फाॅलोअप शिलाई: एनएच पर कार्य करने वाली इस कंपनी को एसडीएम का नोटिस ddnewsportal.com
फाॅलोअप शिलाई: एनएच पर कार्य करने वाली इस कंपनी को एसडीएम का नोटिस
गंगटोली के पास चार दिन से बड़े वाहनों के लिए बंद है यातायात, कंपनी की लापरवाही जनता पर भारी
बद्रीपुर-गुम्मा एनएच 707 पर शिलाई के गंगटोली के पास सड़क ध्वस्त होने से बड़े वाहनों की आवाजाही रूकने के मामले में एसडीएम ने कंपनी नोटिस जारी किया है। बीते मंगलवार को एसडीएम गंगटोली पहुंचे लेकिन कंपनी के कोई भी अधिकारी नहीं मिले। बुधवार को मौके पर सड़क बहाल करने का कार्य बंद था। एसडीएम शिलाई का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे एसडीएम कफोटा राजेश वर्मा ने मौके का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और कंपनी को सड़क बहाल करने के निर्देश दिए। लेकिन हैरत ये है कि बुधवार को भी कंपनी ने काम शुरू नही किया था। जिससे नेशनल हाईवे के बंद होने से क्षेत्र के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के मुताबिक बद्रीपुर-गुम्मा नेशनल हाईवे 707 का निर्माण कार्य चला हुआ है। नेशनल हाईवे पर तीसरे फेस का निर्माण कार्य रूदनव इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को मिला हुआ है तथा गंगटोली के पास पहाड़ खोदकर सड़क को चौड़ा करने का कार्य शुरू किया हुआ है। लेकिन पहाड़ से बड़ी बड़ी चट्टानें गिरने से सड़क का आधा हिस्सा ध्वस्त हो गया है। जिस कारण नेशनल हाईवे बड़े वाहनों के लिए रविवार देर रात से बंद है।
नेशनल हाईवे के ध्वस्त होने के मामले में एसडीएम कफोटा राजेश वर्मा ने मोर्थ और संबंधित कंपनी को नोटिस जारी कर जल्द ही बड़े वाहनों के लिए सड़क बहाल करने निर्देश दिए है।
बुधवार को मौके पर सड़क बहाल करने का कार्य बंद था। एसडीएम आज दोपहर फिर गंगटोली पहुंचे लेकिन कंपनी के कोई भी अधिकारी नहीं मिले। हालांकि शाम को वहां कंपनी के कर्मी मौजूद रहे।
उधर, नेशनल हाईवे बड़े वाहनों के लिए बंद होने के बाद कई बसों के रूट प्रभावित हुए है तथा दर्जनों बसें व ट्रक आधे रास्ते फंसे हुए है। जिस कारण 35 पंचायतों के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और पैदल ही सफर तय करना पड़ रहा है।
उधर, मीडिया कर्मियों ने जब मिनिस्ट्री ऑफ रोड़ ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे ऑफ इंडिया के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विवेक पांचाल ने कहा कि नेशनल हाईवे के ध्वस्त होने के बाद संबंधित कंपनी को जल्द ही सड़क बहाल करने के निर्देश दिए गए है। पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण काम करना मुश्किल हो रहा है।