां दी जानी है तो हिमाचल के युवा क्या करेंगे। हालांकि इस बात की तस्दीक बाकी है कि क्या नियमों के तहत नियुक्ति दी जा सकती है या नहीं। लेकिन लगभग 40 फीसदी बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों को नौकरियों पर रखे जाने से सरकार पर सवाल जरूर उठ रहे है। इसी मामले मे जिला सिरमौर के मजदूर नेता प्रदीप चौहान ने भी सरकार के इस निर्णय पर सवाल उठाते हुए इसे हिमाचल के बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा करार दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने हिमाचल के बेरोजगार
युवाओं के साथ नाइंसाफ़ी की है। क्या हिमाचल मे पढे लिखे युवा नही जो सरकार बाहरी राज्यों के युवाओं को नौकरियां दे रही है। जो सूची वायरल हो रही है उसमे चयनित अभ्यर्थी उछ अभ्यर्थी बाहरी राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार व पश्चिम बंगाल के अलावा दिल्ली इत्यादि से संबंध रखते हैं। उन्होंने कहा कि पहले निजी क्षेत्र मे तो फैक्ट्रियों मे हिमाचल के युवाओं की अनदेखी हो रही था अब सरकार भी इस मामले मे पीछे नही है। यदि सरकार ने अपनी यह निति नही बदली तो हिमाचल का युवा उन्हे कभी माफ नही करेगा। उधर, फिलहाल इस मामले में आयोग के साथ-साथ बिजली बोर्ड का पक्ष उपलब्ध नहीं हो पाया है। पक्ष मिलने की स्थिति में उसे भी प्रकाशित किया जाएगा।