हिमाचल- दिव्यांग युवक ने बचाया तालाब में डूबता लड़का ddnewsportal.com

हिमाचल- दिव्यांग युवक ने बचाया तालाब में डूबता लड़का ddnewsportal.com

हिमाचल- दिव्यांग युवक ने बचाया तालाब में डूबता लड़का 

हादसे में एक बाजू खो चुके युवक की दिलेरी ने जीता दिल, सरकार से सम्मान की उठी मांग।

कहा जाता है कि इंसान के भीतर यदि होंसला बुलंद हो तो शरीर की कोई कमी भी उसके आड़े नही आती। ऐसा मामला हिमाचल प्रदेश में सामने आया है जहां एक दिव्यांग ने तालाब में डूबते लड़के को बचा लिया। दिव्यांग युवक की दिलेरी की सभी प्रशंसा कर रहे हैं से सरकार से सम्मान देने की मांग भी उठा रहे हैं। मामला प्रदेश के कांगड़ा जिला के नूरपूर ब्लाॅक का है। यहां की सुलयाली पंचायत के प्राचीन मन्दिर डिबकेशवर महादेव में स्थित तालाब में

गांव के एक दिव्यांग युवक सन्नी पठानिया ने एक डूबते हुए लड़के की जान बचाई। इस बात का पता जैसे ही गांव के लोगों को चला तो उन्होंने सन्नी पठानिया की तारीफ की और सरकार से बहादुरी पुरस्कार देने की मांग उठाई। मन्दिर परिसर लगे सीसीटीवी कैमरे में इस हादसे की जब फुटेज देखी गई तो पता चला कि किस तरह युवा सन्नी ने अपनी बहादुरी का परिचय दिया है। डिबकेशवर सुधार कमेटी प्रधान राजेश भारद्वाज ने बताया कि यहां एक लड़का सतीश कुमार पुत्र अंग्रेज सिंह तालाब में नहाने आया था। उस समय तालाब में धर्मचंद के 2 बच्चे भी नहा रहे थे। सतीश कुमार ने जैसे ही पानी में छलांग लगाई तो वह पानी से बाहर नहीं निकल पाया। इस पर छोटे बच्चों ने

उसे खींचकर बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन वे उसे नहीं निकाल पाए। इसके बाद उन्होंने बाहर आकर शोर मचाया। बच्चों का शोर सुनकर सुनकर सन्नी पठानिया मौके पर पहुंचा और पानी में छलांग लगाकर लड़के को बाहर निकाला। लड़के पेट से पानी बाहर निकालने के कुछ देर बार उसे होश आया, वहीं उसके माता-पिता भी मौके पर पहुंच गए थे जोकि बाद में लड़के को लेकर घर चले गए। इस सबके बीच बड़ी बात यह है कि बिजली का करंट लगने से सन्नी पठानिया अपनी एक बाजू खो चुका है, बावजूद इसके सन्नी पठानिया ने हिम्मत दिखाकर लड़के की जान बचाई। मन्दिर कमेटी प्रधान ने प्रशासन और सरकार से मांग कि है कि सन्नी पठानिया ने दिव्यांग होने के बावजूद जो बहादुरी का काम किया है इसके उसे सम्मान दिया जाना चाहिए।