Paonta Sahib: उपायुक्त ने किया तीन दिवसीय राज्य स्तरीय यमुना शरद महोत्सव का शुभारंभ ddnewsportal.com
Paonta Sahib: उपायुक्त ने किया तीन दिवसीय राज्य स्तरीय यमुना शरद महोत्सव का शुभारंभ
इंडियन आइडल फेम अनुज शर्मा, कुमार साहिल और हिमाचली गायक रघुवीर ठाकुर ने बांधा समां, तनूरा डांस रहा आकर्षण का केंद्र...
पाँवटा साहिब में राज्य स्तरीय यमुना शरद महोत्सव का विधिवत शुभारंभ उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने किया। शुभारम्भ अवसर पर उपस्थित जनसभा को सम्बोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि सिरमौर जनपद में आयोजित होने वाले विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक आयोजनों में यमुना शरद महोत्सव अपना प्रमुख स्थान रखता है, वर्ष भर क्षेत्रवासी इस आयोजन की प्रतीक्षा करते हैं। हम सबका सौभाग्य कि पवित्र यमुना नदी हमारे पाँवटा साहिब क्षेत्र के कुछ भूभाग से होकर गुजरती है। भारत की सबसे पवित्र और प्राचीन नदियों में यमुना का स्मरण गंगा के साथ ही किया जाता है।
सुमित खिमटा ने दीप प्रज्वलित कर विधिवत रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने पवित्र यमुना नदी के धार्मिक और ऐतिहासिक उल्लेख करते हुए कहा कि यमुना जी केवल एक नदी नहीं है बल्कि इसकी परंपरा में प्रेरणा, जीवन और दिव्य भाव समाहित है। श्री कृष्ण जी की बाल लीलाओं से लेकर अवतारी चरित्र तक कितने ही आख्यान यमुना और कालिंदी से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि युमना के साथ ही अपनी अन्य पवित्र नदियों और जलधाराओं की पवित्रता को बनाये रखना चाहिए। नदियों के तट पर स्वच्छता और साफ-सफाई का ध्यान देना चाहिए। साथ ही हमें नदी तट के समीप वाले क्षेत्रों में भवन निर्माण, खनन आदि के कार्यों को भी अत्यंत संयमित और नियमबद्ध होकर करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हाल ही में आई बाढ में हमने
देखा कि किस प्रकार दिल्ली में यमुना नदी के कारण भारी जल प्रलय आया और दिल्ली वासियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वैज्ञानिकों ने इसका कारण नदी के तटों से छेड़छाड़, नदियों में कूड़ा-कर्कट, प्लास्टिक और अन्य निर्माण सामग्री फैंकना आदि माना है। उन्होंने पांवटा साहिब का ऐतिहासिक उल्लेख करते हुए कहा कि गुरू की नगरी पांवटा साहिब को दसवें सिख गुरु, श्री गुरू गोबिंद सिंह ने स्थापित किया था। इस जगह का नाम पहले पाओं-टिका था जो कालांतर में पांवटा साहिब बना। गुरु गोबिंद सिंह जी ने इसी स्थान पर गुरुद्वारा स्थापित किया और साथ ही अपने जीवन के साढ़े चार वर्ष यहीं गुजारे थे। यहां रहकर उन्होंने बहुत से साहित्य तथा गुरुवाणी की रचनांए भी की हैं। प्राचीन साहित्य का अनुभव और ज्ञान से भरी रचनाओं को सरल भाषा में बदलने का काम भी गुरु गोबिंद सिंह ने लेखकों से यहीं पर करवाया। उन्होंने कहा कि महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाली सांस्कृतिक संध्याओं में जहां हमारी संस्कृति का विस्तार और संरक्षण होता है वहीं पर इससे लोगों का मनोरंजन भी होता है। महोत्सव के अवसर पर आयोजन होनी वाली खेल कूद प्रतियोगिताओं मं युवा बढ़ चढ़ कर भाग लेते हैं जिससे युवाओं में भाईचारा के साथ खेल भावना बढ़ती है।
इससे पहले उपायुक्त ने यमुना घाट पर यमुना आरती में भाग लिया तथा विभिन्न विभागों द्वारा लगायी गई प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया। एसडीएम पाँवटा साहिब गुंजीत सिंह चीमा ने टोपी शॉल व स्मृति चिन्ह भेंटकर मुख्यातिथि को सम्मानित किया। इस मौके पर कार्यक्रम अध्यक्ष एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा, आयोजन समीति सचिव व एसडीएम गुंजीत सिंह चीमा, तहसीलदार ऋषभ शर्मा, बीडीओ प्रताप चौहान, नायब तहसीलदार फरीद मोहम्मद, माजरा इंद्र सिंह, डीएसपी मानवेंद्र ठाकुर, थाना प्रभारी अशोक चौहान, नगर परिषद चेयरपर्सन निर्मल कौर, उपाध्यक्ष ओम प्रकाश कटारिया, हिमोत्कर्ष सिरमौर के अध्यक्ष आरपी तिवारी, तपेंद्र सैनी, जीवन प्रकाश जोशी आदि मौजूद रहे।
इसके बाद आयोजित सांस्कृतिक संध्या मे वाॅइस ऑफ सिरमौर के छह फाइनलिस्ट ने अपनी प्रस्तुति दी। प्रसिद्ध गायक अतिकांत वर्मा ने भी दमदार प्रस्तुति देकर दर्शकों को आनंदित किया। मुख्य कलाकारों ने मंच संभाला। सबसे पहले हिमाचल के युवा लोक गायक रघुवीर ठाकुर ने अपनी एलबम के गाने गाकर दर्शकों को नचाया। उसके बाद इंडियन आइडल फेम कुमार साहिल और अनुज शर्मा ने फिल्मी, पंजाबी और पहाड़ी गाने गाकर दर्शकों को आनंदित किया। राजस्थान का प्रसिद्ध तनूरा डांस आकर्षण का केंद्र रहा। लोगों ने इस नृत्य को खूब सराहा। हालाँकि पहली सांस्कृतिक संध्या में दर्शकों की कमी देखी गई और वीआईपी गैलरी सहित पीछे की काफी कुर्सियां खाली रही।