Engineering Girls Hostel: गर्ल्स हाॅस्टल में गुप्त कैमरा मिलने पर मचा बवाल, रात से विरोध प्रदर्शन... ddnewsportal.com

Engineering Girls Hostel: गर्ल्स हाॅस्टल में गुप्त कैमरा मिलने पर मचा बवाल, रात से विरोध प्रदर्शन... ddnewsportal.com

Engineering Girls Hostel: गर्ल्स हाॅस्टल में गुप्त कैमरा मिलने पर मचा बवाल, रात से विरोध प्रदर्शन..

गर्ल्स हाॅस्टल या टॉयलेट्स में गुप्त कैमरा लगा हो तो बवाल मचना तय है। संवेदनशील मामला देश के आंध्र प्रदेश राज्य में सामने आया है। जिसके बाद बवाल मच गया है। रात से मामले को लेकर प्रदर्शन हो रहा है और मामले को दबाने के गंभीर आरोप भी लग रहे हैं। राज्य के कृष्णा में एक इंजीनियरिंग कॉलेज में लड़कियों के हॉस्टल के शौचालय में कथित रुप से एक छिपा हुआ कैमरा पाए जाने के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। कृष्णा जिले के एसआर गुडलावलेरु इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्राओं ने

शुक्रवार को खान मंत्री के. रविंद्र से शिकायत की कि प्रबंधन ने इस मामले को दबाने की कोशिश की और इस मामले में शिकायत दर्ज कराने वाली छात्राओं को धमकाने की हद तक चले गए।
गुरुवार रात से ही सैकड़ों छात्राएं इस घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। छात्रों ने के रविंद्र के सामने अपनी पीड़ा बताई, जो मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के निर्देश पर जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के साथ कॉलेज पहुंचे।
आंध्र प्रदेश पुलिस ने आरोपी विजय की पहचान कर उसे हिरासत में ले लिया है, जो उसी कॉलेज का छात्र था। उसका लैपटॉप जब्त कर लिया गया और करीब 300 अश्लील वीडियो बरामद किए गए। पुलिस को संदेह है कि उसने इस वीडियो को दूसरे छात्रों को बेचा था।

■ घटना के बड़े अपडेड्टस-

● गुडलावलेरु कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के कैंपस हॉस्टल के अंदर लगा कैमरा एक छात्रा को मिला।

● इंसाफ की मांग करते हुए कॉलेज में सैकड़ों छात्र एकत्रित हुए और गुप्त कैमरे के पीछे छिपे लोगों और वीडियो प्रसारित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

● छात्रों ने तब तक कक्षाओं में न आने की कसम खाई जब तक प्रशासन उनकी मांगें पूरी नहीं कर देता। मंत्री के रविंद्र ने कहा कि सच्चाई सामने आएगी और दोषियों को सजा मिलेगी।

● मुख्यमंत्री ने जिला अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की और कॉलेज में छात्राओं के शौचालय में गुप्त कैमरे मिलने के आरोपों की जांच के आदेश दिए।

● वहीं, पुलिस ने कहा कि छात्राओं के शौचालय में ऐसा कोई गुप्त कैमरा नहीं मिला। एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "लड़कियों के छात्रावास में कोई छिपा हुआ कैमरा नहीं मिला। कोई सबूत नहीं मिला। लड़कियों को इस मुद्दे पर चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है।" पुलिस ने छात्रों और कॉलेज के कर्मचारियों की मौजूदगी में संदिग्धों के लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट की जांच की।
कृष्णा जिले के पुलिस अधीक्षक गंगाधर राव ने पीटीआई को बताया कि विश्वास बहाली के उपाय किए गए हैं और आरोपों की जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है। एक इंस्पेक्टर को विशेष जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है, इसके अलावा पांच सदस्यीय पुलिस तकनीकी जांच दल भी बनाया गया है।

● पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या कोई कथित वीडियो प्रसारित किया गया था या नहीं। इसके अलावा, जिला पुलिस प्रमुख ने कहा कि जांच के लिए दो छात्रों के गैजेट जब्त किए गए हैं।