आज के दिन गुरू गोबिन्द सिंह जी ने फतह किया था भंगानी साहब धर्मयुद्ध ddnewsportal.com

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आज के दिन गुरू गोबिन्द सिंह जी ने फतह किया था भंगानी साहब धर्मयुद्ध 

भंगानी साहब से 20 किलोमीटर दूरी तय कर पांवटा साहिब पंहुचा फतह मार्च, जगह-जगह भव्य सत्कार 

भंगानी साहिब से पांवटा साहिब के लिए एक विशाल फतह मार्च निकाला। यह मार्च 20 किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर देर शाम पांवटा साहिब पंहुचा। जानकारी के मुताबिक खालसा फतह मार्च बुधवार 10 फरवरी को गुरुद्वारा भंगानी साहिब से निकलकर पांवटा साहिब पहुंचा। यह फतह मार्च

गुरु गोबिंद सिंह सिंह जी के भंगानी युद्ध की फतह की याद में आयोजित किया जाता है। शहीद बाबा दीप सिंह सेवक जत्था के सरदार रंजीत सिंह और सिख नौजवान जत्था के प्रधान नरेन्द्र पाल सिंह सहोता ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विशाल खालसा फतह मार्च का आयोजन किया गया।  20 किलोमीटर के इस मार्च में जगह जगह पर जलपान के स्टाल लगाकर श्रद्धालुओं का स्वागत सत्कार किया गया। फतह मार्च देर सांय गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब पहुंचा। जहां पर सभी मुख्य कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। वहीं गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पांवटा साहिब के मैनेजर सरदार जगीर सिंह ने बताया कि उक्त फतह मार्च के स्वागत के लिए गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब मे विशेष तैयारियां की गई थी। मार्च का भव्य स्वागत किया

गया। गुरूवार को गुरूद्वारा श्री पांवटा साहिब मे साहिबजादा अजीत सिंह का जन्मोत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा।
बताया जाता है कि आज से 334 वर्ष पहले पांवटा साहिब की पवित्र धरती पर दो खुशियां एक साथ आई। जहां एक और गुरु गोविंद सिंह जी ने भगानी साहब में युद्ध फतह किया, वहीं मोर्चे पर खबर आई कि वहां से चंद दूरी पर पांवटा साहिब में उनके यहां पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है। संगत ने इस दोहरी खुशी को फतेह दिवस का नाम दिया और साहेबजादे का नाम अजीत सिंह रखा गया। तभी से 10 फरवरी के दिन भगानी साहब से पांवटा साहिब तक क्षेत्र की संगत मिलकर फतेह मार्च का आयोजन करती है। इस यात्रा का मुख्य पड़ाव गुरु चरण निवास शिवपुर गुरुद्वारा साहिब में होता है। जबकि यात्रा का समापन शाम गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब में होगा। यहां पर आगामी कार्यक्रम होंगे।