Paonta Sahib: रोटेरियन राकेश रहल की पहल पर अभिक को मिला नया जीवन, पढ़ें क्या था पूरा मामला... ddnewsportal.com

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Paonta Sahib: रोटेरियन राकेश रहल की पहल पर अभिक को मिला नया जीवन, सफल ओपन हार्ट सर्जरी के बाद मिली छुट्टी, पढ़ें क्या था पूरा मामला...

समाज सेवा में अग्रणी रोटरी क्लब पाँवटा साहिब की मानवता और निष्काम सेवा का नतीजा है कि आज सिरमौर जिला के डेढ़ वर्षिय अभिक को नया जीवन मिला है। मामला कुछ माह पूर्व पांवटा साहिब में सामने आया था। यहां रोटरी क्लब पांवटा साहिब के पूर्व में अध्यक्ष रहे राकेश रहल डेढ़ साल के बच्चे अभिक के लिए फरिश्ता बन कर सामने आये। दरअसल, बच्चे के दिल में छेद था। परिवार निर्धन होने के कारण उपचार करवाने में असमर्थ था। रोटरी क्लब चंडीगढ़ के माध्यम से बच्चे का ऑप्रेशन फोर्टिस अस्पताल चंडीगढ़ में हुआ। डेढ़ साल के अभिक पुत्र जगपाल सिंह निवासी कांटी मशवा के परिजनों ने उसका उपचार पहले मेडिकल कॉलेज नाहन, आईजीएमसी शिमला व पीजीआई चंडीगढ़ के

अस्पतालों में करवाया लेकिन बच्चे के दिल का ऑप्रेशन होना था। चिकित्सकों ने ऑप्रेशन का खर्च 6 से 7 लाख रुपए बताया था। बच्चे के पिता जगपाल सिंह दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण करता है। बच्चे और अभिभावकों की पीड़ा को मीडिया ने प्रमुखता से उठाया। इसके बाद रोटरी क्लब पाँवटा साहिब के पूर्व में अध्यक्ष रहे राकेश रहल बच्चे के परिजनों से मिले तथा बच्चे का उपचार करवाने का आश्वासन दिया। राकेश रहल ने रोटरी हार्ट लाइन सर्जरी प्रोजेक्ट चंडीगढ़ के चेयरमैन एपी सिंह से बात कर बच्चे की बीमारी के बारे में बताया।
रोटरी हार्ट लाइन सर्जरी प्रोजेक्ट चंडीगढ़ के चेयरमैन एपी सिंह ने बच्चे के ऑप्रेशन के लिए हामी भरी तथा 5 अप्रैल को बच्चे को चंडीगढ़ बुलाया। एपी सिंह ने तुरंत बच्चे के उपचार शुरू करने के लिए फोर्टिस अस्पताल मोहाली के प्रबंधन को पत्र लिखा। फोर्टिस अस्पताल मोहाली के चिकित्सक डॉक्टर रजत गुप्ता ने बच्चे के स्वास्थ्य जांच कर सभी टेस्ट लिए। बच्चे का वजन कम होने के कारण अप्रैल में हार्ट सर्जरी नहीं की व 5 महीने की दवाईयां दी। उसके बाद परिजन फिर से अभिक के परिजन बच्चे को 19 सितंबर को जांच के लिए फोर्टिस अस्पताल मोहाली ले गए

जिसके बाद चिकित्सकों ने 26 सितंबर को बच्चे को भर्ती करने के लिए कहा। परिजन 26 सितंबर को फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया। 27 सितंबर को फोर्टिस अस्पताल मोहाली के वरिष्ठ डॉक्टर टी एस महंत की टीम ने पांच घंटे में अभिक का सफल ओपन हार्ट सर्जरी की। ऑपरेशन होने के बाद बच्चा एक सप्ताह तक अस्पताल में भर्ती रहा। 4 अक्तूबर को बच्चे को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। ऑप्रेशन का सारा खर्चा रोटरी क्लब ने उठाया। अभिक के पिता जगपाल सिंह व माता उमा देवी ने रोटरी क्लब सहित सहयोग करने वाले सभी लोगों का आभार प्रकट किया है।

रोटरी क्लब 760 से अधिक बच्चों की हार्ट सर्जरी कर दे चुकी है नया जीवन- 

रोटरी हार्टलाईन सर्जरी प्रोजेक्ट चंडीगढ़ के चैयरमेन एपी सिंह ने बताया कि रोटरी क्लब ने यह मुहिम 1999 में शुरू की थी। जिसके बाद यह अभियान हमारा आगे चलता गया तथा आज तक 760 से अधिक बच्चों की हार्ट सर्जरी कर करोड़ों रुपए खर्च कर चुके है। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों में दिल में छेद होने के मामले अधिक बढ़ते जा रहे है। लेकिन हमारा प्रयास है कि हर जरूरतमंद बच्चे को उपचार मिल सके।