दारू पी तो BPL से आउट....... 04 अगस्त 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

दारू पी तो BPL से आउट.......  04 अगस्त 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

दारू पी तो BPL से आउट.......

04 अगस्त 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा

हिमाचल आनें को शर्तें, आउटसोर्स भर्तियों पर हंगामा, 135 करोड़ की विधायक प्राथमिकता, 63 डिपुओं पर संकट, बिजली दरें नही घटेगी, डाॅ परमार किये याद, एक और चौधरी, एनएच बहाली को एक सप्ताह का टाईम और....... कोविड/सूचना एवं जन संपर्क विभाग बुलेटिन।


(आज की तस्वीर) लट्ठ गाड़ दो


स्थानीय (सिरमौर)

1- एनएच-707- मौजूदा अलाइनमेन्ट पर पुनः बन सकता है रोड- GSI

बद्रीपुर-गुम्मा एनएच-707 पर बड़वास के पास कालीढांग पर पहाड़ी के खिसकने से बंद हुई सड़क मे मौजूदा अलाइनमेंट पर सड़क पुन: बन सकती है। यह जानकारी भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण चंडीगढ़ से आई टीम ने मौके पर मुआयना कर उपायुक्त सिरमौर को दी है। साथ ही रिपोर्ट मे यह भी कहा

गया है कि भूस्खलन की वजह नीचे की तरफ होने वाली माइनिंग और तेज बारिश के कारण रिसाव की वजह से पहाड़ का कुछ हिस्सा अपनी जगह से खिसक गया। उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम ने बताया कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण चंडीगढ़ की तीन सदस्य टीम ने पांवटा साहिब-शिलाई-हाटकोटी राष्ट्रिय राजमार्ग 707 पर गत दिनों हुए भूस्खलन का अध्ययन कार्य पूरा कर लिया है। टीम ने भूस्खलन स्थल का पिछले कल और आज दौरा कर गहन अध्ययन कर आज उपायुक्त से उनके कार्यालय में मुलाक़ात कर वस्तुस्थिति से अवगत करवाया। टीम ने बताया कि जहाँ भूस्खलन हुआ था उसी जगह फिर से रोड निकाला जा सकता है। इसके अतिरिक्त टीम ने यह भी बताया कि सड़क निर्माण कार्य से बड़वास गांव को कोई खतरा नहीं होगा। उपायुक्त ने कहा कि टीम के अनुसार पहाड़ की कटाई और खाली हिस्से को भरने से रोड को पुनः बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय/राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने रोड को एक सप्ताह में एक तरफ से यातायात के लिए चालू करने का आश्वाशन दिया है। राम कुमार गौतम ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जब इस रोड का कार्य शुरू होगा तो इस कार्य में पूरा सहयोग दें ताकि जल्दी से जल्दी इस रोड को यातायात के लिए पुनः आरम्भ किया जा सके। वहीं अध्ययन टीम का नेतृत्व कर रहे निदेशक इंजीनियरिंग भूविज्ञान मनोज कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके साथ भूविज्ञानी पी0 जगन और सहायक भूविज्ञानी ए0 पुनिया इस टीम में शामिल रहे। टीम द्वारा अध्ययन के दौरान यह पाया गया कि भूस्खलन स्थल पर पहले चूना पत्थर के लिए माइनिंग होती रही है जिस वजह से उस क्षेत्र की भूमि को क्षति पहुंची होगी और भूस्खलन से दो दिन पहले हुई तेज बारिश के रिसाव की वजह से पहाड़ का कुछ हिस्सा अपनी जगह से खिसक गया। मनोज कुमार ने बताया कि टीम ने अध्ययन में पाया है कि सड़क की मौजूदा अलाइनमेन्ट पर ही पहाड़ की कटाई और खाली हिस्से को भरने से रोड को पुनः बनाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, इस कार्य से बड़वास गांव को भी कोई खतरा नहीं होगा।  

2- पैदल चलने वालों का भी रखो ख्याल- पैंशनर्स एसोसिएशन ने शहर मे एनएच पर जेब्रा क्रॉसिंग और फुटपाथ बनाने की उठाई मांग।

पैंशनर्स वैलफेयर एसोसिएशन पांवटा साहिब इकाई ने पांवटा साहिब शहर मे एनएच-7 और एनएच-707 पर उचित स्थानों पर जेब्रा क्रॉसिंग और फुटपाथ बनाने की एनएच ऑथोरिटी से मांग उठाई है। पांवटा साहिब के लोनिवि विश्राम गृह मे एसोसिएशन की बैठक अध्यक्ष डाॅ विपन कालिया की अध्यक्षता मे हुई। बैठक मे सर्व प्रथम एक अगस्त को पौधारोपण कार्यक्रम मे

सदस्यों का भाग लेने के लिए आभार प्रकट किया गया। बैठक मे सभी सदस्यों ने हिमाचल प्रदेश सरकार से पुरजोर मांग रखी कि छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को पंजाब की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश मे भी जल्द लागू की जाएं। और पैंशनर्स को जनवरी 2016 से वित्तीय लाभ दिये जाएं। सदस्यों ने मांग रखी कि केंद्र सरकार की तर्ज पर मंहगाई भत्ते की किश्तें सरकार जल्द जारी करें। लंबे समय से चिकित्सा बिलों की अदायगी न होने पर भी रोश प्रकट किया गया और मांग रखी गई कि सरकार विभिन्न विभागों को बजट मुहैया करवायें। बैठक मे पांवटा साहिब शहर से गुजरने वाले एनएच-7 और एनएच-707 के दोनो और फुटपाथ और उचित स्थानों पर जेब्रा क्रॉसिंग की आवश्यकता पर जोर दिया गया। इस संदर्भ मे एसोसिएशन ने एसडीएम पांवटा साहिब को मांग पत्र भी दिया है। बैठक मे शहर मे हो रहे जल भराव पर भी चर्चा हुई और नगर परिषद से सुनियोजित तरीके से काम करवाने की मांग की गई ताकि पानी लोगों के घरों मे न घुसें। बैठक मे टीपी सिंह, एस एस गुप्ता, पी सी शर्मा, वी पी भारद्वाज, एम एस बटारा, बी एस नेगी, आई एस वालिया, विजयपाल सिंह और डाॅ सुधा कालिया आदि मौजूद रहे।  

3- डॉ परमार के योगदान को कभी नही भुलाया जा सकता- उपायुक्त

हिमाचल निर्माता डॉ यशवंत सिंह परमार की 115वीं जयंती के अवसर पर आज नाहन के मालरोड़ स्थित डॉ परमार की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भेंट कर उन्हें श्रद्धांजलि  अर्पित की गई। डॉ यशवंत सिह परमार जयंती आयोजन समिति और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित श्रद्धांजलि

कार्यक्रम में शहर के गणमान्य लोगों ने भाग लिया। श्रद्धा सुमन भेंट करने वालों में प्रमुख रूप से उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम, पुलिस अधीक्षक खुशहाल चन्द शर्मा, जिला परिषद अध्यक्ष सीमा कन्याल, नगर परिषद अध्यक्ष श्यामा पुन्डीर, भाजपा जिला अध्यक्ष विनय गुप्ता, भाजपा मण्डल अध्यक्ष प्रताप ठाकुर, सहायक आयुक्त डॉ प्रियंका चंद्रा, जिला राजस्व अधिकारी नारायण चौहान, उपाध्यक्ष नाहन नगर परिषद अविनाश गुप्ता सहित पार्षदगण व अन्य गणमान्य लोग शामिल थे। इस अवसर पर उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम ने कहा कि हिमाचल कभी भी डॉ परमार के योगदान को भुला नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि डा. परमार ने हिमाचल में विकास की जो नींव रखी है उसी पर चल कर हम आज आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि डा. परमार के लिए सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनके दिखाए गए मार्ग पर ईमानदारी के साथ आगे बढ़ें।

4- अब रिटायरमेंट भी ले ली, उतरूंगा फील्ड मे- रोशन लाल चौधरी।

आज पांवटा साहिब के बहाती समाज की नामचीन हस्ती रोशन लाल चौधरी (शास्त्री) ने पत्रकार वार्ता की। इस पत्रकार वार्ता मे उन्होंने स्पष्ट किया कि अब उन्होंने विभाग से रिटायरमेंट भी ले ली है और समाज की भलाई के लिए खुलकर फील्ड मे उतरेंगे। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नही किया कि यदि ये सेवा राजनैतिक फील्ड से होगी तो कौन सी पार्टी मे जुडेंगे। किस पार्टी से

चुनाव लडेंगे सवाल के जवाब पर उन्होंने कहा कि जनता की जैसी इच्छा होगी। साथ ही उन्होंने इशारों इशारों मे यह भी कह दिया कि पिछली बार भी वह प्रत्याशी थे लेकिन बैठते समय जो शर्त रखी थी वो याद रखी जानी चाहिए और उन्हें मौका मिलना चाहिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि क्रप्शन और धमकियों से जनता परेशान है। चुनाव के समय जो मेनिफेस्टो जारी किये थे क्या वो काम हो रहे हैं। जनता को अपने काम करवाने के लिए अधिकारियों को फोन करवाने पड़ते है। ठेकेदारशाही चरम पर है और जनता त्रस्त है। आगामी विधानसभा चुनाव मे जनता इन्हे आईना दिखाएगी। इस पत्रकार वार्ता को इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि जिस बाहती समाज से वर्तमान ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी है रोशन लाल चौधरी भी उस समाज मे अपनी अच्छी पैंठ के लिए जाने जाते हैं। 

5- यंग वार्तामीडिया ग्रुप ने नवाजे जिले के 160 शिक्षक।

हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार की जयंती पर यंगवार्ता मीडिया ग्रुप द्वारा हिमालयन ग्रुप ऑफ़ प्रोफेशनल इंस्टिट्यूट कालाअंब में शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस शिक्षक सम्मान समारोह में जिला सिरमौर के करीब 90 स्कूलों से करीब 160 शिक्षकों ने को को सम्मानित किया गया। हिमालयन ग्रुप आफ प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट कालाअंब में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह के अवसर पर उपायुक्त सिरमौर रामकुमार गौतम बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। उपायुक्त ने कहा कि डॉ.

यशवंत सिंह परमार हिमाचल निर्माता ही नहीं बल्कि और कहे कि यदि यशवंत सिंह परमार ना होते तो हिमाचल का अस्तित्व नहीं होता उपायुक्त ने कहा कि यशवंत सिंह परमार सपने देखते नहीं बल्कि सपने बुनते थे और उनके बुने हुए सपनों के परिणाम आज हम सबके समक्ष है। शिक्षक सम्मान समारोह में उन्होंने जिला भर से आए शिक्षकों से आह्वान किया कि वह हिमाचल निर्माता के नक्शे कदम पर चलने का प्रयास करें। यंगवार्ता के संपादक डा. रमेश पहाड़िया ने बताया की यंगवार्ता द्वारा हर वर्ष शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किया जाता है जिसमें शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी कार्य करने वाले शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाता है। इन्हें मिला सम्मान शिक्षक सम्मान समारोह में डॉ. आशिमा राघव, जगत राम, बलदेव चौहान, सुंद राम, अमिता गौतम, अमृता कंवर, विनती मनुजा, संजय शर्मा, नरेश कुमार, कमल किशोर,  ज्ञान सिंह नेगी, प्रदीप कुमार, खजान सिंह नेगी, सुरेश कुमार, अनीता सिंह, नरेश चंद्र शर्मा, भवानी भगत, सुनील चौहान, सुरेश चौहान, सुरेंद्र शर्मा, रमेश चंद चौहान, कुलदीप राणा, अंजना कुमारी, प्रतिभा नेगी, राम मोहन, राकेश कुमार, राजेंद्र चौहान, आत्माराम, दयाराम शर्मा, डीआर शर्मा, हरिंदर सिंह, गीता राम शर्मा, प्रताप सिंह, सोहन सिंह,  श्याम सिंह, सुरेंद्र कुमार , इंदर राणा , कल्याण सिंह , रतन चौहान , सतीश शर्मा , गीताराम , कमल सिंह , डॉ. नरेंद्र सिंह , अभिलाषा , अलका परमार , रमा शर्मा , दिनेश शर्मा , खेमराज , रघुवीर तोमर , डी आर तोमर , प्यारेलाल पुंडीर , ओम लता , मोहन राणा , श्याम सिंह , दीप राम शर्मा , गोपालपुरा , वीरेंद्र पुंडीर , अजय गुप्ता , यशपाल , डीडी सैनी , लाखी राम शर्मा , नरेश शर्मा , एमआर वर्मा , रामलाल , सुरेश कुमार , लता शर्मा , रमेश चंद शर्मा , डॉक्टर प्रेम पाल ठाकुर , मस्तराम चौहान , टीआर शर्मा , मुरली मनोहर गुप्ता , दलीप सिंह , दयाराम , लाल सिंह शास्त्री , धर्म सिंह चौहान , डॉ बलबीर शर्मा , प्रवीण कुमार , इशांत शर्मा , सीपी बेंजवाल ,  रामभज  शर्मा , अतर सिंह पोजटा , कश्मीर सिंह , प्रभाकर गौतम , मधु गुप्ता , नानकी चौहान , डॉक्टर कल्पना , कोमल प्रजापति , गोपीचंद , विशाल कुमार , रमेश चंद , सुषमा अत्री , भूपेश भारद्वाज , आशु शर्मा , गीता सिंह , स्वीटी , मनदीप कौर , सुचिता शर्मा , हरप्रीत सिंह , भगवान दास , अमृतलाल , मामराज शर्मा , देवदत्त पराशर , दीप राम शर्मा , योगेंद्र कुमार , भगत राम चौहान , बलवीर सिंह , दुर्गा राम शर्मा , संजीव कुमार , समीर चौहान , महेश कुमार गुप्ता , कल्याण सिंह , मामराज चौधरी , भावना साथी , मोहनलाल शर्मा , परमिल दत्त , शशिकांत , सतपाल चौहान , भगतराम तोमर , सुनील दत्त , राघवेंद्र सिंह , अनुज कुमार , राधेश्याम और अवतार सिंह आदि को पुरस्कृत किया गया।

6- कविता- डॉ‌ परमारो के श्रृद्धांजलि

डॉ परमार एलो चार अगस्त को थिआ जन्मा, 
तेनिए देखा थिया एक बोंठिया सुपना। 
पंजाब दू ज़ोई होणो चेईं आमारो पहाड़ी कू राज, 
तोबे बोंचली आमारी संस्कृति औरो रीति-रिवाज। 
केंद्र सरकारो लोई तेनिए बात दे मनाए, 
तोबे ज़ाय आमें हिमाचली कहलाए। 
देशो दा प्रदेश प्यारा हिमाचल, सुन्दर शान्त आमारा पहाड़ी हिमाचल। 
बर्फीले बोंठिया पहाड़ कोथी हरे-भरे वन, 
साल भर इथे आणोके बोलो सभी का मन। 
हिमाचली आमे भोल़े निछल़े औरो ईमानदार, 
आपणी संस्कृति से कोरु आमे प्यार,  
सोबी की कोरु आमे इज्जत, मेहमान नवाजी का भ्वार। 
डाॅ परमारो का एलो जन्मदिन याद कोरु आमे बार-बार,
 तिनूके मिला चेईं स्वर्गो दा वास, साची श्रृद्धांजलि देवं आमारा हाटी परिवार।

कुन्दन सिंह शास्त्री
महासचिव, केंद्रीय हाटी समिति

(हिमाचल)

1- एडवाइजरी- प्रदेश मे प्रवेश को RTPCR रिपोर्ट जरूरी।

यदि आप हिमाचल प्रदेश आ रहे हैं तो सरकार की नई एडवाइजरी के बारे मे जरूर जान लीजिए वरना आपको प्रवेश सीमा से बेरंग वापिस लौटना पड़ सकता है। प्रदेश में कोरोना के फिर से बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। सरकार ने सैलानियों के लिए 53 दिन बाद एक बार फिर एडवाइजरी जारी की है। इसमें RTPCR की निगेटिव रिपोर्ट या वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र साथ लाने की सलाह दी गई है। मंगलवार को आयोजित कैबिनेट की बैठक में इस पर निर्णय लिया गया था। बुधवार को आपदा प्रबंधन ने इसकी गाइडलाइन जारी कर दी है। गाइडलाइन के मुताबिक आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट 72 घंटे के भीतर की मानी जाएगी, जबकि वैक्सीन की एक या फिर दो डोज होना अनिवार्य है। बिना मास्क के भी हिमाचल में एंट्री नहीं होगी। प्रवेश मिलने के बाद अगर कोई सैलानी बिना मास्क के घूमता पाया जाता है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई

होगी। उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने 12 जून को पर्यटकों के हिमाचल आने पर प्रतिबंध हटा लिया था। उन्हें बिना कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट के एंट्री दी गई। लेकिन, अब बीते 10 दिन से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। नए मरीजों का आंकड़ा प्रतिदिन 200 के पास पहुंच गया है। प्रदेश में सक्रिय मामलों की संख्या भी 1300 के पार हो गई है। जिला मंडी, शिमला और चंबा में सक्रिय मामलों की संख्या में इजाफ़ा हो रहा है। पर्यटन स्थल कुल्लू, मनाली में भी मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में एहतियात बरतना बेहद जरूरी हो गया है। हालांकि हिमाचल के पर्यटन स्थलों में सैलानियों की भीड़ को देखते हुए केंद्र सरकार बार-बार हिमाचल सरकार को चेतावनी दे रही है। गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से प्रदेश सरकार को इस बार पत्र भी जारी किए गए हैं। जिसमे कहा गया है कि यदि भीड़ पर नियंत्रण नहीं पाया गया तो बंदिशें लगानी पड़ेंगी। 

2-  आउटसोर्स भर्तियों को लेकर हंगामा, विपक्ष का वाॅकआउट।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन भी कांग्रेस ने हंगामा कर वाॅकआउट किया। विभिन्न विभागों में हो रहीं आउटसोर्स आधार पर भर्तियाें के खिलाफ कांग्रेस विधायकों ने बुधवार को विधानसभा सदन में नारेबाजी की। करीब दस मिनट तक सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने के बाद सदन से वॉकआउट कर दिया। दूसरे दिन भी बिना विपक्ष के प्रश्नकाल

चला। इस दौरान भाजपा और कांग्रेस विधायकों में जमकर नोकझोंक हुई। नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि चोर दरवाजे की भर्तियों से बेरोजगारों से खिलवाड़ किया जा रहा है। मुख्यमंत्री और मंत्री महेंद्र सिंह केे हलकों में ही पांच हजार से अधिक नौकरियां बांटी गई हैं। पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी भर्तियां नियमों के तहत हो रही हैं। कांग्रेस विधायकों ने वॉकआउट को रस्म बना दिया है। दरअसल, बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने आउटसोर्स भर्तियों का मामला उठाया। प्रदेश में बीते तीन वर्ष के दौरान तीन हजार पदों पर नियमित और आठ हजार पदों पर आउटसोर्स आधार पर भर्तियां की गई हैं। मुकेश ने कहा कि बिना पॉलिसी के भर्तियां की जा रही हैं। मुख्यमंत्री और जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह पर कटाक्ष करते हुए मुकेश अग्निहोत्री और आशा कुमारी ने कहा कि प्रदेश में इस स्थिति को देखकर कहा जा सकता है कि ‘हम दो हमारा कोई नहीं’ की नीति पर काम किया जा रहा है। इसी बीच कांग्रेस विधायकों ने बेरोजगारों से धोखाधड़ी नहीं चलेगी, चोर दरवाजे से नौकरी नहीं चलेगी... के नारे लगाते हुए सदन में हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव को लाकर चर्चा मांगी लेकिन इस प्रस्ताव को अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने अस्वीकार कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शोर-शराबे के बीच शुरू किया, तो विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। विपक्ष के सदन से जाने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि नियम 67 में बहुत महत्वपूर्ण विषय हो तो ही काम रोककर चर्चा होती है। उन्होंने कहा कि जो भी भर्ती हो रही है, वह नियमानुसार हो रही है। इनको पूछा जाए कि इनके जमाने में कितनी भर्ती हुई। आउटसोर्स के कर्मचारियों को पीटरहॉफ में इकट्ठा कर मुकुट पहनाए गए। नीति बनाने की मांग की गई, जो नहीं बनाई गई। विपक्ष के सदस्य क्षेत्र विशेष से नौकरियां देने की सदन में झूठी बात कर रहे हैं। विपक्ष के नेताओं में नेतृत्व की होड़ लगी है। ये उसी का नतीजा है। सिर्फ राजनीतिक मकसद के लिए हंगामा किया जा रहा है।

3- 135 करोड़ तक बनेगी विधायक प्राथमिकता की डीपीआर- मुख्यमंत्री 

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधायक मुल्खराज के सवाल पर कहा कि प्रदेश के हर गांव को सड़क से जोड़ना सरकार की प्राथमिकता है। सरकार ने प्रति चुनाव क्षेत्र में विधायक प्राथमिकता स्कीमों की डीपीआर नाबार्ड को प्रेषित करने की अधिकतम सीमा 135 करोड़ निश्चित की है। पहले 80 करोड़ की डीपीआर भेजी जाती थी। इसमें 55 करोड़ की बढ़ोतरी

की गई है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने लोक निर्माण विभाग में पिछले तीन साल में सहायक और कनिष्ठ अभियंताओं के 509 पद भरे हैं। विभाग में सेवानिवृत्ति और स्थानांतरण के कारण खाली हुए 166 पद भी सरकार जल्द भरेगी। यह जानकारी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधायक रमेश धवाला के सवाल के लिखित जवाब में दी। उन्होंने बताया कि विभाग में 209 पद सीधी भर्ती 300 पद पदोन्नति से भरे गए हैं।

4- बंद हो सकते हैं घाटे मे चल रहे 63 डिपु- गर्ग।

हिमाचल प्रदेश सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राजेन्द्र गर्ग ने कहा कि राज्य में घाटे में चल रहे 63 राशन डिपुओं को बंद करने पर सरकार विचार कर रही है। शिमला जिले के जुबल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 19 डिपो बंद किए जाएंगे। चौपाल में 8, कसुम्पटी, रामपुर, सोलन,

शिमला ग्रामीण और चंबा में एक-एक, रेणुका, भरमौर, डलहौजी, लाहौल-स्पीति में दो-दो, रोहडू में चार, धर्मशाला में, शिमला शहरी में तीन-तीन, रामपुर में 5 और ठियोग में 6 डिपो बंद किए जाएंगे। यरह बात राजेंद्र गर्ग ने विधायक ठाकुर सुखविंद्र सुक्खू और नरेंद्र ठाकुर के सवाल के लिखित जवाब में कही। मंत्री ने कहा कि डिपो होल्डर्स की सेल पर कमीशन की बढ़ोतरी करने का मामला सरकार के विचाराधीन नहीं है।

5- बिजली दरें कम करने का अभी विचार नहीं- सुखराम

हिमाचल प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि प्रदेश में बिजली की दरें कम करने का फिलहाल कोई विचार नहीं है। प्रश्नकाल के दौरान विधायक रमेश धवाला के सवाल पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हिमाचल

प्रदेश में देश से सबसे सस्ती बिजली दी जा रही है। विनियामक आयोग दरें तय करता है। प्रति माह 60 यूनिट तक बिजली प्रयोग करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं को सरकार सबसे ज्यादा सब्सिडी दे रही है। वर्ष 2019-20 में घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरें पांच पैसे प्रति यूनिट बढ़ाई गई थीं। उसके बाद दरों में बढ़ोतरी नहीं हुई है।

5- इस पंचायत की पहल लाजवाब- दारू पी तो बीपीएल से बाहर।

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के करसोग की बिंदला पंचायत ने नशे के खात्मे के लिए लाजवाब पहल की है। छह महिला मंडलों ने ग्राम सभा में यह प्रस्ताव पारित करवाया है कि यदि बीपीएल से नीचे जीवनयापन करने वाला कोई भी व्यक्ति नशे की हालत में पाया जाता है तो उसका नाम इस सूची से काट दिया जाएगा। प्रधान रोशनी देवी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस प्रस्ताव को पारित किया गया। महिलाओं ने पंचायत में शराब के अवैध कारोबार को बंद

करने की मांग भी की है। महिला मंडलों की सदस्यों का कहना है कि कई परिवार गरीबी का हवाला देकर बीपीएल सूची में शामिल हो जाते हैं, लेकिन शराब पीने के लिए इनके पास पैसे आ जाते हैं। इससे परिवारों में झगड़े हो रहे हैं। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए महिला मंडलों ने यह प्रस्ताव ग्राम सभा में रखा। जिसे पारित कर दिया गया है। अब जो भी व्यक्ति नशे की हालत में पाया जाता है, उसका नाम बीपीएल सूची से हटाया जाएगा। ये प्रस्ताव महिला मंडल तलेहण, महिला मंडल देव बड़ेऊगी, दुर्गा महिला मंडल खडैण, महिला मंडल डवारू, महिला मंडल बिंदला और महिला मंडल मरोला ने लाया। प्रधान रोशनी देवी का कहना है कि पंचायत को नशा मुक्त रखने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया है कि गरीबी रेखा से नीचे जो भी व्यक्ति शराब पीते हुए पाया जाता है, उसका नाम बीपीएल सूची से काट दिया जाएगा। 

6- डाॅ. वाई.एस परमार की 115वीं जयंती पर राज्य स्तरीय समारोह आयोजित।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज शिमला के पीटरहाॅफ में हिमाचल प्रदेश के निर्माता एवं प्रथम मुख्यमंत्री डाॅ. यशवंत सिंह परमार की 115वीं जयंती के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि डाॅ. परमार एक निःस्वार्थ, प्रेरणादायक और बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। डाॅ. परमार को प्रदेश के निर्माण, इसे उचित आकार व

स्थान दिलाने के लिए सदैव याद रखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि डाॅ. वाई.एस. परमार का सपना था कि पहाड़ी लोगों की एक अलग पहचान हो। उन्होंने कहा कि डाॅ. परमार ने अपने कार्यों से स्वयं को अमर किया है। डाॅ. परमार की प्रतिबद्धता और समर्पण के फलस्वरूप ही हिमाचल को अनेक कठिनाइयों के बावजूद एक अलग पहचान मिली। उन्होंने कहा कि डाॅ. परमार की स्पष्टता, दूरदर्शिता और सशक्त प्रयासों के कारण ही वर्ष 1971 में हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्यत्व का दर्जा प्राप्त हुआ। जय राम ठाकुर ने कहा कि डाॅ. परमार पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें स्वयं को पहाड़ी कहलाने में गर्व महसूस होता था और इसके पश्चात ही हिमाचली लोगों ने हर प्रकार की हिचकिचाहट को त्याग कर स्वयं का इस मिटटी से सम्बन्ध होने में गर्व महसूस करना आरम्भ किया। उन्होंने कहा कि डाॅ. परमार पहाड़ी संस्कृति के प्रशंसक थे। वह पहाड़ी वेश-भूषा धारण करते थे और पहाड़ी वास्तुकला का प्रचार करते थे। डाॅ. परमार सही मायने में राज्य की समृद्ध संस्कृति के सच्चे प्रचारक थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि डाॅ. वाई.एस. परमार का राज्य के विकास, विशेषकर सड़कों के निर्माण, बागवानी तथा कृषि क्षेत्र में अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि डाॅ. परमार की दूरदर्शिता और सशक्त नेतृत्व के कारण ही हिमाचल प्रदेश आज पहाड़ी क्षेत्रों के विकास के लिए देश में आदर्श राज्य बनकर उभरा है। डाॅ. परमार ने विकास के मुद्दों और योजना के सम्बन्ध में पहाड़ी क्षेत्रों को भारत के अन्य क्षेत्रों के अनुरूप आंकने के विरुद्ध आवाज उठाई और केन्द्र सरकार को केवल मैदानी क्षेत्रों के विकास के दृष्टिगत योजनाएं न बनाकर पहाड़ी राज्यों को भी प्राथमिकता देने के लिए राजी किया।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि आज प्रदेश का हर नागरिक डाॅ. वाई.एस परमार के प्रयासों के लिए कृतज्ञ है, जिनके कारण हमारी अलग पहचान है और विभिन्न क्षेत्रों मंे विकास के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में पूर्व में रहेे प्रत्येक मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विकास के लिए अत्यधिक योगदान दिया है। इन सभी मुख्यमंत्रियों का योगदान, हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर पूर्व मुख्यमंत्रियों द्वारा निर्धारित लक्ष्यों और मील पत्थरों को हासिल करने के लिए दृढ़ प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा परिसर में डाॅ. परमार संग्रहालय का विस्तार करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। इस अवसर पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा निर्मित डाॅ. परमार के जीवन पर आधारित एक वृत्तचित्र भी प्रदर्शित किया गया। इस मौके पर चूड़ेश्वर कला मंच ने आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुति भी दी।

7- मुख्यमंत्री ने डाॅ. यशवंत सिंह परमार को पुष्पांजलि की अर्पित।

हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने हिमाचल निर्माता और प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डाॅ. वाई एस परमार की 115वीं जयंती पर आज यहां रिज पर स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पाजंलि अर्पित की। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री ने विधानसभा परिसर शिमला में आयोजित एक समारोह में भाग लेते हुए डाॅ. परमार के चित्र पर भी पुष्पांजलि अर्पित की। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री, जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह,

संसदीय मामले मंत्री सुरेश भारद्वाज, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चैमौधरी, स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. राजीव सैजल, ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी, विधानसभा के उपाध्यक्ष हंसराज, मुख्य सचेतक बिक्रम जरयाल, उप मुख्य सचेतक कमलेश कुमारी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. राधारमण शास्त्री और डाॅ. राजीव बिंदल, विधायक, विधानसभा सचिव और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी इस अवसर पर डाॅ. परमार को पुष्पांजलि अर्पित की।

8- प्रदेश में आठ चरागाह मार्गों को किया गया डिजिटाइज- वन मंत्री

हिमाचल प्रदेश के वन मंत्री राकेश पठानिया ने आज यहां चराई सलाहकार पुनर्वलोकन समिति की 47वीं बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के प्रत्येक वर्ग, विशेषकर राज्य के चरवाहों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि चराई हमारी प्राचीन समृद्ध संस्कृति का प्रतिबिम्ब

है और इसे संजोए रखना आवश्यक है। बैठक के दौरान वन मंत्री ने चरवाहों के वन विभाग से संबंधित मुद्दों की समीक्षा की और उनके द्वारा उठाई गई उचित मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। उन्होंने झुंड के साथ चलने वाले वास्तविक चरवाहों की पहचान करने के निर्देश दिए ताकि उनके पशुधन को चोरी होने से बचाया जा सके। इनके लिए सलीपिंग बैग के साथ सोलर मोबाइल चार्जर और कम भार वाले टेंटों का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि चराई परमिट की समय अवधि को तीन वर्ष से बढ़ाकर छः वर्ष करने के प्रयास किए जाएंगे। वन मंत्री ने अधिकारियों को चरवाहों की व्यापक आवाजाही वाले मार्गों की पहचान करने और उनकी सुविधा के लिए मार्गों को डिजिटाईज करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को चरवाहों पर निगरानी रखने के निर्देश दिए ताकि संकट के समय उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को चरवाहों की सुविधा के लिए वन भूमि में छः स्थलों की पहचान कर उन पर बुनियादी ढांचा विकसित करने के निर्देश दिए।

9- ऊर्जा मंत्री की अगुवाई मे पशुपालन मंत्री से मिला प्रतिनिधिमंडल।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा परिसर शिमला में पांवटा साहिब विधान सभा क्षेत्र से संबन्धित बेरोजगार पशु चिकित्सक संघ का एक प्रतिनिधि मंडल ऊर्जा मंत्री सुख राम चौधरी, जो पांवटा साहिब के विधायक है, की अध्यक्षता में पशुपालन, कृषि, पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर से मिला और उन्हें बेरोजगार पशु चिकित्सकों की मांगों से अवगत करवाया। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने संघ के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि

प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मादी और प्रदेश के मुख्य मंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश के पशु धन की देखभाल और पशु धन के विकास के प्रति कृत संकल्प हैं और वे पशु पालन व्यवसाय से जुडे़ सभी चिकित्सकों और कर्मचारियों के हितों के प्रति पूरी तरह से अवगत हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा इस क्षेत्र के विकास के लिए जो जिम्मेदारी पशुपालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर को सोंपी गई है वे इसका निर्वहन बखूबी से कर रहे हैं। पशु पालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने प्रतिनिधि मंडल की मांगों के बारे उपस्थित पशु चिकित्सकों के साथ विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने का आश्वासन दिया। 

10- शिक्षक महासंघ के अधिवेशन मे भाग लेंगे मुख्यमंत्री।

हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ सम्बन्धित (अखिल भारतीय राष्ट्रिय शैक्षिक महासंघ) के मंडी विभाग अधिवेशन में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर बतौर मुख्यातिथि भाग लेंगे। यह जानकारी महासंघ के प्रांत उपाध्यक्ष डाॅ मामराज पुंडीर ने दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ राष्ट्र हित, छात्र हित और शिक्षक हित में काम करने वाला संगठन है। हमारा ध्येय राष्ट्र हित में

शिक्षा, शिक्षा हित मे शिक्षक और शिक्षक हित मे समाज है। प्रदेश भर के शिक्षको की समस्याओं सहित उनके हितो की रक्षा के लिए हम निरंतर प्रयासरत है। आगामी आठ अगस्त को हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ मंडी में मंडी विभाग अधिवेशन करवा रहे है जिसमे प्रदेश के मुख्यमंत्री,  कर्मचारी हितेषी, गरीबो के मसीहा जय राम ठाकुर का आशीष प्राप्त होगा और प्रदेश के युवा शिक्षामंत्री गोविन्द ठाकुर विशिष्ट अतिथि होंगे। प्रदेश के विकास और शिक्षा जगत में हिमाचल प्रदेश को सर्वोपरी बनाने के लिए कार्यक्रम का हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि स्थान की सूचना बारे जल्द सूचित किया जायेगा।

शाम सात बजे तक का कोविड मीडिया बुलेटिन-

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग हिमाचल प्रदेश बुलेटिन-