स्कूल आयेंगे विद्यार्थी....... 30 अगस्त 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

स्कूल आयेंगे विद्यार्थी.......  30 अगस्त 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com
फाईल फोटो।

स्कूल आयेंगे विद्यार्थी.......

30 अगस्त 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा

अनिल शर्मा की पीड़ा, मंडी को 80 करोड़, विधायक-पूर्व विधायक एक साथ, कहाँ हुआ सर्वे, आढ़ती के बदले बोल, किसान एकजुट, बांध मे समाई कार, जय कन्हैया लाल की और....... कोविड/सूचना एवं जन संपर्क विभाग बुलेटिन। 


(आज की तस्वीर)

स्थानीय (सिरमौर)

1- शिलाई के विधायक और पूर्व विधायक आए एक मंच पर।

शिलाई खंड हाटी इकाई द्वारा एक ऑनलाइन google meet केंद्रीय हाटी समिति के अध्यक्ष डाॅ अमी चंद कमल की अध्यक्षता मे आयोजित की गई। जिसमे केंद्रीय हाटी समिति के पदाधिकारियों सहित कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया। बैठक मे विशेष रूप से शिलाई विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक हर्ष वर्धन चौहान और पूर्व विधायक बलदेव तोमर भी शामिल हुए तथा "एक मंच एक सोंच "के अंतर्गत हाटी मुद्दे पर दोनों महानुभावो ने सकारात्मक व सहयोगात्मक विचार रखे। साथ ही इस मुद्दे पर हर प्रकार के सहयोग का आश्वासन दिया। शिलाई खंड द्वारा आयोजित इस मीटिंग मे सर्व

प्रथम रमेश नेगी कोषाध्यक्ष और ग्यार सिंह नेगी अध्यक्ष द्वारा शिलाई मे हाटी मुद्दे पर चल रही गतिविधियों और आगामी रणनीति को अवगत करवाया तथा हाटी जन जागरण अभियान को विस्तार रूप बनाने पर बल दिया। उसके बाद विभिन्न प्रबुद्ध जनों ने अपने अपने विचार साँझा किए जिनमे फ़क़ीर चंद चौहान उपाध्यक्ष केंद्रीय हाटी समिति, बी आर ठाकुर असिस्टेंट प्रोफेसर, सुरेंद्र हिंदुस्तानी अधिवक्ता, प्रताप पराशर S.O., तथा राजगढ़, पांवटा, संगडाह और कमरऊ इकाईयों के पदाधिकारियों ने अपने अपने विचार प्रस्तुत किये। अंत मे केंद्रीय हाटी समिति के अध्यक्ष व महासचिव क्रमशः अमी चंद कमल व कुंदन सिंह शास्त्री ने इस मुद्दे की समस्त बारीकियों और आज तक हुए कार्यों की समीक्षा की तथा गिरिपार के समस्त इकाईयों को आगामी रणनीति के सन्दर्भ मे दिशा निर्देश दिए साथ ही महासचिव ने दिल्ली मे रहने वाले हाटीयों की एक इकाई बनाने की सलाह दी। अंत मे शिलाई खंड के महासचिव बलबीर शर्मा ने सभी बैठक मे उपस्थित प्रबुद्ध लोगों का और विशेष रूप से ठाकुर हर्षवर्धन चौहान और बलदेव तोमर का शिलाई खंड की ओर से धन्यवाद किया।

2- एकल विद्यालय ने मनाई श्री कृष्ण जन्माष्टमी।

भाग सिरमौर अचल शिलाई संच नेनीधार एकल ग्राम विद्यालय लोजा में कृष्ण जन्म अष्टमी के उपलक्ष पर एकल विद्यालय लोजा, आचार्य प्रकाश भारद्वाज द्वारा एवं एकल विद्यालय लोजा के बच्चों द्वारा बड़े जोरों शोरो से कृष्णा जन्माष्टमी महोत्सव मनाया गया। इसमे मुख्य अतिथि ग्राम लोजा की महिला

प्रधान मति मंजू शर्मा रही और उनके साथ नीलम शर्मा, विद्या देवी, ऋतु शर्मा, पूनम, पूजा भारद्वाज और युवा साथी राजकुमार आदि उपस्थित रहे। सर्वप्रथम दीप प्रज्वलित किया, उसके बाद बच्चों ने मईया योशदा ये तेरा कन्हैया प, डांस किया और नाटक मंचन भी किया, भजन कीर्तन किया। ग्राम वासी ने इस कार्यक्रम की सराहना की। नैनिधार संच प्रमुख अतर मालवीय ने भी कृष्णा जन्माष्टमी की बधाई दी और कार्यक्रम की सराहना की।

3- माँ भंगायणी देवी मंदिर मे उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़। 

जिला सिरमौर के हरिपुरधार स्थित प्रमुख शक्तिपीठ मां भंगायणी देवी मंदिर में जन्माष्टमी के उपलक्ष्य पर श्रद्धा का सैलाब जमकर उमड़ा। जन्माष्टमी के इस अवसर पर मां भंगायणी मंदिर में आसपास क्षेत्र की पंचायतों की दर्जनों पंचायतों सहित पड़ोसी राज्य के करीब तीन हजार के लगभग श्रद्धालुओं ने सोमवार को माता के दर्शन किए। मां भंगायणी देवी मंदिर सेवा समिति के संचालक ठाकुर बलबीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आज का दिन

स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए बड़ा महत्वपूर्ण दिन होता है। हर वर्ष मंदिर में भंडारे, प्रसाद आदि का वितरण भी व्यापक स्तर पर किया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना प्रोटोकॉल के चलते भंडारा और प्रसाद वितरण व चढ़ाने आदि पर पूरी तरह से प्रबंधन समिति द्वारा प्रतिबंधित किया गया है। उन्होंने बताया कि मंदिर में भारी जन सैलाब के देखते हुए पहले से ही तैयारियां कर ली गई थी। जिसमें स्थानीय पुलिस और मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा सोशल डिस्टेंस और मुंह पर मास्क आदि लगाए जाने को लेकर नियमों का सख्ती से पालन किया गया। वहीं श्रद्धालुओं ने भी मंदिर सेवा समिति द्वारा किए गए प्रबंधों पर संतुष्टि जाहिर करते हुए कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मां के दरबार में हाजरी दी। बता दें कि मां भंगायणी शक्ति स्वरुपा है और शिमला सहित प्रदेश के कई जिलों का प्रमुख आस्था का केंद्र भी है। मां भंगायणी मंदिर के मैनेजर मोहर सिंह राणा और सचिव रणबीर ठाकुर ने बताया कि जिला सिरमौर के प्रमुख शक्तिपीठ चूड़ेश्वर के दर्शनों से पहले मां भंगायणी के मंदिर में माथा टेकना और उनका आशीर्वाद लेना जरूरी माना जाता है।

4- पांवटा साहिब खण्ड में कल 12  स्थानों पर होगा कॉविड -19 टीकाकरण।
  
पांवटा खण्ड चिकित्सा अधिकारी ड़ॉ. अजय देओल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उपमंडल पांवटा साहिब में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए कल यानि 31अगस्त को 12 स्थानों पर कॉविड-19 टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 31अगस्त को राजपुरा स्वास्थ्य खण्ड के सिविल अस्पताल  पांवटा साहिब, ज्ञान चंद धर्मशाला, मोबाइल टीम पांवटा

साहिब, सत्संग भवन पांवटा साहिब, इ.एस.आइ. मालवा कोटन, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर भारापुर, उप स्वास्थ्य केंद्र हरिपुर खोल, मोबाइल टीम पांवटा साहिब-3, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सतौन, उप स्वास्थ्य केंद्र मिस्रवाला, उप स्वास्थ्य केंद्र अजोली, उप स्वास्थ्य केंद्र  कोटड़ी ब्यास इन सभी स्थानों पर कॉविड -19 से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी क्षेत्रवासी तथा बाहर से आए प्रवासी मजदूर  एवं  जिन्होंने अभी  तक वैक्सीन नहीं लगवाई है वह इन केन्द्रों पर जाकर टीका लगवा सकते हैं। ड़ॉ. अजय देओल ने बताया कि टीका लगवाने के लिए आधार कार्ड या अन्य कोई भी फोटोयुक्त पहचान पत्र अपने साथ ज़रुर लाएं। उन्होंने क्षेत्रवासियों तथा प्रवासी मजदूरों से टीकाकरण का लाभ उठाने की अपील की।

5- कौलावाला भू़ड़ के लिए 6 करोड़ रुपये की सिंचाई योजना को मंजूरी- बिंदल

नाहन के विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिन्दल ने कहा कि नाहन विधानसभा क्षेत्र के कौलावाला भूड को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का बड़ा उपहार मिला है। उन्होंने कहा कि कौलावाला भू़ड़ के लिए 6 करोड़ रुपये की सिंचाई योजना को मंजूरी मिली है। इस योजना को सिरे चढ़वाने के लिए डा. बिन्दल पिछले काफी समय से निरंतर प्रयास कर रहे थे। उन्होंने इस

योजना के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार जताया है। डा. राजीव बिन्दल ने कहा कि नाहन विधानसभा क्षेत्र का कौलावाला भूड़ क्षेत्र वर्तमान भाजपा सरकार में विकास और समृद्धि की ओर अग्रसर है। यहां पंचायतो, ग्रामीण क्षेत्रों को सड़क, पुल, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, सिंचाई और रोजगार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल हुई हैं। उन्होंने कहा कि आज भगवान श्री कृष्ण जन्ममाष्टमी है और आज के दिन हम भगवान श्री हरी  के दिखाए मार्ग पर आगे बढ़ने के संकल्प को पुनः दोहराते हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार भगवान श्री कृष्ण ने कर्म यानि कर्तव्य को प्रधानता प्रदान करते हुए मनुष्य को कर्मप्रधान होने की शिक्षा दी है, उसी पथ पर मैं भी आगे बढ़ते हुए जन कल्याण और जनसेवा  को अपना कर्म मानते हुए निरंतर आगे बढ़ रहा हूं। डा. बिन्दल ने कहा कि उनके प्रयासों से 9 करोड़ रुपये नीमवाली का पुल, 4 करोड़ रुपये अंधेरी का पुल, 8 करोड़ रुपये लवासा चौकी से कौलावाला भूड़ पक्की सड़क, खांदा का पुल, ढांगवाला के बोर से शुद्ध पेयजल, इलाके के लिए आईटीआई और अनेक छोटे बड़े कार्य संपन्न हुए हैं जो कि ऐतिहासिक उपलिब्धयां हैं। उन्होंने कहा कि 6 करोड़ रुपये की सिंचाई योजना का कौलावालाभूड़ को मिलना हमारे किसानों के लिए किसी वरदान से कम है।  इससे जहां कृषि उत्पाद में बढ़ौतरी होगी वहीं किसानों की आर्थिक दशा मजबूत होने से हमारा किसान खुशहाल होगा।

6- पच्छाद मे किसानों के लिए वरदान साबित हुई ’’प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना’’।

जल है तो कल है, जल बिन जीवन नहीं, जल संरक्षण को प्राथमिकता देना हम सबकी जिम्मेदारी है, इसलिए जल के महत्व को ध्यान में रखते हुए हमें उसका मूल्य समझना होगा और इसे व्यर्थ बहने से बचाना होगा ताकि भविष्य में पानी की समस्या न हो। जिला सिरमौर के पच्छाद विकास खण्ड कि ग्राम पंचायत चमेंजी के गांव टिपरिया के किसानों को पानी के अभाव के कारण फल व सब्जियां का उत्पादन करने में कठिनाई पेश आ रही थी। किसानों का

कहना है कि गांव के किसानों द्वारा मुख्यतः खाद्यान्न व नकदी फसलों का उत्पादन किया जाता है। वर्ष 2019 तक गांव में मौजूद कुहल से नकदी फसलों में पाईपों के द्वारा सिंचाई की जाती थी, परन्तु समय पर फसल कार्यो के लिए पानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होता था। इसी समस्या के कारण फल व सब्जियां कम क्षेत्र में ही उगाई जाती थी। इस समस्या के चलते गांव के कुछ किसानों ने कृषि विभाग के भू-संरक्षण अधिकारी, कार्यालय राजगढ़ में वर्ष 2019-20 में सम्पर्क किया। सम्पर्क करने के बाद विभाग के अधिकारी मौके पर गए और पाया कि गांव में एक पुरानी कुहल है जिसमें जल स्त्रोत से पानी लगातार बहता है। जब इस लगातार बह रहे पानी से गांव के सभी किसान सिंचाई करते थे तो वह पानी प्रति किसान बहुत कम उपलब्ध होता था। पानी की कम उपलब्धता कि वजह से किसानों में कई बार कहासुनी भी हो जाती थी और जब सिंचाई का समय निकल जाता था तो यह पानी व्यर्थ बहता था। गांव के किसानों को पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए विभाग के अधिकारियों ने किसानों का समूह बनाकर उन्हें प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अन्तर्गत सामुदायिक जल भण्डारण टैंक के निर्माण के बारे में विस्तृत जानकारी दी ताकि कुहल से व्यर्थ बहते हुए पानी का भण्डारण करके इसे समय-समय पर सिंचाई कार्यो के लिए इस्तेमाल किया जा सके। योजना का लाभ उठाने के लिए गांव के किसानों ने मिलकर कृषक विकास संघ टिपरिया का गठन किया और संजीव तोमर को संघ का प्रधान बनाया। संघ का गठन होने के उपरान्त विभाग द्वारा सामुदायिक जल भण्डारण टैंक निर्माण के लिए स्वीकृति प्रदान की गई। कृषि विभाग व कृषक विकास संघ समूह के सदस्यों की देखरेख में टैंक का निर्माण किया गया और यह सामुदायिक जल भण्डारण टैंक वर्ष 2020 में पूर्ण रूप से संचालित हो गया। इस योजना पर कुल लागत 2.85 लाख रूपये आई जिसे विभाग द्वारा शतप्रतिशत अनुदान उपलब्ध करवाकर इस कार्य पर व्यय किया गया। इस टैंक की कुल जल भण्डारण क्षमता 60 हज़ार लीटर है जिससे अब 3.29 हैक्टेयर भूमि सिंचाई की जाती है। इस सामुदायिक जल भण्डारण टैंक से पहले प्रत्येक किसान परंपरागत खाद्यान्न फसलें जैसे मक्की, दालें तथा बरसाती मौसमी सब्जियां जैसे टमाटर, फ्रांसबीन, शिमला मिर्च व अदरक का औसतन 3 से 4 बीघा में उत्पादन करता था लेकिन अब प्रत्येक किसान खाद्यान्न व सब्जियों का लगभग 6 से 7 बीघा में उत्पादन कर रहा है। किसानों का कहना है कि उत्पादन में परिवर्तन के साथ-साथ वार्षिक आय में भी वृद्वि हो रही है। प्रति किसान वार्षिक आय जोकि पहले 3 लाख से 3.50 लाख रूपये तक थी वह अब बढ़कर 6.50 लाख रूपये से 7.50 लाख रूपये तक हो गई है। किसानों का कहना है कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अन्तर्गत निर्मित सामुदायिक जल भण्डारण टैंक टिपरिया कृषक समूह के लिए वरदान साबित हो रही है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना से किसानों का जीवन तो खुशहाल हुआ ही और उनकी आर्थिकी भी सुदृढ़ हुई, जिसके लिए टिपरिया के किसानों ने केन्द्र सरकार तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का आभार व्यक्त किया है।


एक्सीडेंट/क्राइम 

1- सतौन-श्री रेणुका जी सड़क पर कार दुर्घटना मे एक घायल। 

पांवटा साहिब उपमंडल के सतौन-श्री रेणुका जी सड़क पर चांदनी के पास कार के गहरी खाई में गिरने से एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया है। घायल को गंभीर अवस्था में स्थानीय ग्रामीणों ने अस्पताल पहुंचाया। जहां उसका उपचार किया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक श्री रेणुका जी से नाहन निवासी संजीव शर्मा एक कार से सतौन की तरफ आ रहे थे कि चांदनी के पास कार अनियंत्रित गहरी खाई में जा गिरी। गाड़ी की गहरी खाई में आवाज सुनते ही आसपास के ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए तथा घायल को गहरी खाई से बाहर निकालकर उपचार के लिए श्री रेणुका जी अस्पताल पहुंचाया गया। बताया जा रहा है कि घायल व्यक्ति जेबीटी अध्यापक है जो सतौन की तरफ जा रहा था। घायल का अस्पताल में उपचार चल रहा है।

2- वाहन सहित बांध मे समाए दो युवक, एक की मौत एक की तलाश जारी।

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले मे सोमवार सुबह एक ओर हादसा पेश आया है। यहां नाइट ड्यूटी से कार में लौट रहे दो युवक वाहन सहित बांध में समा गए। 8 घंटे बाद एक युवक का शव गाड़ी मे फंसा मिला जबकि दूसरे का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। तलाश की जा रही है। जानकारी के मुताबिक भरमौर नेशनल हाइवे पर खड़ामुख के समीप सोमवार सुबह पेश आया है। यहां एक कार अनियंत्रित होकर चमेरा चरण-3 के खड़ामुख बांध में समा गई। कार में दो युवक सवार थे, जोकि वाहन सहित बांध में समा गए है। दोनों युवकों की पहचान मनोहर लाल व गिल्लूराम के तौर पर हुई है। बांध में लापता हुए दोनों युवक गरोला में निर्माणाधीन कुठेड़ हाइड्रो प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य कर रही कंपनी में कार्यरत थे। इसी बीच दोनों रात्रि ड्यूटी देकर सुबह के समय गरोला से भरमौर की ओर लौट रहे थे। तभी खड़ामुख पुल को क्रास करने के बाद कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई और बांध में जा समाई। तुरंत स्थानीय लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और दोनों युवकों की तलाश शुरू कर दी, लेकिन समाचार लिखे जाने तक एक युवक मनोहर लाल का शव मिल पाया था। दूसरे युवक को खोजने का अभियान जारी है।


(हिमाचल)

1- बच्चों को बुलाया जा सकता है स्कूल, सरकार ले सकती है फैसला।

हिमाचल प्रदेश मे अगले माह के पहले सप्ताह से स्कूल विद्यार्थियों के लिए खुल सकते हैं। ऐसे संकेत सरकार की तरफ से मिल रहे हैं। प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने कोरोना स्थिति को देखते हुए स्कूल मे विद्यार्थियों को बुलाने पर फैसला लेने की बात कही है। हालांकि यह फैसला 4 सितम्बर को लिया जा सकता है। और यदि प्रदेश मे अगले चार पांच दिनों मे कोरोना के मामलों मे बढौतरी नही होती तो सरकार 6 सितम्बर से विद्यार्थियों को स्कूलों मे बुला सकती है। हालांकि अभी यह तय नही है कि पहले की तरह बड़ी कक्षाओं को ही ऑफलाइन शुरू किया जाएगा या निचली कक्षाओं के विद्यार्थियों को भी बुलाया जाएगा। दरअसल, सरकार पर स्कूल खोलने को लेकर इस समय चौतरफा दबाव है। एक और जहां निजि स्कूल संघ प्रदर्शन की चैतावनी दे चुके हैं वहीं अधिकतर अभिभावक संघ भी बच्चों के खराब होते भविष्य को लेकर स्कूल खोलने के पक्ष मे है। यह भी बातें उठ रही है कि प्रदेश मे राजनैतिक कार्यक्रम मे खूब भीड़ उमड़ रही है। फिर स्कूलों को खोलने मे क्या दिक्कत है। हालांकि जानकार बताते है कि सरकार कदम फूंक फूंककर उठाएगी। क्योंकि यदि मामलों मे बढ़ौतरी होती है तो तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए सरकार स्कूलों को पहले की तरह ऑनलाइन मोड पर ही चला सकती है। गोर हो कि अभी स्कूल तो खुले हैं और शिक्षक और गैर शिक्षक स्टाफ़ स्कूल जा रहा है। साथ ही ऑनलाइन कक्षाएं भी चल रही है। लेकिन यदि आने वाले चार पांच दिनों मे कोरोना के मामलों मे गिरावट देखी जाती है तो माना जा रहा है कि सरकार स्कूलों मे बच्चों को बुलाने पर फैसला ले सकती है। 

2- मण्डी के कोटली को 80 करोड़ रूपये के तोहफे। 
 
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मण्डी के कोटली मे 80 करोड़ रुपये की लागत की 12 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास किए, जिनमें जल जीवन मिशन के तहत ग्राम पंचायत लागधार में 16.66 करोड़ रुपये की उठाऊ जलापूर्ति योजना रोडा नाला सताहण,  5.42 करोड़ रुपये के ग्रामीण विकास केन्द्र सदयाणा के भवन तथा 58 लाख रुपये के पशु औषधालय बीर के भवन का उद्घाटन शामिल है। जय राम ठाकुर ने जल जीवन मिशन के तहत तहसील सदर की ग्राम पंचायत बीर बाड़ी, गुमाणु

सदयाणा, कसाण, सदोह और तमरोह में कथयारी तथा समीप के गांवों के लिए 18.37 करोड़ रुपये की लागत से उठाऊ जलापूर्ति योजना के सुधार तथा संवर्धन कार्य का शिलान्यास किया। उन्होंने नाबार्ड के तहत 5.08 करोड़ रुपये की लागत से ग्राम पंचायत निचला लोट, बग्गी, सेहली, साई व कसाण की पुरानी पाइपों को बदलने, एडीबी के तहत 4.57 करोड़ रुपये की लागत से उठाऊ जलापूर्ति योजना स्तरैण, पतरौण तथा उठाऊ जलापूर्ति योजना रंधाड़ा के सुधार व संवर्धन कार्य, 15.37 करोड़ रुपये की लागत से ग्राम पंचायत भरगांव, कोटली, चनियारा ऊपरली सुराड़ी व खलाणू के लिए उठाऊ जलापूर्ति योजना तथा 12 करोड़ रुपये की लागत से उठाऊ जलापूर्ति योजना चाम्बी, जोला, झाल, पधीयूं, तल्याहड़ व सैण का शिलान्यास भी किया। उन्होंने 58 लाख रुपये की लागत से रंधाड़ा-अलाथू वाया चचहोला सड़क, 1.26 करोड़ रुपये की लागत से ऊपराल थनौट सड़क वाया सैहली, 19 लाख रुपये की लागत से गांव सताहण के लिए सड़क तथा 92 लाख रुपये की लागत से गांव बनौण से ठारू तथा गैहरा सड़क का भूमि पूजन भी किया। उन्होंने आरएफएसएल, सीआर मण्डी में आरटीपीसीआर आधारित कोविड-19 टेस्टिंग सुविधा का भी शुभारम्भ किया।

3- एसडीएम कार्यालय और कोटली में पुलिस स्टेशन खोलने की हुई घोषणा।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने जिला मण्डी के कोटली में लोगों को सम्बोधित करते हुए क्षेत्र के लोगों को शीघ्र सुविधा प्रदान करने के लिए कोटली में एसडीएम कार्यालय खोलने की घोषणा की। उन्होंने क्षेत्र में गठित चार नई ग्राम पंचायतों में पंचायत भवनों के निर्माण के लिए प्रत्येक पंचायत को 11 लाख रुपये प्रदान करने, मण्डी में किसान भवन की मुरम्मत के लिए 10 लाख रुपये, पुलिस चौकी कोटली को पुलिस स्टेशन में स्तरोन्नत

करने, आईटीआई कोटली में दो नए टेªड आरम्भ करने, कोटली में अटल आदर्श पाठशाला खोलने, क्षेत्र में पांच सम्पर्क मार्गों के लिए प्रत्येक मार्ग को पांच लाख रुपये देने तथा क्षेत्र की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में विज्ञान कक्षाएं आरम्भ करने की घोषणा भी की। जय राम ठाकुर ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के धुआं देवी क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। उन्होंने धुआं देवी में पटवार वृत्त खोलने, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पंडोह को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने, मण्डी में बंदोबस्त कार्यालय खोलने तथा क्षेत्र के पशु औषधालय को पशु अस्पताल में स्तरोन्नत करने की भी घोषणा की। उन्होंने रंधाड़ा, कोट मसर में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोलने की भी घोषणा की। उन्होंने समारोह में भाग लेने वाले प्रत्येक महिला मण्डल को 15 हजार रुपये देने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार के साढ़े तीन वर्ष का कार्यकाल उपलब्धियों भरा रहा है। उन्होंने कहा कि इस दौरान प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र में अतुलनीय विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बावजूद भी प्रदेश सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि विकास की गति निरन्तर जारी रहे। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय प्रदेश के लोगों के सक्रिय तथा पूर्ण सहयोग को जाता है, जो सरकार के लिए प्रेरणा तथा प्रोत्साहन का स्रोत रहा है। जय राम ठाकुर ने कहा कि भारत में पहले एक भी पीपीई किट तैयार नहीं की जाती थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व के फलस्वरूप आज देश में 6 लाख पीपीई किट प्रतिदिन तैयार की जाती है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि कुछ नेता इस संवेदनशील मुद्दे पर भी राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को स्मरण करवाया कि 50 वर्षों से भी अधिक अवधि तक सत्ता में रहने के बावजूद प्रदेश में केवल 50 वेंटिलेटर थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के निवेदन पर प्रधानमंत्री ने प्रदेश को 500 वेंटिलेटर प्रदान किए तथा आज प्रदेश में लगभग 800 वंेटिलेटर उपलब्ध हैं। इसी प्रकार गत 50 वर्षों के दौरान प्रदेश में केवल दो आॅक्सीजन संयंत्र थे, लेकिन अब प्रदेश में 28 आॅक्सीजन संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं, जिनमें से 12 स्थापित किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने कोविड टीकाकरण के तहत पहली खुराक लगाने में शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि को प्राप्त करने वाला हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि मण्डी शहर में 200 करोड़ रुपये की लागत से शिवधाम बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 30 करोड़ रुपये की लागत से मण्डी शहर में संस्कृति सदन बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल कलस्टर विश्वविद्यालय मण्डी पर 22 करोड़ रुपये तथा मण्डी शहर में सड़कों, पुलों तथा भवनों के निर्माण पर 100 करोड़ रुपये से अधिक व्यय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मण्डी शहर में जल जीवन मिशन के तहत 48 करोड़ रुपये की परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं तथा सीवरेज योजना के तहत 68 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं।

4- शिलान्यास पट्टिका में नाम नहीं तो कोई बात नहीं- अनिल

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सोमवार को मंडी के कोटली मे मौजूद रहे। यहां पर उन्होंने 80 करोड़ रुपये के शिलान्यास और उद्घाटन किये। इस दौरान मंडी में कोटली जनसभा में विधायक अनिल शर्मा ने कहा कि मैं व्यावधान पैदा नहीं करना चाहता। मैं निर्वाचित विधायक हूं। शिलान्यास पट्टिका में नाम नहीं तो कोई बात नहीं। कुछ नहीं बोलूंगा, जनता सब देख रही है। यह क्षेत्र पंडित सुखराम की कर्मभूमि है। राजनीति में उतार-चढ़ाव संभव है। सीएम साहब मेरी बात का जल्दी बुरा मान लेते हैं लेकिन मैं

विकास की बात करता हूं। इस बीच अनिल शर्मा के समर्थकों ने नारेबाजी की। मंच छोड़ कर अनिल शर्मा अपने समर्थकों को समझाने चले गए। अनिल शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री मेरे लिए जो कहना है कह लें, मुझे फर्क नहीं पड़ता। कोटली बस अड्डे को लेकर कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि जब बस अड्डा बना तो मंत्री ने ही बोला था की नाले में बस अड्डा बना दिया। अब यदि बस अड्डा नहीं होता तो जनसभा भी नहीं होती। अगर कुछ ज्यादा बोल दिया तो सीएम माफ करें। एक विधायक होने के नाते बोले तब भी बुरे, न बोलें तब भी बुरे। महेंद्र सिंह और मेरा रिश्ता ही कुछ ऐसा है। कभी मैं गाड़ी चलाता था तो महेंद्र सिंह साथ में बैठते थे। कोटली में 80 करोड़ के शुभारंभ और शिलान्यास पट्टिकाओं में विधायक अनिल शर्मा का नाम गायब रहा। अनिल ने मंच से रोष जताते हुए कहा कि मैं चुप रहूंगा। वहीं सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि सारी इच्छाएं पूरी नहीं होती।

5- बदले बोल; टिकैत पिता समान, हिमाचल आने पर करूंगा स्वागत।

गत शनिवार को सोलन मंडी में किसान नेता राकेश टिकैत से उलझने वाले आढ़ती विक्की चौहान के बोल बदल खये हैं। आढ़ती ने अब माफी मांग ली है। टिकैत को पिता समान बताते हुए विक्की चौहान ने कि कहा कि मीडिया को बड़ा इश्यू नहीं बनाना चाहिए था। विक्की चौहान ने कहा कि मैं किसी से पार्टी से नहीं जुड़ा हूं। कहा कि जब दोबारा राकेश टिकैत हिमाचल आएंगे तो

वे खुद उनका स्वागत करेंगे। दरअसल, रविवार को आढ़ती विक्की चौहान ने धमकी मिलने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि मंडी के अन्य आढ़तियों से उनके बारे में पूछताछ की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया था कि मंडी में राकेश टिकैत के साथ पहुंचे लोग इसमें शामिल हैं, जोकि हिमाचल के पांवटा साहिब से संबंध रखते हैं। उन्होंने इसकी शिकायत पहले से ही पुलिस को दे दी है। यदि उन्हें कुछ नुकसान पहुंचता है, तो इसकी सारी जिम्मेदारी राकेश टिकैत की होगी। लेकिन आज उसने अपना वीडियो जारी किया है जिसमे एक तरह से इस मामले को बढ़ाने का दोष मीडिया से सिर फोड़ा है। लेकिन महाशय को दो दिन तक मीडिया का दोष नही दिखा जब खुद मीडिया को बयान दे रहे थे।

6- केंद्रीय मंत्री ने प्रदेश की भोली जनता को दिखाए ऊना रेलवे लाइन बनाने के झूठे सपने- राणा

कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग हमीरपुर के अध्यक्ष व प्रवक्ता अभिषेक राणा का ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने प्रदेश की भोली जनता को ऊना रेलवे लाइन बनाने के झूठे सपने दिखाए। हमीरपुर मे पत्रकार वार्ता मे उन्होंने कहा कि हमीरपुर जिला से ताल्लुक रखने वाले केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक समय पर जोर शोर से चुनाव प्रचार किया और वादों की झड़ी लगाई। उसके

बाद सत्ता में आकर अनुराग हिमाचल प्रदेश की जनता और अपने वादों को भूल गए। जिन परियोजनाओं का जिक्र किया था वह शुरू तक नहीं हो पाई। इस जुमले को और मजबूत करने के लिए अनुराग द्वारा कहा गया कि रेलवे लाइन का सर्वे हो चुका है और 2016 में उस समय के रेल मंत्री सुरेश प्रभु से मुलाकात कर ट्वीट भी किया गया की सर्वे का काम पूरा हो चुका है और 3,000 करोड़ रुपए की लागत से मात्र 5 वर्ष में यह रेलवे लाइन तैयार हो जाएगी। इस रेल परियोजना के लिए करोड़ों रुपए आए लेकिन एक आरटीआई द्वारा खुलासा हुआ है कि अभी तक रेल लाइन का सर्वे नहीं हुआ है। हिमाचल की जनता केंद्रीय मंत्री से पूछती है कि यदि सर्वे हुआ ही नहीं तो रेल लाइन के लिए आए पैसे कहां पर खर्च हुए। आखिर भोली जनता के खून पसीने की कमाई कौन खा गया? वहीं ऊना हमीरपुर रेलवे लाइन के ख्वाब पूरे नहीं हुए और ऊपर से केंद्रीय मंत्री ने इस परियोजना के लिए एक हजार रुपए केंद्र से पास करवा कर हिमाचल प्रदेश की जनता का मजाक उड़ाया। रेल लाइन तो दूर की बात है इन पैसों से तो रेल की झंडी भी नहीं खरीदी जा सकती। लाखों करोड़ों रुपए इस परियोजना के लिए आए और सर्वे पूरा होने का झूठ बोला गया जो कि रेलवे विभाग ने पकड़ा। चुनाव के समय किए गए वादों में से एक भी पूरा नहीं हुआ और अब जब चुनाव नजदीक हैं तो केंद्रीय मंत्री जन आशीर्वाद यात्रा से फिर जनता को मूर्ख बनाने निकले हैं और पिछले वर्षों में भी इन्होंने प्रदेश को ठगने का काम किया है।

7- फसलों के उचित दाम न मिले तो होगा आंदोलन।

शिमला मे आज संयुक्त किसान मंच की बैठक हुई, जिसमें विभिन्न किसान संगठनों ने हिस्सा लिया। पिछले कुछ समय से सेब के दामों में आ रही गिरावट के बाद सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई। हिमाचल किसान सभा का कहना है कि प्रदेश में उगाई जाने वाली फसलों को एमएसपी के दायरे में लाया जाए जिससे किसानों को फसलों के उचित दाम मिल सके। मंच ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मांगो को लेकर एक

बड़े आंदोलन की चेतावनी दी। हिमाचल किसान सभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह तंवर ने बताया कि भारत सरकार 23 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य देती है लेकिन प्रदेश में उत्पादित एक भी फसल पर समर्थन मूल्य नहीं दिया जा रहा है। जिसका परिणाम यह हुआ है कि प्रदेश में टमाटर, अदरक, व अब सेब के बागबानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सेब की बम्पर फसल हुई है लेकिन सरकार के हस्तक्षेप के बिना दाम गिर गए है। एचपीमसी व हिम्फेड बहुत कम दामों में सेब खरीदती है व पैसों का भुगतान भी समय पर नहीं होता है। तंवर ने कहा कि प्रदेश में सरकार को कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था करनी चाहिए थी वह नहीं हुई है। न्यूनतम समर्थन मूल्य व किसानों बागबानों के मुद्दों को लेकर आंदोलन खड़ा किया जाएगा जिससे सरकार पर दबाव बनाया जाएगा। कुलदीप तंवर ने राकेश टिकैत के हिमाचल दौरे पर कहा कि वह किसानों के सम्मानित नेता है। वह किसानों बागबानों से जुड़े मुद्दों को उठाने हिमाचल आए थे लेकिन उनके साथ जो व्यवहार किया गया वह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि यह सब प्रायोजित था जिसकी वह कड़ी निंदा करते हैं।


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