दु:खद: आधुनिक सस्ती शिक्षा के अग्रदूत बीएस सैनी नही रहे ddnewsportal.com

दु:खद: आधुनिक सस्ती शिक्षा के अग्रदूत बीएस सैनी नही रहे  ddnewsportal.com

दु:खद: आधुनिक सस्ती शिक्षा के अग्रदूत बीएस सैनी नही रहे

शिक्षा की लौ से लाखों विद्यार्थियों का जीवन संवारने वाले GNMPS के निदेशक का निधन, लंबे समय से चल रहे थे बीमार, सिरमौर के शिक्षा जगत में शोक...

जिला सिरमौर के पाँवटा साहिब में गुरू नानक मिशन पब्लिक स्कूल के माध्यम से आधुनिक और सस्ती शिक्षा के अग्रदूत बनकर सामने आए प्रसिद्ध शिक्षाविद और स्कूल के निदेशक बीएस सैनी अब हमारे बीच नही रहे। मंगलवार शाम यहां के एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन को पांवटा साहिब में एक युग का अंत माना जा रहा है। उनके निधन से सिरमौर ही नही अपितू पूरे प्रदेश के शिक्षा जगत में शोक की लहर है। यह छात्रों, स्टाफ और अभिभावकों के लिए भी बड़ी दुखद खबर है। यही कारण है कि बुधवार को स्कूल में अवकाश रखा गया है। 

शिक्षाविद बीएस सैनी ने पूरी उम्र बच्चों के भविष्य को संवारने में लगा दी थी। उनके स्कूल से शिक्षा लेकर निकले हजारों लाखों बच्चें आज देश निर्माण में अपनी भूमिका निभा रहे है। वह राष्ट्र निर्माता थे और शिक्षक दिवस के एक दिन बाद आज उनका देहांत हो गया। उन्होने निजी स्कूलों को एकजुट रखने के लिए सिरमौर एजुकेशन डेवलपमेंट सोसाइटी का गठन भी किया था। इस मंच से वह निजी स्कूलों की समस्याओं को सरकार के समक्ष उठाते थे। सोसायटी हर वर्ष शिक्षक दिवस के मौके पर एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करती है। इस बार भी सोमवार को कार्यक्रम था। उन्होंने कार्यक्रम को जारी रखने के लिए कह दिया था। उनके निधन पर शहर के गणमान्य लोगों ने दुख प्रकट किया है। ब्लूप्रिंट

विजन डॉक्यूमेंट कमेटी के संयोजक अनेंदर सिंह नाॅटी ने कहा कि "आधुनिक लेकिन सस्ती शिक्षा के अग्रदूत जिसने लाखो बच्चों का जीवन संवारा सरदार बी एस सैनी जी डायरेक्टर गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल हमारे बीच नहीं रहे। ये पूरे क्षेत्र का सामुहिक नुकसान है जिसकी भरपाई नामुमकिन है। परमपिता परमेश्वर वाहेगुरु आपको आत्मिक शांति और आपके वृहद विस्तारित परिवार असंख्य अनुयायों को इस दुख को सहने की ताकत दे।"
वहीं स्कूल की प्रधानाचार्या दविंद्र कौर साहनी ने कहा कि इस खबर से सभी स्टाफ भी सदमे में है इसलिए बुधवार को स्कूल में अवकाश रहेगा। 
Desh Dinesh Media शिक्षा के ऐसे अग्रदूत के निधन पर शोक प्रकट करता है और वाहेगुरु से उनकी आत्मा की शांति की अरदास करता है।