सुखराम चौधरी ने फिर दिखाया जमीनी आधार- मंडल की मेहनत भी लाई रंग ddnewsportal.com
त्रिदेव सम्मेलन- पांवटा साहिब ने दिखाई अपनी जमीनी ताकत
शिमला संसदीय क्षेत्र के 17 मंडलों में से सर्वाधिक 98% उपस्थिति, जुब्बल कोटखाई से 36 तो शिलाई से रही मात्र 50 फीसदी मौजूदगी
सुखराम चौधरी ने फिर दिखाया जमीनी आधार, मंडल की मेहनत भी लाई रंग, विरोधियों के लिए खतरे की घंटी।
सोलन जिला के पुलिस मैदान में गत दिवस आयोजित शिमला संसदीय क्षेत्र के त्रिदेव सम्मेलन में पांवटा साहिब भाजपा मंडल ने अपनी ताकत दिखाई है। यहां से सम्मेलन में ग्राम केंद्र प्रमुख और त्रिदेव ने 98 फीसदी उपस्थिति दर्ज करवाई जो 17 मंडलों में से सबसे अधिक रही। वहीं जुब्बल कोटखाई से सबसे कम 36 फीसदी और शिलाई मंडल से 50 परसैंट प्रेजेंस रही।
मिली जानकारी के मुताबिक उक्त सम्मेलन में 17 मंडल के 6649 ग्राम केंद्र प्रमुख और त्रिदेव मे से 4355 ने अपनी उपस्थिति दर्ज कारवाई जो कुल 66% है। इसमे ग्राम केंद्र प्रमुख की उपस्थिति 399/572 तथा त्रिदेव 3957/6087 उपस्थित हुए। इसमे सबसे अधिक मौजूदगी पांवटा साहिब मंडल की रही। पांवटा साहिब के 103 बूथ से 309 त्रिदेव में से 300 सम्मेलन में पंहुचे। साथ ही ग्राम केंद्र प्रमुख की उपस्थिति 22/29 रही। दूसरे स्थान पर नाहन मंडल से 91 फीसदी उपस्थिति रही। तीसरे नंबर पर सर्वाधिक मौजूदगी में 85% उपस्थिति के साथ दून मंडल रहा। ऐसे में एक बार फिर से पांवटा साहिब भाजपा मंडल और उर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने
साबित कर दिया है कि वह जमीनी स्तर पर कितनी मेहनत करते हैं और पार्टी व संगठन के आधार से जुड़े हुए है। जानकारों की माने तो सुखराम चौधरी जमीन से जुड़े नेता है। वह हर छोटे से छोटे कार्यकर्ता का ख्याल रखते हैं और यही उनकी बड़ी ताकत है। जिससे विरोधी हमेशा पस्त होते हैं। साथ ही मंडल की सक्रियता उनके कार्य और आसान कर रही है।
वहीं यदि सम्मेलन में सबसे कम मौजूदगी की बात करें तो जुब्बल कोटखाई, जहां बीते विस उपचुनाव में बगावत नजर आई थी, से मात्र 36 फीसदी उपस्थिति रही। शिलाई विधानसभा से भी मात्र 50 फीसदी उपस्थिति संगठन की मजबूती पर कहीं न कहीं सवाल खड़े कर रहा है।