मुख्यमंत्री को गुमराह कर आधी अधूरी योजना के लोकार्पण पर रोशित शमयाला-रूदाणा के ग्रामीण ddnewsportal.com

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सीएम साहब- पेयजल योजना के उद्घाटन के बाद भी ये हैं हालात

मुख्यमंत्री को गुमराह कर आधी अधूरी योजना के लोकार्पण पर रोशित शमयाला-रूदाणा के ग्रामीण,

विपक्ष ने भी लिया आड़े हाथों, कल भंडारे मे कैसे होगी पानी की व्यवस्था।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी, आप अप्रैल माह में जिस गिरि शमयाला-रूदाणा उठाऊ पेयजल योजना का भरली से उद्दघाटन कर गये हैं उसकी हालत अब सबके सामने आ गई है। योजना में एक दिन भी पानी नही आया है क्योंकि आपसे भी अधिकारियों ने गुमराह कर आधी अधूरी योजना का उद्दघाटन करवा दिया। यह बात रूदाणा के पानी के लिए त्राहिमाम कर रहे ग्रामीणों ने कही है। ग्रामीणों का कहना है कि एक योजना तो पहले ही एक मात्र स्टार्टर के कारण एक साल से बंद है और दूसरी उद्घाटन के बाद भी शुरू ही नही हुई है। परिणामस्वरूप ग्रामीणों को पीने के पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। लोग पैसे खर्च कर घोडो और खच्चरों पर पानी ला रहे है। लेकिन विभाग है कि सुध नही ले रहा। 
एक और तो सरकार दावे करती है कि हर घर मे टल्ली और जल उपलब्ध किया जा रहा है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों मे पानी का कोई बिल नही लिया जाएगा। लेकिन रूदाणा जैसे गांव में जहां पानी ही नही आ रहा वहां सरकार की ये सभी योजनाएं बेमानी है। स्थानीय निवासी सुमेर चंद भंडारी, कल्याण

सिंह, गंगा राम, बली राम, शांति राम, केहर सिंह, मित्रा देवी, भिंद्रा देवी, लता, देवराज, मामराज और अमर सिंह आदि ने कहा कि कल यानि शनिवार को गांव मे बड़ा भंडारा है। लेकिन पानी न होने के चलते कैसे व्यवस्था होगी इसकी चिता सताए जा रही है। 2008 की सैंक्शन गिरि शमयाला नई लाइन 17 जगह  से लीक है। जिससे ठेकेदार और विभाग की कार्य प्रणाली भी सवालों के घेरे में आ गई है। ग्रामीण बार बार जल शक्ति विभाग से गुहार लगा रहे लेकिन कोई असर नही हो रहा। मजबूरन ग्रामीणोंको मीडिया का सहारा लेना पड़ रहा है।
उधर, विपक्ष ने भी इस मामले पर सरकार को घेरा है। पूछे जाने पर पांवटा साहिब कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने कहा कि ये शर्म की बात है कि अधिकारी मुख्यमंत्री को भी गुमराह कर आधी अधूरी योजना का उद्दघाटन करवा रहे है। ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी को भी आड़े हाथों लेते कहा कि वह पांवटा साहिब के विकास करने मे अक्षम है। यही कारण है कि जनता पीने के पानी के लिए भी तरस रही है। क्या ऊर्जा मंत्री उक्त क्षेत्र मे पानी की व्यवस्था नही कर सकते, वहां भी हैंडपंप लगाये जा सकते है। लेकिन इन्होंने कुछ नही करना, बस जनता को परेशान करना है। इसका खामियाजा ये चुनाव मे जरूर भुगतेंगे। 
उधर, इस बारे अधिषासी अभियन्ता जलशक्ति विभाग पांवटा साहिब से संपर्क नही हो पाया। यदि उनका पक्ष आता है तो उसे भी प्रकाशित किया जाएगा।